Policybazaar System : साइबरएक्स9 का कहना है कि 18 जुलाई को पॉलिसी बाजार को सिस्टम खामियों की जानकारी देने के बाद 24 जुलाई को साइबर सुरक्षा निगरानी संस्था सीईआरटी-इन को भी सूचना दी।
Policybazaar System : ऑनलाइन बीमा बेचने वाली कंपनी पॉलिसी बाजार की सिस्टम में कमजोरियों की वजह से उसके करीब 5.64 करोड़ ग्राहकों की गोपनीय और संवेदनशील व्यक्तिगत जानकारियां लीक हो गई हैं। साइबर सुरक्षा अनुसंधान कंपनी साइबरएक्स9 ने बुधवार को रिपोर्ट में दावा किया कि इन ग्राहकों में रक्षा कर्मचारी भी शामिल हैं।
साइबरएक्स9 ने कहा, हमारे विश्लेषण के आधार पर इस बात की आशंका ज्यादा है कि भारतीय नागरिकों और विशेष रूप से रक्षा कर्मचारियों की संवेदनशील जानकारियों की चीन सरकार तक पहुंच की अनुमति देने के लिए पॉलिसी बाजार ने जानबूझकर ऐसा किया है।
साइबर सुरक्षा अनुसंधान कंपनी ने कहा कि जानकारियां लीक होने की सूचना 18 जुलाई को पॉलिसी बाजार को दी गई थी। इसके बाद 24 जुलाई को ऑनलाइन बीमा ब्रोकर ने शेयर बाजारों को बताया कि उसे 19 जुलाई को कुछ खामियों का पता चला, लेकिन इसमें ग्राहकों की कोई भी महत्वपूर्ण जानकारी बाहर नहीं आई है।
बीमा ब्रोकर में चीनी कंपनी का निवेश
ऑनलाइन ब्रोकर की मूल कंपनी पीबी फिनटेक शेयर बाजारों में सूचीबद्ध है। चीन की कंपनी टेंसेंट होल्डिंग्स पॉलिसी बाजार के निवेशकों में शामिल है।
आरोप
संवेदनशील जानकारियों को चीन सरकार तक पहुंचाने की नीयत से जानबूझकर ऐसा किया गया।
पैन, आधार व पासपोर्ट समेत ये जानकारियां लीक
जो गोपनीय और संवेदनशील व्यक्तिगत जानकारियां लीक हुई हैं, उनमें ग्राहकों का पूरा नाम, जन्म तिथि, पूरा आवासीय पता, ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर, पॉलिसी विवरण, नॉमिनी की डिटेल, उपयोगकर्ता के बैंक खाता स्टेटमेंट की प्रतियां, आयकर रिटर्न से जुड़े दस्तावेज शामिल हैं।
इसके अलावा, पासपोर्ट, आधार कार्ड और पैन कार्ड आदि की जानकारियां भी बाहर आई हैं।
रक्षा कर्मचारियों के मामले में उनके पदनाम, उनकी पोस्टिंग की जगह, वे किन कार्यों में लगे हुए हैं...जैसी जानकारियां भी लीक हुई हैं।
कंपनी की सफाई.. दुरुस्त कर ली गई हैं खामियां
पॉलिसी बाजार के प्रवक्ता ने शेयर बाजारों को 24 जुलाई को दी गई जानकारी का हवाला देकर कहा, खामियों को दुरुस्त कर लिया गया है। एक बाहरी सलाहकार ने इसकी पुष्टि की है। बाहरी सलाहकार के साथ मामले की गहन फॉरेंसिक ऑडिट शुरू की गई है। इस घटना को मीडिया ने कवर किया था। हमारे पास बताने के लिए कुछ भी नया नहीं है।
साइबर सुरक्षा समन्वयक से की थी शिकायत
साइबरएक्स9 का कहना है कि 18 जुलाई को पॉलिसी बाजार को सिस्टम खामियों की जानकारी देने के बाद 24 जुलाई को साइबर सुरक्षा निगरानी संस्था सीईआरटी-इन को भी सूचना दी। सीईआरटी-इन ने कहा, पॉलिसी बाजार ने सिस्टम की खामियों को स्वीकार कर ठीक कर दिया है। साइबर सुरक्षा अनुसंधान कंपनी ने साइबर सुरक्षा समन्वयक राजेश पंत को भी रिपोर्ट सौंपी।
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