25 अक्टूबर 2021 को आईपीएल में दो नई टीमों का आगमन हुआ। 7,090 करोड़ रुपये में आरपीएसजी ग्रुप ने लखनऊ सुपर जाएंट्स और 5,625 करोड़ रुपये में सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स ने गुजरात टाइटंस को खरीदा था। उस समय किसी ने नहीं सोचा होगा कि ये दोनों टीमें प्लेऑफ में पहुंचेगी। इतना ही नहीं इनमें से कोई एक टीम चैंपियन भी बन जाएगी। गुजरात ने फाइनल में राजस्थान रॉयल्स को हराकर पहले ही प्रयास में खिताब अपने नाम कर लिया।
नीलामी के बाद सबसे कमजोर टीम कही गई गुजरात की टीम ने अंक तालिका में पहला स्थान हासिल किया। नीलामी के वक्त कहा गया कि यह टीम तीन-चार खिलाड़ियों पर निर्भर है, लेकिन हार्दिक पांड्या ने कप्तानी में कमाल करते हुए हर खिलाड़ी से बेहतर प्रदर्शन करवाया।
गुजरात की जीत के पीछे के कारणों को हम यहां पांच पॉइंट्स में बता रहे हैं।
टीम के आठ खिलाड़ी बने मैन ऑफ द मैच: आमतौर पर आईपीएल में यह देखा जाता है कि जो टीम चैंपियन बनती है उसके एक-दो खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहतरीन होता है। गुजरात के साथ ऐसा नहीं था। उसके आठ खिलाड़ियों ने मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड जीते। हार्दिक पांड्या, डेविड मिलर और शुभमन गिल को दो-दो बार यह अवॉर्ड मिला। वहीं, ऋद्धिमान साहा, लॉकी फर्ग्यूसन, मोहम्मद शमी, राहुल तेवतिया और राशिद खान एक-एक बार मैन ऑफ द मैच बने।
डेविड मिलर का नया अवतार: इस सीजन से पहले मिलर के पिछले चार-पांच सालों के प्रदर्शन को देखने के बाद तो यह लग रहा था कि नीलामी में उन्हें कोई नहीं खरीदेगा। गुजरात ने सबको चौंकाते हुए मिलर पर बोली लगाई और उन्हें तीन करोड़ में खरीद लिया। मिलर ने 2016 से 2021 के बीच 22.58 की औसत से 655 रन बनाए थे। उनका स्ट्राइक रेट 118.65 का रहा।
इस बार मिलर का नया अवतार देखने को मिला। उन्होंने आईपीएल 2022 में 68.71 की औसत और 142.72 की स्ट्राइक रेट से 481 रन बनाए। नंबर पांच या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए एक सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में वो दूसरे स्थान पर रहे। उनसे ज्यादा दिनेश कार्तिक ने 2018 में बनाए थे। तब कार्तिक के बल्ले से 472 रन निकले थे।
हार्दिक पांड्या का जबरदस्त कमबैक: टीम इंडिया में खराब प्रदर्शन के बाद बाहर होने वाले हार्दिक ने इस आईपीएल से धमाकेदार वापसी की। उन्होंने 44.27 की औसत और 131.26 की स्ट्राइक रेट से 487 रन बनाए। पांड्या का 2015 से 2021 तक औसत 27.33 और स्ट्राइक रेट 153.91 रहा। उनके स्ट्राइक रेट में गिरावट तो हुई, लेकिन औसत बढ़ा। वो पहले से ज्यादा रन बनाने पर ध्यान देने लगे। फाइनल में तो उन्होंने कमाल ही कर दिया। पहले 17 रन देकर तीन विकेट लिए फिर 34 रन भी बनाए। वो आईपीएल फाइनल में तीन विकेट लेने के साथ-साथ 30 से ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं।
