केंद्रीय इस्पात मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति का पुनर्गठन हो गया है। इस बार इसमें कई नए चेहरों को शामिल किया गया है। इनमें सबसे अधिक चौंकाने वाला नाम लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान का रहा। सीएम नीतीश कुमार के घोर विरोधी चिराग को इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह के मंत्रालय से जुड़ी समिति में जगह मिलने की सियासी हलकों में खूब चर्चा है।
मंत्री आरसीपी सिंह इसके अध्यक्ष और इस्पात राज्य मंत्री उपाध्यक्ष हैं। लोकसभा सांसद संजय सिंह, सुनील कुमार सोनी, राज्यसभा सांसद दिनेश चंद्र विमल भाई अनावाडिया और नरेश गुजराल को सदस्य बनाया गया है। इसके अलावा संसदीय राजभाषा समिति द्वारा चिराग पासवान और दिनेश चंद्र यादव को भी सदस्य बनाया गया है।
चिराग पासवान और नीतीश कुमार के बीच छत्तीस का आंकड़ा विधानसभा चुनाव 2020 से ही जारी है। चिराग पासवान लगातार अपने बयानों के जरिए खुलकर नीतीश कुमार पर हमला करते रहते हैं। चुनाव भी उनकी पार्टी ने अकेले ही लड़ा। विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने सत्ता में आने पर नीतीश कुमार को भ्रष्टाचार के मामलों में जेल भेजने तक की बात कह दी थी। आखिर उन्हें बिहार में एनडीए से बाहर होना पड़ा।
मंगलवार को भी बिहार विधानसभा उपचुनाव के सिलसिले में पटना पहुंचे चिराग पासवान ने नीतीश कुमार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने हमेशा मेरे पिता रामविलास पासवान का अपमान किया है।
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केंद्रीय इस्पात मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति का पुनर्गठन हो गया है। इस बार इसमें कई नए चेहरों को शामिल किया गया है। इनमें सबसे अधिक चौंकाने वाला नाम लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान का रहा। सीएम नीतीश कुमार के घोर विरोधी चिराग को इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह के मंत्रालय से जुड़ी समिति में जगह मिलने की सियासी हलकों में खूब चर्चा है।
मंत्री आरसीपी सिंह इसके अध्यक्ष और इस्पात राज्य मंत्री उपाध्यक्ष हैं। लोकसभा सांसद संजय सिंह, सुनील कुमार सोनी, राज्यसभा सांसद दिनेश चंद्र विमल भाई अनावाडिया और नरेश गुजराल को सदस्य बनाया गया है। इसके अलावा संसदीय राजभाषा समिति द्वारा चिराग पासवान और दिनेश चंद्र यादव को भी सदस्य बनाया गया है।
चिराग पासवान और नीतीश कुमार के बीच छत्तीस का आंकड़ा विधानसभा चुनाव 2020 से ही जारी है। चिराग पासवान लगातार अपने बयानों के जरिए खुलकर नीतीश कुमार पर हमला करते रहते हैं। चुनाव भी उनकी पार्टी ने अकेले ही लड़ा। विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने सत्ता में आने पर नीतीश कुमार को भ्रष्टाचार के मामलों में जेल भेजने तक की बात कह दी थी। आखिर उन्हें बिहार में एनडीए से बाहर होना पड़ा।
मंगलवार को भी बिहार विधानसभा उपचुनाव के सिलसिले में पटना पहुंचे चिराग पासवान ने नीतीश कुमार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने हमेशा मेरे पिता रामविलास पासवान का अपमान किया है।