FMCG: रिलायंस रिटेल ने एफएमसीजी कारोबार का पुनर्गठन पूरा किया, जानें इस प्रक्रिया से क्या बदलेगा
रिलायंस रिटेल ने अपने उपभोक्ता उत्पाद कारोबार में बड़े ढांचे का बदलाव करते हुए आंतरिक पुनर्गठन प्रक्रिया पूर्ण कर ली है। इस कदम के तहत कंपनी ने अपने एफएमसीजी ब्रांड पोर्टफोलियो को एक नई इकाई न्यू रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड को ट्रांसफर किया है।
विस्तार
रिलायंस रिटेल ने आंतरिक पुनर्गठन की प्रक्रिया पूरी कर ली है। इस प्रक्रिया के तहत कंपनी ने अपने एफएमसीजी ब्रांड व्यवसाय को एक नई इकाई न्यू रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (New RCPL) में स्थानांतरित कर दिया है।
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न्यू आरसीपीएल सीधे आरआईएल की सहायक कंपनी बन गई
नवगठित न्यू आरसीपीएल अब सीधे रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की सहायक कंपनी बन गई है। कंपनी की नियामक फाइलिंग के अनुसार, मुकेश अंबानी नेतृत्व वाले RIL समूह की इस नई कंपनी में 83.56% हिस्सेदारी होगी।
यह बदलाव रिलायंस रिटेल लिमिटेड (RRL), रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL), उनके शेयरधारकों व लेनदारों और रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) के बीच व्यवस्था की योजना के तहत किया गया है। इसके माध्यम से आरआरएल के एफएमसीजी ब्रांड व्यवसाय को औपचारिक रूप से New RCPL में स्थानांतरित किया गया है। बयान के अनुसार यह योजना 1 दिसंबर, 2025 से प्रभावी हो गई है।
तेज गति से उभरती एफएमसीजी कंपनी
आरसीपीएल एफएमसीजी सेक्टर की सबसे तेजी से बढ़ती कंपनियों में से एक है। वित्त वर्ष 2025 में ही इसका राजस्व 11,000 करोड़ रुपये के स्तर को पार कर गया था। RIL की वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही की आय रिपोर्ट के अनुसार, आरसीपीएल ने पहली छमाही में 9,850 करोड़ रुपये का सकल राजस्व दर्ज किया।
रिलायंस ने 2022 में एमसीजी बाजार में कदम रखा था और इसके बाद इंडिपेंडेंस ब्रांड लॉन्च करने के साथ ही कैम्पा कोल सहित कई ब्रांडों का अधिग्रहण किया। कंपनी का विस्तार अब कोल्ड ड्रिंक, साबुन, दैनिक उपयोग की सामग्री, डिटर्जेंट, फ्लोर क्लीनर और स्टेपल्स समेत लगभग सभी प्रमुख एमसीजी कैटेगरी तक पहुंच चुका है। आरआरवीएल ने 31 मार्च, 2025 में 3.30 लाख करोड़ रुपये का समेकित कारोबार दर्ज किया था।