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Dehradun News: मार्च 2026 तक पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज का काम पूरा करने का लक्ष्य
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-भवन निर्माण के बाद फैकल्टी नियुक्ति व संचालन के लिए शुरू होगी प्रक्रिया
-मुख्यमंत्री धामी के दिशा-निर्देशों से मेडिकल शिक्षा को नई रफ्तार
अमर उजाला ब्यूरो
देहरादून। प्रदेश सरकार ने मार्च 2026 तक राजकीय मेडिकल कॉलेज पिथौरागढ़ का निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा है। अधिकतर भवनों का काम 70 से 90 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। निर्माण कार्य के बाद मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी नियुक्ति व संचालन के लिए प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिशा-निर्देशों से राज्य में चिकित्सा शिक्षा का विस्तार किया जा रहा है। सरकार हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने के लिए प्रयासरत है। पिथौरागढ़ जिले में मेडिकल कॉलेज का निर्माण अंतिम चरण में है। मेडिकल कॉलेज शुरू होने के बाद लोगों को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए हल्द्वानी, देहरादून या दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा।
मेडिकल कॉलेज का निर्माण कर रहा पेयजल निगम के अनुसार प्रमुख भवनों का काम 70 से 95 प्रतिशत तक हो चुका हैं। इसके अलावा फैकल्टी, लैबोरेट्री ब्लॉक और परीक्षा लेक्चर थिएटर ब्लॉक 65 से 80 प्रतिशत व प्रशासनिक भवन का 45 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। हॉस्टल भवनों में काम तेजी से चल रहा है।
आवासीय ब्लॉकों में टाइप-6 और टाइप-4 श्रेणियां 85 से 96 प्रतिशत तक पूरी हो चुकी हैं। यह पूरी संरचना मेडिकल कॉलेज के संचालन को सुचारू बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इससे डॉक्टरों, नर्सों, फैकल्टी और छात्रों को बेहतर रहने की व्यवस्था उपलब्ध होगी। अस्पताल परिसर में इमरजेंसी ब्लॉक 90 प्रतिशत और आईपीडी-एक में 75 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। ओपीडी-दो, जूनियर रेजिडेंट हॉस्टल, इंटर्न हॉस्टल का काम जारी है।
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पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज का मॉडल इंस्टीट्यूट बनाया जाएगा : डॉ. आर राजेश कुमार
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा, पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज मुख्यमंत्री धामी की प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में शामिल है। मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए कार्यदायी संस्था को निर्देश दिए गए। हमारा लक्ष्य सिर्फ एक मेडिकल कॉलेज बनाना नहीं, बल्कि इसे राज्य का मॉडल मेडिकल इंस्टीट्यूट बनाना है।
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अमर उजाला ब्यूरो
देहरादून। प्रदेश सरकार ने मार्च 2026 तक राजकीय मेडिकल कॉलेज पिथौरागढ़ का निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा है। अधिकतर भवनों का काम 70 से 90 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। निर्माण कार्य के बाद मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी नियुक्ति व संचालन के लिए प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिशा-निर्देशों से राज्य में चिकित्सा शिक्षा का विस्तार किया जा रहा है। सरकार हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने के लिए प्रयासरत है। पिथौरागढ़ जिले में मेडिकल कॉलेज का निर्माण अंतिम चरण में है। मेडिकल कॉलेज शुरू होने के बाद लोगों को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए हल्द्वानी, देहरादून या दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा।
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मेडिकल कॉलेज का निर्माण कर रहा पेयजल निगम के अनुसार प्रमुख भवनों का काम 70 से 95 प्रतिशत तक हो चुका हैं। इसके अलावा फैकल्टी, लैबोरेट्री ब्लॉक और परीक्षा लेक्चर थिएटर ब्लॉक 65 से 80 प्रतिशत व प्रशासनिक भवन का 45 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। हॉस्टल भवनों में काम तेजी से चल रहा है।
आवासीय ब्लॉकों में टाइप-6 और टाइप-4 श्रेणियां 85 से 96 प्रतिशत तक पूरी हो चुकी हैं। यह पूरी संरचना मेडिकल कॉलेज के संचालन को सुचारू बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इससे डॉक्टरों, नर्सों, फैकल्टी और छात्रों को बेहतर रहने की व्यवस्था उपलब्ध होगी। अस्पताल परिसर में इमरजेंसी ब्लॉक 90 प्रतिशत और आईपीडी-एक में 75 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। ओपीडी-दो, जूनियर रेजिडेंट हॉस्टल, इंटर्न हॉस्टल का काम जारी है।
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पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज का मॉडल इंस्टीट्यूट बनाया जाएगा : डॉ. आर राजेश कुमार
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा, पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज मुख्यमंत्री धामी की प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में शामिल है। मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए कार्यदायी संस्था को निर्देश दिए गए। हमारा लक्ष्य सिर्फ एक मेडिकल कॉलेज बनाना नहीं, बल्कि इसे राज्य का मॉडल मेडिकल इंस्टीट्यूट बनाना है।