हरियाणा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के तहत नए डीजीपी की नियुक्ति होने तक 1985 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डॉ. केपी सिंह को पुलिस महानिदेशक का जिम्मा सौंपा है। हरियाणा मानवाधिकार आयोग के महानिदेशक केपी सिंह को वर्तमान कार्यभार के अलावा डीजीपी हरियाणा का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है।
शुक्रवार सुबह हरियाणा गृह विभाग की ओर से केपी सिंह को डीजीपी का अतिरिक्त जिम्मा सौंपने की अधिसूचना जारी की गई। इससे पहले सरकार ने राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से इसकी मंजूरी ली। केपी सिंह इससे पहले भी हरियाणा के डीजीपी रह चुके हैं। 13 अप्रैल 2016 से लेकर 28 अप्रैल 2017 तक उन्होंने इस पद पर अपनी सेवाएं दी।
हरियाणा के यमुनानगर जिले के बड़े भाजपा नेता से अवैध खनन के मामले में टकराव के चलते उन्हें अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी। केपी सिंह को डीजीपी का पद हरियाणा सरकार ने जाट आंदोलन के ठीक बाद सौंपा था। चूंकि, 2016 में हुए जाट आंदोलन के समय डीजीपी पद पर यशपाल सिंघल तैनात थे। 13 अप्रैल 2016 को सरकार ने उन्हें डीजीपी पद से हटाकर केपी सिंह को जिम्मा सौंपा था।
शुक्रवार को अधिसूचना जारी होने के बाद शाम को डीजीपी का पदभार केपी सिंह ने ग्रहण कर लिया। कार्यभार संभालने से पहले उन्हें पुलिस मुख्यालय परिसर में पुलिस जवानों ने सलामी दी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने डॉ. सिंह को पुलिस प्रमुख का पदभार संभालने के बाद बधाई दी। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, क्राइम अगेंस्ट वुमन अजय सिंघल, एडीजीपी संचालन और आईटी एएस चावला, पुलिस महानिरीक्षक आधुनिकीकरण एचएस दून, आईजीपी सीएम फ्लाइंग स्कवैड राजिंदर कुमार और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
हरियाणा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के तहत नए डीजीपी की नियुक्ति होने तक 1985 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डॉ. केपी सिंह को पुलिस महानिदेशक का जिम्मा सौंपा है। हरियाणा मानवाधिकार आयोग के महानिदेशक केपी सिंह को वर्तमान कार्यभार के अलावा डीजीपी हरियाणा का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है।
शुक्रवार सुबह हरियाणा गृह विभाग की ओर से केपी सिंह को डीजीपी का अतिरिक्त जिम्मा सौंपने की अधिसूचना जारी की गई। इससे पहले सरकार ने राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से इसकी मंजूरी ली। केपी सिंह इससे पहले भी हरियाणा के डीजीपी रह चुके हैं। 13 अप्रैल 2016 से लेकर 28 अप्रैल 2017 तक उन्होंने इस पद पर अपनी सेवाएं दी।
हरियाणा के यमुनानगर जिले के बड़े भाजपा नेता से अवैध खनन के मामले में टकराव के चलते उन्हें अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी। केपी सिंह को डीजीपी का पद हरियाणा सरकार ने जाट आंदोलन के ठीक बाद सौंपा था। चूंकि, 2016 में हुए जाट आंदोलन के समय डीजीपी पद पर यशपाल सिंघल तैनात थे। 13 अप्रैल 2016 को सरकार ने उन्हें डीजीपी पद से हटाकर केपी सिंह को जिम्मा सौंपा था।
शुक्रवार को अधिसूचना जारी होने के बाद शाम को डीजीपी का पदभार केपी सिंह ने ग्रहण कर लिया। कार्यभार संभालने से पहले उन्हें पुलिस मुख्यालय परिसर में पुलिस जवानों ने सलामी दी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने डॉ. सिंह को पुलिस प्रमुख का पदभार संभालने के बाद बधाई दी। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, क्राइम अगेंस्ट वुमन अजय सिंघल, एडीजीपी संचालन और आईटी एएस चावला, पुलिस महानिरीक्षक आधुनिकीकरण एचएस दून, आईजीपी सीएम फ्लाइंग स्कवैड राजिंदर कुमार और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।