शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की सांसद हरसिमरत कौर बादल के नेतृत्व में शनिवार को एक प्रतिनिधिमंडल ने दोपहर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में बहुजन समाज पार्टी (बसपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (जेकेएनसी) के सदस्य शामिल थे। प्रतिनिधमंडल ने किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय कमेटी (जेपीसी) का गठन करने की मांग की।
हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि कृषि मंत्री ने यह कहकर गंभीर चूक की है कि केंद्र सरकार के पास किसान आंदोलन के दौरान किसानों की मौतों का कोई रिकॉर्ड नहीं है। यह अन्नदाता के बलिदानों को भुलाने वाली बात है, जो आठ माह से तीनों काले कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री की ओर से किसान आंदोलन के दौरान मारे गए 537 किसानों के शहीद होने का स्पष्ट सबूत होने के बावजूद यह दावा हैरान करने वाला है।
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शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की सांसद हरसिमरत कौर बादल के नेतृत्व में शनिवार को एक प्रतिनिधिमंडल ने दोपहर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में बहुजन समाज पार्टी (बसपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (जेकेएनसी) के सदस्य शामिल थे। प्रतिनिधमंडल ने किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय कमेटी (जेपीसी) का गठन करने की मांग की।
हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि कृषि मंत्री ने यह कहकर गंभीर चूक की है कि केंद्र सरकार के पास किसान आंदोलन के दौरान किसानों की मौतों का कोई रिकॉर्ड नहीं है। यह अन्नदाता के बलिदानों को भुलाने वाली बात है, जो आठ माह से तीनों काले कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री की ओर से किसान आंदोलन के दौरान मारे गए 537 किसानों के शहीद होने का स्पष्ट सबूत होने के बावजूद यह दावा हैरान करने वाला है।