गेंदबाजों ने मिलकर दिलाई जीत: कप्तान हार्दिक और कोच आशीष नेहरा ने नीलामी से पहले ही यह योजना बना ली थी कि गेंदबाजी आक्रामण मजबूत और अनुभवी होगी। उन्होंने ऐसा ही किया। राशिद खान के साथ मोहम्मद शमी और लॉकी फर्ग्यूसन को टीम के साथ जोड़ा। हार्दिक ने भी गेंदबाजी में वापसी की। यश दयाल, प्रदीप सांगवान, वरुण एरॉन और अल्जारी जोसेफ ने अलग-अलग मैचों में पांचवें गेंदबाज की भूमिका निभाई।
गुजरात की टीम के पांच गेंदबाजों की सैलरी तीन करोड़ या उससे अधिक है। इस मामले में सिर्फ दिल्ली कैपिटल्स और सनराइजर्स हैदराबाद चार-चार गेंदबाजों के साथ उससे आगे हैं। गुजरात के गेंदबाजों का पावरप्ले में स्ट्राइक रेट (21. 33) सबसे बेहतर रहा। डेथ ओवरों में भी उन्होंने ज्यादा रन नहीं लुटाए। 16 से 20 ओवर के बीच उनके गेंदबाजों की इकोनॉमी रेट (9.60) सबसे बेहतर रही। गुजरात के गेंदबाजों ने सबसे कम तीन बार ही एक ओवर में 20 या उससे ज्यादा रन बनाए।
नजदीकी मुकाबलों में नहीं हारी टीम: गुजरात टाइटंस ने नजदीकी मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन किया। आखिरी के ओवरों में टीम के बल्लेबाजों ने आक्रामक बल्लेबाजी की। सात बार गुजरात की टीम अंतिम ओवर में मैच जीती। आईपीएल इतिहास में किसी टीम का इस मामले में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन रहा। उसने आखिरी ओवरों में 10 या उससे ज्यादा रन बनाकर पांच बार मुकाबले को अपने नाम किया। वहीं, आखिरी चार ओवरों में 50 या उससे ज्यादा रन बनाकर तीन बार जीत हासिल की।
छक्कों पर निर्भर नहीं रही टीम: गुजरात के बल्लेबाजों ने सीजन में 79 छक्के लगाए। वह सबसे कम छक्के लगाकर चैंपियन बनने वाली टीम बन गई। गुजरात ने हर 24.1 गेंद पर छक्का लगाया। इस मामले में सीजन में वह अन्य टीमों से फिसड्डी रही। दूसरी टीमों का औसत 15.6 गेंद रहा।
आईपीएल चैंपियन द्वारा सीजन में प्रति बॉल लगाए गए छक्के
टीम |
सीजन |
कुल छक्के |
प्रति बॉल छक्के |
कोलकाता नाइटराइडर्स |
2012 |
69 |
28.3 |
गुजरात टाइटंस |
2022 |
79 |
24.1 |
कोलकाता नाइटराइडर्स |
2014 |
76 |
23.9 |
विस्तार
25 अक्टूबर 2021 को आईपीएल में दो नई टीमों का आगमन हुआ। 7,090 करोड़ रुपये में आरपीएसजी ग्रुप ने लखनऊ सुपर जाएंट्स और 5,625 करोड़ रुपये में सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स ने गुजरात टाइटंस को खरीदा था। उस समय किसी ने नहीं सोचा होगा कि ये दोनों टीमें प्लेऑफ में पहुंचेगी। इतना ही नहीं इनमें से कोई एक टीम चैंपियन भी बन जाएगी। गुजरात ने फाइनल में राजस्थान रॉयल्स को हराकर पहले ही प्रयास में खिताब अपने नाम कर लिया।
नीलामी के बाद सबसे कमजोर टीम कही गई गुजरात की टीम ने अंक तालिका में पहला स्थान हासिल किया। नीलामी के वक्त कहा गया कि यह टीम तीन-चार खिलाड़ियों पर निर्भर है, लेकिन हार्दिक पांड्या ने कप्तानी में कमाल करते हुए हर खिलाड़ी से बेहतर प्रदर्शन करवाया।
गुजरात की जीत के पीछे के कारणों को हम यहां पांच पॉइंट्स में बता रहे हैं।