Indigo Crisis: डीजीसीए का इंडिगो पर कड़ा एक्शन, एयरलाइन की उड़ानों में पांच प्रतिशत की कटौती
Indigo Crisis: नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों में 5% कटौती करने का निर्णय लिया है। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो हर दिन करीब 2,200 उड़ानें चलाती है। अब इसमें से लगभग 110 उड़ानें रोज कम होंगी।
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नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों में 5% कटौती करने का निर्णय लिया है। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो हर दिन करीब 2,200 उड़ानें चलाती है। अब इसमें से लगभग 110 उड़ानें रोज कम होंगी। एयरलाइन से 10 दिसंबर तक संशोधित शिड्यूल सौंपने को कहा गया है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, एयरलाइन को इस बारे में बता दिया गया है और कौन-कौन सी उड़ानें कम की जाएंगी, इसकी सूची तैयार की जा रही है।
मंजूर उड़ानों के मुकाबले कम संचालन
डीजीसीए की ओर इंडिगो को जारी आधिकारिक नोटिस में कहा गया है कि विंटर शेड्यूल के तहत नवंबर 2025 के लिए एयरलाइन को प्रति सप्ताह 15,014 प्रस्थान और कुल 64,346 उड़ानों की मंजूरी दी गई थी। हालांकि, परिचालन आंकड़ों से पता चलता है कि इंडिगो केवल 59,438 उड़ानें ही संचालित कर पाई। नवंबर में एयरलाइन की 951 उड़ानें रद्द की गईं।
नोटिस के अनुसार, इंडिगो को समर शेड्यूल 2025 की तुलना में विंटर शेड्यूल में 6% के इजाफे की अनुमति दी गई थी, इसके तहत 403 विमानों के उपयोग की मंजूरी थी। लेकिन एयरलाइन अक्तूबर 2025 में केवल 339 और नवंबर 2025 में 344 विमान ही संचालित कर सकी।
डीजीसीए ने कहा कि एयरलाइन ने 2024 की सर्दियों की तुलना में अपने प्रस्थान में 9.66% और इस वर्ष के गर्मियों के शेड्यूल की तुलना में 6.05% की वृद्धि की थी, लेकिन वह इस शेड्यूल का कुशलतापूर्वक संचालन नहीं कर सकी।
क्या है डीजीसीए का निर्देश?
डीजीसीए ने अपने आदेश में कहा, "एयरलाइन को अपने शेड्यूल को 5% तक घटाने का निर्देश दिया जाता है, यह कटौती विशेष रूप से अधिक मांग और अधिक फेरों वाले उड़ानों में हो। साथ ही, इंडिगो को किसी रूट पर जारी एकल उड़ानों को बंद करने से बचना चाहिए।"