पाकिस्तान की जेल से रिहाई के बाद सोमवार को वाघा-अटारी सीमा के रास्ते 20 भारतीय कैदी अपने वतन लौटे। कस्टम चेक के बाद इनकी कोविड जांच की गई और इन्हें इमीग्रेशन क्षेत्र में लाया गया। औपचारिकताएं पूरी होने के बाद बीएसएफ अधिकारियों ने इन भारतीय कैदियों को जिला प्रशासन के हवाले कर दिया।
दूसरी तरफ इन्हें लेने गुजरात प्रशासन की टीम भी अमृतसर पहुंच गई, जो मंगलवार की सुबह इन्हें लेकर रवाना होगी। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में कराची की लांडी जेल से रिहा यह सभी मछुआरे हैं। जो साल 2017 के दौरान अलग-अलग समय में मछलियां पकड़ते वक्त समुद्र में उतरे थे। यह भारत की सीमा पार कर पाकिस्तान की सीमा में पहुंच गए थे, जहां पाकिस्तान के कोस्टल गार्ड ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
अदालत में इन मछुआरों को जेल की सजा सुनाई। जेल में सजा पूरी होने के बाद पाकिस्तान सरकार ने इन्हें सोमवार को लांडी जेल से रिहा कर दिया। पाकिस्तान की पुलिस इन्हें वाघा बार्डर तक लेकर पहुंची और पाक रेंजर्स ने देर शाम अटारी सीमा पर रोजाना आयोजित होने वाली रिट्रीट सेरेमनी के बाद इन्हें बीएसएफ को सुपुर्द कर दिया।
प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण पाल ने बताया कि 20 मछुआरे 2017 में मछली पकड़ने गुजरात के तटीय इलाके के भीतर अपनी कश्ती समुद्र में लेकर गए थे। नेविगेशन नहीं होने की वजह से वो पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे। कराची की लांडी जेल में चार साल की सजा के बाद आज उन्हें छोड़ा गया है।
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पाकिस्तान की जेल से रिहाई के बाद सोमवार को वाघा-अटारी सीमा के रास्ते 20 भारतीय कैदी अपने वतन लौटे। कस्टम चेक के बाद इनकी कोविड जांच की गई और इन्हें इमीग्रेशन क्षेत्र में लाया गया। औपचारिकताएं पूरी होने के बाद बीएसएफ अधिकारियों ने इन भारतीय कैदियों को जिला प्रशासन के हवाले कर दिया।
दूसरी तरफ इन्हें लेने गुजरात प्रशासन की टीम भी अमृतसर पहुंच गई, जो मंगलवार की सुबह इन्हें लेकर रवाना होगी। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में कराची की लांडी जेल से रिहा यह सभी मछुआरे हैं। जो साल 2017 के दौरान अलग-अलग समय में मछलियां पकड़ते वक्त समुद्र में उतरे थे। यह भारत की सीमा पार कर पाकिस्तान की सीमा में पहुंच गए थे, जहां पाकिस्तान के कोस्टल गार्ड ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
अदालत में इन मछुआरों को जेल की सजा सुनाई। जेल में सजा पूरी होने के बाद पाकिस्तान सरकार ने इन्हें सोमवार को लांडी जेल से रिहा कर दिया। पाकिस्तान की पुलिस इन्हें वाघा बार्डर तक लेकर पहुंची और पाक रेंजर्स ने देर शाम अटारी सीमा पर रोजाना आयोजित होने वाली रिट्रीट सेरेमनी के बाद इन्हें बीएसएफ को सुपुर्द कर दिया।
प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण पाल ने बताया कि 20 मछुआरे 2017 में मछली पकड़ने गुजरात के तटीय इलाके के भीतर अपनी कश्ती समुद्र में लेकर गए थे। नेविगेशन नहीं होने की वजह से वो पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे। कराची की लांडी जेल में चार साल की सजा के बाद आज उन्हें छोड़ा गया है।