कैश वैन लूटने वाले वर्दीधारी लुटेरे हाईवे पर लगातार गश्त करते रहे, ताकि उन पर किसी को शक न हो। जगरांव पुलिस ने आरोपियों को देखने वाले कई लोगों से पूछताछ कर इनका हुलिया जानने की कोशिश की।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सोमवार सुबह वारदात वाली जगह पर बजरी प्लांट पर काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि हथियारबंद व्यक्ति जिनमें से तीन ने वर्दी पहनी हुई थी और तीन सिविल कपड़ों में थे, गाड़ी में बैठ कर जीटी रोड पर चक्कर काट रहे थे।
वहीं कैश वैन के स्टाफ की तरफ से पुलिस को बताया गया है कि वर्दीधारी लुटेरों के पास एके-47 थी। ऐसे में पुलिस मामले में और भी गंभीरता से ले रही है।
आईजी आंग्रा ने कहा कि कैश वैन के स्टाफ मुताबिक वैन लूटने वाले वर्दीधारी थे। और उनके हाथ में असाल्ट थी। असाल्ट असली थी या नकली, यह लुटेरों की गिरफ्तारी के बाद ही पता चलेगा। इस मामले में जगरांव और मोगा पुलिस आपसी तालमेल के साथ लुटेरों की तलाश कर रही है।
बताया जा रहा है कि लुटेरों ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी। उन्होंने फर्जी नाका लगाकर वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने कैश वैन रुकवाई, फिर वे सिक्योरिटी गार्ड और ड्राइवर को अपने साथ ले गए। कुछ दूरी पर आरोपियों ने कैश को अपनी गाड़ी में रखा और गार्ड-ड्राइवर को वहीं छोड़कर फरार हो गए।
सिक्योरिटी गार्ड की शिकायत पर हथियारबंद वर्दीधारी लुटेरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। एक्सिस बैंक की कैश वैन लुधियाना के जोधेवाल चेस से नकदी लेकर फिरोजपुर और फाजिल्का जाती है।
सोमवार सुबह सिक्योरिटी ट्रांस कंपनी की गाड़ी में 1.63 करोड़ की नकदी लेकर पांच सिक्योरिटी गार्ड और ड्राइवर फिरोजपुर और फाजिल्का की एक्सिस बैंक की ब्रांच जा रहे थे। करीब आठ बजे जब वैन लुधियाना-फिरोजपुर मुख्य मार्ग पर गांव चूहड़ चक्क और किल्ली चाहला के पास पहुंची तो वहां नाका लगा छह लोग खड़े थे। इनमें से तीन पुलिस की वर्दी में जबकि बाकी तीन सिविल ड्रेस में थे।
लुटेरों ने वैन को रोका और गाड़ी चेक करने की बात कही। जब वैन में तैनात सिक्योरिटी गार्ड ने उनसे बात करनी चाही तो एक ने उसे कहा कि कार के पास सादी वर्दी में आईपीएस अधिकारी खड़े हैं। उनसे बात कर लो और गाड़ी ले जाओ। जब गार्ड कार के पास गया तो फर्जी आईपीएस अधिकारी ने उन्हें गाड़ी थाना काउंके कलां ले जाने के लिए कहा।
इस पर हथियारबंद लुटेरे भी गाड़ी में सवार हो गए। लुटेरों ने गाड़ी को काउंके कलां सड़क से नानकसर को जाते सुआ रोड पर साइड पर रुकवा लिया और सिक्योरिटी गार्डों को उतारकर उन पर हथियार तान दिए। इसी दौरान दो लुटेरों ने वैन में रखी नकदी स्विफ्ट डिजायर कार में रख ली और फरार हो गए।
एक्सिस बैंक की कैश वैन को लूटने का मामला पूरी तरह फिल्मी लग रहा है। कैश वैन में सिक्योरिटी गार्ड थे और उनके पास हथियार भी थे लेकिन गार्डों ने लुटेरों का कोई विरोध नहीं किया। लुटेरे खुद कैश वैन के ड्राइवर के साथ बैठे जबकि दो सिक्योरिटी गार्ड सहित बाकी स्टाफ को स्विफ्ट डिजायर में बैठने के लिए कहा। इसके बावजूद गार्डों ने कोई विरोध नहीं जताया। पुलिस कैश वैन के सिक्योरिटी गार्डों सहित पांचों मुलाजिमों से पूछताछ कर रही है।
