दिल्ली-दून एक्सप्रेसवे: रफ्तार का नया रास्ता... अब खेकड़ा से अक्षरधाम 20 मिनट, ढाई घंटे में दिल्ली से देहरादून
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे एक एलिवेटेड हिस्से को ट्रायल के लिए खोल दिया गया है। यह अक्षरधाम से खेकड़ा तक जाता है। इसके जरिये दिल्ली आने-जाने वाले यात्रियों को काफी राहत मिली। पहले जहां खेकड़ा से दिल्ली पहुंचने में घंटों लग जाते थे, अब यह दूरी महज 20 से 25 मिनट में पूरी की जा सकेगी।
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दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के एलिवेटेड हिस्से को 30 नवंबर की आधी रात से ट्रायल रन के लिए खोल दिया गया। बैरिकेडिंग हटते ही गाड़ियों ने रफ्तार पकड़ ली और लंबे समय से जाम झेल रहे लोगों ने राहत की सांस ली। पहले जहां खेकड़ा से दिल्ली पहुंचने में घंटों लग जाते थे, अब यह दूरी महज 20 से 25 मिनट में पूरी की जा सकेगी। जल्द ही एक्सप्रेसवे पूरी तरह शुरू हो जाने के बाद दिल्ली से देहरादून का सफर दो-ढाई घंटे में पूरा होगा। अभी इसमें 6-6:30 घंटे लगते हैं। उम्मीद की जा रही है जल्द ही पूरे एक्सप्रेसवे को यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे 6 लेन का है। करीब 210 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे अक्षरधाम से देहरादून तक जाता है। इस पर करीब 13,000 करोड़ रुपये की लागत आई है। दिल्ली में इसका एलिवेटेड हिस्सा सीधे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से जुड़ता है, जिससे दिल्ली से पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड का सड़क संपर्क और तेज हो गया है।
यह एक्सप्रेसवे उत्तराखंड की हसीन वादियों की सैर करने जाने वाले सैलानियों, पहाड़ी राज्य से काराबोर के सिलसिले में राजधानी आने वाले व्यापारियों, उद्यमियों और आम यात्रियों के लिए परिवर्तनकारी होगा। एक्सप्रेसवे के रास्ते दिल्ली से देहरादून जाने में दो से ढाई घंटे लगेंगे, जो अभी छह से साढ़े छह घंटे लगते हैं।
एलिवेटेड हिस्सा खुलने से सिर्फ खेकड़ा और आसपास के लोगों को ही नहीं, बल्कि बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और पूरे उत्तराखंड के यात्रियों को भी बड़ा फायदा मिला है। यह मार्ग इन जिलों को दिल्ली-एनसीआर से तेज, आसान वैकल्पिक कनेक्टिविटी दे रहा है। कई सड़कें जिन पर रोज जाम लगता था, अब उनका लोड इस एक्सप्रेसवे पर शिफ्ट हो जाएगा। एक्सप्रेसवे पूरी तरह खुलने के बाद दिल्ली से देहरादून का सफर ढाई घंटे में पूरा किया जा सकेगा। पहले यह दूरी तय करने में लगभग 6.30 घंटे लगते थे। यह बदलाव यात्रियों, पर्यटकों, व्यापारियों और उद्योग जगत के लिए गेमचेंजर साबित होगी।
लोनी और मंडोला में उतर-चढ़ सकेंगे वाहन
एलिवेटेड सड़क भले ही दिल्ली के अक्षरधाम से खेकड़ा के ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे तक बनी हुई है, मगर इस पर बीच में कई जगह वाहन उतर-चढ़ सकेंगे। मंडोला में पहला कट बनाया गया है, जिससे आसपास के गांवों के रहने वाले वाहन मालिकों को फायदा होगा। इसके अलावा लोनी व गीता कॉलोनी पर भी कट बनाए गए हैं।
बागपत से चढ़ेंगे तो नहीं देना होगा टोल
इस एलिवेटेड सड़क पर बागपत से दिल्ली के बीच टोल बूथ नहीं लगाया गया है और वाहन चालकों को टोल फ्री सफर कराया जाएगा। यह जरूर है कि मवीकलां से आगे देहरादून के लिए कोई वाहन एक्सप्रेसवे पर जाएगा तो उस पर तुरंत ही टोल लग जाएगा। इस तरह एलिवेटेड सडक़ का सबसे ज्यादा फायदा बागपत से इस पर चढ़ने वाले वाहन चालकों को होगा।
सुविधाओं से लैस सुपरफास्ट रूट
एक्सप्रेसवे पर चलते हुए आपातकालीन सेवाएं, पेट्रोल पंप, रेस्टोरेंट, एंबुलेंस, सुरक्षा पेट्रोलिंग जैसी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। इसके अलावा हाईवे पर स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम भी लगाया गया है, जो वाहन गति, ट्रैफिक फ्लो और सुरक्षा पर लगातार नजर रखेगा। एलिवेटेड रोड खुलने के बाद इस पर आने जाने वाले लोग खुश हैं। खेकड़ा में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे से दिल्ली के अक्षरधाम तक एलिवेटेड सड़क पूरी तरह से आधुनिक बनाई गई है। सौर ऊर्जा से लाइटें जलेंगी तो हाईटेक कैमरे भी लगाए गए हैं। इस पर सौर ऊर्जा से लाइटें जलाई जाएंगी और इनमें भी ऑटो सिस्टम लगाया गया है जो दिन निकलते ही खुद बंद हो जाएंगी। इसके लिए एलिवेटेड सड़क के किनारों पर ऊपर व नीचे सोलर पैनल लगाए गए हैं।
पर्यावरण और वन्यजीवों का भी रखा ख्याल
पूरे एक्सप्रेसवे को चार हिस्सों में बनाया गया है। सभी हिस्सों में पर्यावरणीय मानकों का खास ख्याल रखा गया है। राजाजी नेशनल पार्क में एशिया का सबसे लंबा 12 किमी का एलिवेटेड जंगल कॉरिडोर भी इसी का हिस्सा है। इस कॉरिडोर में जानवरों की आवाजाही के लिए छह अंडरपास बनाए गए हैं। इस मार्ग पर चलते हुए दोनों ओर हरियाली नजर आएगी। इसके साथ ही भविष्य में इस एक्सप्रेसवे पर ई-वाहनों के लिए विशेष चार्जिंग स्टेशन भी विकसित किए जाने की योजना है।
सुचारु रही वाहनों की आवाजाही औपचारिक उद्घाटन जल्द
एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि यह ट्रायल बेहद सफल रहा है। वाहनों की आवाजाही सुचारु रूप से चल रही है। कहीं कोई तकनीकी या ट्रैफिक संबंधी समस्या नहीं आई। अब एक्सप्रेसवे का जल्द ही औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा। 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया था।