ग्रेटर नोएडा। सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के आगे से गुर्जर शब्द हटाने के विवाद ने तूल पकड़ लिया है। दादरी से शुरू हुआ विवाद अब गांव-गांव, दूसरे शहरों और प्रदेशों तक पहुंच गया है। पुलिस ने महापंचायत की अनुमति नहीं दी है। इसके बावजूद लोग गांवों में बैठक कर ‘गुर्जर स्वाभिमान महापंचायत’ में पहुंचने का आह्वान कर रहे हैं। वहीं, सोशल मीडिया पर भी महापंचायत का प्रचार किया जा रहा है और तर्क-वितर्क किए जा रहे हैं। इस मामले में पुलिस प्रशासन भी अलर्ट हो गया है।
अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रविंद्र भाटी ने बताया कि पंचायत में हजारों की संख्या में लोग हिस्सा लेंगे। पंचायत को लेकर प्रशासन अनुमति देने के लिए तैयार नहीं है। अनुमति नहीं मिलने पर भी गुर्जर समाज की पंचायत होगी। दस हजार से अधिक लोग पंचायत में पहुंचेंगे। सहारनपुर, दिल्ली, एनसीआर, शामली, राजस्थान, पलवल समेत देश के हर हिस्से से लोग पहुंचेंगे। महापंचायत को लेकर विभिन्न संगठनों के लोग स्वयं ही सोशल मीडिया के माध्यम से पहुंचने का दावा कर रहे हैं।
सपा के प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने कहा कि सम्राट मिहिर भोज के आगे हमेशा गुर्जर लिखा जाता रहा है। अब तक कोई विवाद नहीं हुआ। भाजपा अपने स्वार्थ के लिए जाति, धर्म के नाम पर लड़ाती आई है। दादरी में गुर्जर और राजपूत विवाद बनाया जा रहा है। राजपूत हमारे भाई हैं। दोनों में भाईचारा है। आयोजन में एक साथ रहते हैं। हम एक ही जाति हैं। राजपूत भाई तथ्य तलाश करें। गुर्जर और राजपूत युवाओं से हाथ जोड़कर निवेदन है कि वे शांति से लाइब्रेरियों में बैठकर तथ्यों पर बात करें। गुर्जर और राजपूत समाज में सभी लोग सद्भाव चाहते हैं। कुछ असामाजिक तत्व हैं। उन्हें रोकना होगा।
टेंट को लगाने से पुलिस ने रोका
महापंचायत की तैयारियों के लिए शनिवार को प्रतिमा स्थल के पास टेंट पुलिस ने आयोजकों को रोक दिया। पुलिस का कहना है कि किसी भी पंचायत की कोई अनुमति नहीं है। ऐसे में पंचायत नहीं होने दी जाएगी।
ग्रेटर नोएडा। सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के आगे से गुर्जर शब्द हटाने के विवाद ने तूल पकड़ लिया है। दादरी से शुरू हुआ विवाद अब गांव-गांव, दूसरे शहरों और प्रदेशों तक पहुंच गया है। पुलिस ने महापंचायत की अनुमति नहीं दी है। इसके बावजूद लोग गांवों में बैठक कर ‘गुर्जर स्वाभिमान महापंचायत’ में पहुंचने का आह्वान कर रहे हैं। वहीं, सोशल मीडिया पर भी महापंचायत का प्रचार किया जा रहा है और तर्क-वितर्क किए जा रहे हैं। इस मामले में पुलिस प्रशासन भी अलर्ट हो गया है।
अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रविंद्र भाटी ने बताया कि पंचायत में हजारों की संख्या में लोग हिस्सा लेंगे। पंचायत को लेकर प्रशासन अनुमति देने के लिए तैयार नहीं है। अनुमति नहीं मिलने पर भी गुर्जर समाज की पंचायत होगी। दस हजार से अधिक लोग पंचायत में पहुंचेंगे। सहारनपुर, दिल्ली, एनसीआर, शामली, राजस्थान, पलवल समेत देश के हर हिस्से से लोग पहुंचेंगे। महापंचायत को लेकर विभिन्न संगठनों के लोग स्वयं ही सोशल मीडिया के माध्यम से पहुंचने का दावा कर रहे हैं।
सपा के प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने कहा कि सम्राट मिहिर भोज के आगे हमेशा गुर्जर लिखा जाता रहा है। अब तक कोई विवाद नहीं हुआ। भाजपा अपने स्वार्थ के लिए जाति, धर्म के नाम पर लड़ाती आई है। दादरी में गुर्जर और राजपूत विवाद बनाया जा रहा है। राजपूत हमारे भाई हैं। दोनों में भाईचारा है। आयोजन में एक साथ रहते हैं। हम एक ही जाति हैं। राजपूत भाई तथ्य तलाश करें। गुर्जर और राजपूत युवाओं से हाथ जोड़कर निवेदन है कि वे शांति से लाइब्रेरियों में बैठकर तथ्यों पर बात करें। गुर्जर और राजपूत समाज में सभी लोग सद्भाव चाहते हैं। कुछ असामाजिक तत्व हैं। उन्हें रोकना होगा।
टेंट को लगाने से पुलिस ने रोका
महापंचायत की तैयारियों के लिए शनिवार को प्रतिमा स्थल के पास टेंट पुलिस ने आयोजकों को रोक दिया। पुलिस का कहना है कि किसी भी पंचायत की कोई अनुमति नहीं है। ऐसे में पंचायत नहीं होने दी जाएगी।