कहानी पूरी फिल्मी है- पुलिस की वर्दी पहने तीन लुटेरों ने कैश वैन को रोका, तीन लुटेरे सिविल ड्रेस में थे
- एक लुटेरे ने खुद को आईपीएस अधिकारी बताया और वैन को थाने ले जाने के लिए कहा
- थाने ले जाते समय रास्ते में वैन को रोका और ड्राइवर-गार्डों पर हथियार तान दिए
- वैन में रखा सारा कैश लुटेरों ने अपनी कार में रखा और फरार हो गए
- लुटेरों ने लुधियाना-फिरोजपुर मुख्य मार्ग पर गांव चूहड़ चक्क में एक्सिस बैंक की कैश वैन को बनाया निशाना
सिक्योरिटी गार्ड ने लूट के बारे में पुलिस को सूचित किया तो तत्काल जगरांव सीमा की नाकाबंदी कर दी गई। जालंधर जोन के आईजी लोकनाथ आंग्रा, एसएसपी जगरांव रवचरण सिंह बराड़, एसपी मोगा राजेश्वर सिंह, एसपी जगरांव बहादुर सिंह, डीएसपी हरिंदर सिंह परमार, सीआईए स्टाफ जगरांव के इंचार्ज वरियाम सिंह, सीआईए स्टाफ मोगा के इंचार्ज प्रेम सिंह, थाना सदर जगरांव के एसएचओ जसविंदर सिंह पुलिस पार्टी के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने वैन सवार सभी मुलाजिमों से पूछताछ शुरू कर लुटेरों के हुलिए के बारे में जानकारी जुटाई।
इलाका तय करने पर 6 घंटे उलझी रही पुलिस
लुधियाना-फिरोजपुर मुख्य मार्ग पर कैश वैन से डेढ़ करोड़ की लूट मामले में वारदात का इलाका तय करने में मोगा और जगरांव की पुलिस करीब छह घंटे उलझी रही। लुधियाना रेंज के आईजी ने मौके पर पहुंच कर जगरांव का क्षेत्र तय किया तो मोगा पुलिस ने सुख की सांस ली। वारदात जहां हुई वहां जगरांव की हद खत्म होती है और मोगा की हद शुरू होती है।
ऐसे में दोनों शहरों की पुलिस ही क्षेत्र तय नहीं कर पाई। जिला पुलिस प्रमुख जतिंदर सिंह खैहरा ने बताया कि घटना जगरांव क्षेत्र में हुई है। लुटेरे कैश वैन समेत चालक और सुरक्षा कर्मियों को मोगा-लुधियाना सीमा पर पड़ते गांव चूहड़ चक्क और किल्ली चाहला के पास से अगवा कर जगरांव क्षेत्र में ले गए और नकदी लूटकर फरार हो गए।
कैश वैन लूटने वाले वर्दीधारी लुटेरे हाईवे पर लगातार गश्त करते रहे, ताकि उन पर किसी को शक न हो। जगरांव पुलिस ने आरोपियों को देखने वाले कई लोगों से पूछताछ कर इनका हुलिया जानने की कोशिश की।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सोमवार सुबह वारदात वाली जगह पर बजरी प्लांट पर काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि हथियारबंद व्यक्ति जिनमें से तीन ने वर्दी पहनी हुई थी और तीन सिविल कपड़ों में थे, गाड़ी में बैठ कर जीटी रोड पर चक्कर काट रहे थे।
वहीं कैश वैन के स्टाफ की तरफ से पुलिस को बताया गया है कि वर्दीधारी लुटेरों के पास एके-47 थी। ऐसे में पुलिस मामले में और भी गंभीरता से ले रही है।
आईजी आंग्रा ने कहा कि कैश वैन के स्टाफ मुताबिक वैन लूटने वाले वर्दीधारी थे। और उनके हाथ में असाल्ट थी। असाल्ट असली थी या नकली, यह लुटेरों की गिरफ्तारी के बाद ही पता चलेगा। इस मामले में जगरांव और मोगा पुलिस आपसी तालमेल के साथ लुटेरों की तलाश कर रही है।