गाजियाबाद के मोदीनगर स्थित गिन्नी देवी मोदी गर्ल्स पीजी कॉलेज की छात्राओं की ओर से शुरू किए गए विवाद को हिजाब प्रकरण का रंग देने वाले लोग पुलिस की रडार पर है। पुलिस गोपनीय तरीके से इससे संबंधित लोगों को चिह्नित कर रही है। खुफिया विभाग ने भी पड़ताल कर रिपोर्ट शासन को भेज दी है। बुधवार को भी कॉलेज में बीएससी गृह विज्ञान की छात्राओं का प्रैक्टिकल हुआ। उधर, कॉलेज प्रशासन ने बृहस्पतिवार से शुरू होने वाली वार्षिक परीक्षा की तैयारी पूरी कर ली।
गिन्नी देवी मोदी पीजी कॉलेज में बीते सोमवार को छात्राओं को टैबलेट वितरित किए जाने के दौरान यह विवाद शुरू हुआ था। 69 में से 60 छात्राओं को टैबलेट दे दिए गए। कुछ छात्राओं ने टैबलेट नहीं देने का आरोप लगाते हुए दिल्ली-मेरठ मार्ग पर हंगामा करते हुए प्राचार्या के खिलाफ नारेबाजी की थी।
सोशल मीडिया पर मामले का वीडियो हिजाब से जोड़कर वायरल कर दिया गया। हालांकि कॉलेज प्रबंधन और पुलिस ने हिजाब के लिए विवाद होने की बात से इंकार किया। मंगलवार को दो छात्राओं के वीडियो वायरल कर एक बार फिर मामले का हिजाब से जोड़ने का प्रयास किया गया। उधर, कॉलेज प्रशासन का दावा है कि दोनों छात्राएं स्मार्टफोन या टैबलेट की लिए पात्र नहीं है।
आज से कॉलेज में होंगी परीक्षा
कॉलेज में बृहस्पतिवार से होने वाली वार्षिक परीक्षा शुरू होंगी। बुधवार को ही इसकी तैयारी पूरी कर ली गई। बुधवार सुबह बीएससी होम सांइस की 20 से ज्यादा छात्राएं प्रैक्टिकल देने पहुंचीं थीं। पुलिस ने भी कॉलेज पहुंचकर विवाद और सुरक्षा से संबंधित बिंदुओं पर प्राचार्या से बात की है।
जबरन गलत रंग दिया जा रहा है मामले को
गिन्नी देवी मोदी पीजी गर्ल्स कॉलेज की प्राचार्या वंदना शर्मा का कहना है कि हिजाब जैसा शब्द मेरी डिक्शनरी में नहीं है। कॉलेज में आज से वार्षिक परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। उसकी तैयारी कर ली गई। यूनिफार्म के मामले को जबरन हिजाब के विवाद का रंग देने का प्रयास किया जा रहा है। अनुशासन उनकी प्राथमिकताओं में है। कॉलेज में किसी भी कीमत पर अनुशासनहीनता नहीं होने दी जाएगी।
कॉलेज में हिजाब जैसी कोई बात नहीं हुई। न ही इस बारे में कोई लिखित शिकायत मिली है। कुछ लोग यूनिफार्म को हिजाब से जोड़ रहें है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। तूल देने वालों को चिह्नित किया जा रहा है।- सुनील कुमार सिंह, सीओ मोदीनगर
विस्तार
गाजियाबाद के मोदीनगर स्थित गिन्नी देवी मोदी गर्ल्स पीजी कॉलेज की छात्राओं की ओर से शुरू किए गए विवाद को हिजाब प्रकरण का रंग देने वाले लोग पुलिस की रडार पर है। पुलिस गोपनीय तरीके से इससे संबंधित लोगों को चिह्नित कर रही है। खुफिया विभाग ने भी पड़ताल कर रिपोर्ट शासन को भेज दी है। बुधवार को भी कॉलेज में बीएससी गृह विज्ञान की छात्राओं का प्रैक्टिकल हुआ। उधर, कॉलेज प्रशासन ने बृहस्पतिवार से शुरू होने वाली वार्षिक परीक्षा की तैयारी पूरी कर ली।
गिन्नी देवी मोदी पीजी कॉलेज में बीते सोमवार को छात्राओं को टैबलेट वितरित किए जाने के दौरान यह विवाद शुरू हुआ था। 69 में से 60 छात्राओं को टैबलेट दे दिए गए। कुछ छात्राओं ने टैबलेट नहीं देने का आरोप लगाते हुए दिल्ली-मेरठ मार्ग पर हंगामा करते हुए प्राचार्या के खिलाफ नारेबाजी की थी।
सोशल मीडिया पर मामले का वीडियो हिजाब से जोड़कर वायरल कर दिया गया। हालांकि कॉलेज प्रबंधन और पुलिस ने हिजाब के लिए विवाद होने की बात से इंकार किया। मंगलवार को दो छात्राओं के वीडियो वायरल कर एक बार फिर मामले का हिजाब से जोड़ने का प्रयास किया गया। उधर, कॉलेज प्रशासन का दावा है कि दोनों छात्राएं स्मार्टफोन या टैबलेट की लिए पात्र नहीं है।
आज से कॉलेज में होंगी परीक्षा
कॉलेज में बृहस्पतिवार से होने वाली वार्षिक परीक्षा शुरू होंगी। बुधवार को ही इसकी तैयारी पूरी कर ली गई। बुधवार सुबह बीएससी होम सांइस की 20 से ज्यादा छात्राएं प्रैक्टिकल देने पहुंचीं थीं। पुलिस ने भी कॉलेज पहुंचकर विवाद और सुरक्षा से संबंधित बिंदुओं पर प्राचार्या से बात की है।
जबरन गलत रंग दिया जा रहा है मामले को
गिन्नी देवी मोदी पीजी गर्ल्स कॉलेज की प्राचार्या वंदना शर्मा का कहना है कि हिजाब जैसा शब्द मेरी डिक्शनरी में नहीं है। कॉलेज में आज से वार्षिक परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। उसकी तैयारी कर ली गई। यूनिफार्म के मामले को जबरन हिजाब के विवाद का रंग देने का प्रयास किया जा रहा है। अनुशासन उनकी प्राथमिकताओं में है। कॉलेज में किसी भी कीमत पर अनुशासनहीनता नहीं होने दी जाएगी।
कॉलेज में हिजाब जैसी कोई बात नहीं हुई। न ही इस बारे में कोई लिखित शिकायत मिली है। कुछ लोग यूनिफार्म को हिजाब से जोड़ रहें है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। तूल देने वालों को चिह्नित किया जा रहा है।- सुनील कुमार सिंह, सीओ मोदीनगर