टीम इंडिया के अनुभवी खिलाड़ी एमएस धोनी का विश्व कप में विकेटकीपिंग गलव्स पर 'बलिदान बैज' पहनकर खेलने का विवाद बढ़ता ही जा रहा है। ICC की दखलअंदाजी के बाद बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया यानी BCCI माही के पक्ष में खड़ा हो गया था। जिसके बाद अब क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था यू-टर्न लेते नजर आ रही है।
सूत्रों के मुताबिक ICC यदि एमएस धोनी और बीसीसीआई आईसीसी को यह मनाने में कामयाब हो जाते हैं कि 'बालिदान बैज' में कोई राजनीतिक, धार्मिक या नस्लीय संदेश नहीं है, तो आईसीसी बीसीसीआई के अनुरोध पर विचार कर सकता है।
'जब पाकिस्तानी टीम मैदान पर नमाज पढ़ सकती है, तो धोनी बलिदान बैज क्यों नहीं लगा सकते'
इसके पहले BCCI ने इस संबंध में आईसीसी को पत्र भी लिखा था। BCCI की प्रशासनिक समिति के अध्यक्ष विनोद राय के मुताबिक इस मुद्दे पर ICC को जवाब दे दिया था। विनोद राय ने कहा, 'हम अपने खिलाड़ियों के साथ खड़े हैं। धोनी के दस्ताने पर जो चिह्न है, वह किसी धर्म का प्रतीक नहीं है और न ही यह व्यवसायिक है। जहां तक पहले से अनुमति की बात है तो हम इसके लिए ICC से धोनी को गलव्स के इस्तेमाल को लेकर अपील करेंगे।'
सूत्रों के मुताबिक ICC यदि एमएस धोनी और बीसीसीआई आईसीसी को यह मनाने में कामयाब हो जाते हैं कि 'बालिदान बैज' में कोई राजनीतिक, धार्मिक या नस्लीय संदेश नहीं है, तो आईसीसी बीसीसीआई के अनुरोध पर विचार कर सकता है।
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इसके पहले BCCI ने इस संबंध में आईसीसी को पत्र भी लिखा था। BCCI की प्रशासनिक समिति के अध्यक्ष विनोद राय के मुताबिक इस मुद्दे पर ICC को जवाब दे दिया था। विनोद राय ने कहा, 'हम अपने खिलाड़ियों के साथ खड़े हैं। धोनी के दस्ताने पर जो चिह्न है, वह किसी धर्म का प्रतीक नहीं है और न ही यह व्यवसायिक है। जहां तक पहले से अनुमति की बात है तो हम इसके लिए ICC से धोनी को गलव्स के इस्तेमाल को लेकर अपील करेंगे।'
ICC Sources: If MS Dhoni and BCCI convince ICC that the "balidaan badge" does not have any political, religious, or racial message, ICC may consider the request pic.twitter.com/qRQDQwgr3j
— ANI (@ANI) June 7, 2019