हरिद्वार महाकुंभ के दौरान होने वाली शाही स्नान की तिथियां जल्द घोषित की जाएंगी। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत नरेंद्र गिरी ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ हुई बैठक में यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री आवास पर बृहस्पतिवार को संत समाज के साथ हुई बैठक में मेले की तैयारियों और संत समाज के सहयोग को लेकर विस्तार से चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 2021 महाकुंभ में भीड़ प्रबंधन बड़ी चुनौती होगी। भीड़ प्रबंधन में संत समाज एवं अखाड़ा परिषद का सहयोग जरूरी है। उन्होंने संत समाज से आग्रह किया कि शाही स्नान की तिथियां समय पर निर्धारित होने से आगे की व्यवस्थाएं बनाने में सहायता मिलेगी। कुंभ के दौरान सभी अखाड़ों को शाही स्नान के दौरान कोई कठिनाई न हो इसका ध्यान रखा जाएगा। अखाड़ों को आवागमन में कोई बाधा न हो इसकी भी पहले से ही व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरिद्वार को जोड़ने वाली सभी सड़कों एवं पुलों का निर्माण तेज करने के लिए दो या तीन शिफ्ट में कार्य शुरू किया जाए।
बैठक में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि संत समाज के सहयोग से भव्य एवं दिव्य कुंभ का आयोजन किया जाएगा। अखाड़ा परिषदों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास होंगे। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि मेला संपन्न कराने के लिए राज्य सरकार को पूरा सहयोग किया जाएगा। कुंभ क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने, आंतरिक सड़कों के निर्माण, स्वच्छता, पेयजल, पेशवाई मार्गों के निर्माण, अखाड़ों को भूमि उपलब्ध कराने, अखाड़ों के निर्माण के लिए आवश्यक धनराशि की उपलब्धता की बात कही।
अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्री महंत हरिगिरि ने कहा कि कुंभ मेले के भव्य आयोजन के लिए सबको निस्वार्थ भाव से कार्य करना होगा। बैठक में मेला आईजी संजय गुंज्याल एवं अपर मेलाधिकारी ललित नारायण मिश्रा ने व्यवस्थाओं की जानकारी दी। बैठक में अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश, डीजी कानून और व्यवस्था अशोक कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
हरिद्वार महाकुंभ के दौरान होने वाली शाही स्नान की तिथियां जल्द घोषित की जाएंगी। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत नरेंद्र गिरी ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ हुई बैठक में यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री आवास पर बृहस्पतिवार को संत समाज के साथ हुई बैठक में मेले की तैयारियों और संत समाज के सहयोग को लेकर विस्तार से चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 2021 महाकुंभ में भीड़ प्रबंधन बड़ी चुनौती होगी। भीड़ प्रबंधन में संत समाज एवं अखाड़ा परिषद का सहयोग जरूरी है। उन्होंने संत समाज से आग्रह किया कि शाही स्नान की तिथियां समय पर निर्धारित होने से आगे की व्यवस्थाएं बनाने में सहायता मिलेगी। कुंभ के दौरान सभी अखाड़ों को शाही स्नान के दौरान कोई कठिनाई न हो इसका ध्यान रखा जाएगा। अखाड़ों को आवागमन में कोई बाधा न हो इसकी भी पहले से ही व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरिद्वार को जोड़ने वाली सभी सड़कों एवं पुलों का निर्माण तेज करने के लिए दो या तीन शिफ्ट में कार्य शुरू किया जाए।
बैठक में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि संत समाज के सहयोग से भव्य एवं दिव्य कुंभ का आयोजन किया जाएगा। अखाड़ा परिषदों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास होंगे। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि मेला संपन्न कराने के लिए राज्य सरकार को पूरा सहयोग किया जाएगा। कुंभ क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने, आंतरिक सड़कों के निर्माण, स्वच्छता, पेयजल, पेशवाई मार्गों के निर्माण, अखाड़ों को भूमि उपलब्ध कराने, अखाड़ों के निर्माण के लिए आवश्यक धनराशि की उपलब्धता की बात कही।
अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्री महंत हरिगिरि ने कहा कि कुंभ मेले के भव्य आयोजन के लिए सबको निस्वार्थ भाव से कार्य करना होगा। बैठक में मेला आईजी संजय गुंज्याल एवं अपर मेलाधिकारी ललित नारायण मिश्रा ने व्यवस्थाओं की जानकारी दी। बैठक में अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश, डीजी कानून और व्यवस्था अशोक कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।