दादरी में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के अनावरण से चंद मिनट पहले ही गुर्जर शब्द हटाने और बाद में स्टीकर चिपकाने का विवाद गहरा गया है। 26 सितंबर को कॉलेज परिसर में गुर्जर समाज ने महापंचायत बुलाने का निर्णय लिया है। वहीं, करणी सेना के रुख पर भी पुलिस-प्रशासन की कड़ी नजर है। वहीं, गुर्जर समाज के विरोध के कारण प्रतिमा की सुरक्षा में बड़ी संख्या पुलिस बल और पीएसी को तैनात किया गया है। प्रतिमा स्थल के नजदीक जाने की किसी को अनुमति नहीं दी गई है।
दरअसल, मुख्यमंत्री के आने से चंद मिनट पहले ही एक वरिष्ठ नेता ने शिलापट्ट से गुर्जर शब्द को हटा दिया था। इसके विरोध में गुर्जर संगठनों के पदाधिकारियों ने कार्यक्रम के बाद दादरी विधायक तेजपाल नागर के खिलाफ नारेबाजी की थी। उनके आवास पर भी विरोध प्रदर्शन किया गया था। बृहस्पतिवार को भी सोशल मीडिया पर गुर्जर संगठनों के लोग पूरे दिन भाजपा नेताओं के खिलाफ पोस्ट करते रहे। विरोध के कारण कार्यक्रम के बाद से ही प्रतिमा स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई थी। चबूतरे पर लगे गेट पर ताला लगा दिया गया है। शिलापट्ट पर भी ऊपर से कपड़ा ढका हुआ है। पुलिस किसी को भी प्रतिमा के नजदीक नहीं जाने दे रही है। दादरी कोतवाली प्रभारी का कहना है कि प्रतिमा की सुरक्षा में पुलिस बल तैनात किया हुआ है। उत्पात करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
विधायक का मोबाइल स्विच ऑफ
लोगों ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के कारण बृहस्पतिवार को दादरी विधायक के मोबाइल नंबर बंद आ रहे थे। अमर उजाला ने भी विधायक से बातचीत करने का प्रयास किया, लेकिन विधायक का नंबर स्विच ऑफ मिला।
प्रतिमा के अनावरण से पहले गुर्जर शब्द हटाने से समाज के लोग आक्रोशित हैं। इससे नाराज होकर 26 सितंबर को मिहिर भोज डिग्री कॉलेज दादरी में ही महापंचायत की जाएगी। - रविंद्र भाटी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, अखिल भारतीय गुर्जर परिषद
विस्तार
दादरी में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के अनावरण से चंद मिनट पहले ही गुर्जर शब्द हटाने और बाद में स्टीकर चिपकाने का विवाद गहरा गया है। 26 सितंबर को कॉलेज परिसर में गुर्जर समाज ने महापंचायत बुलाने का निर्णय लिया है। वहीं, करणी सेना के रुख पर भी पुलिस-प्रशासन की कड़ी नजर है। वहीं, गुर्जर समाज के विरोध के कारण प्रतिमा की सुरक्षा में बड़ी संख्या पुलिस बल और पीएसी को तैनात किया गया है। प्रतिमा स्थल के नजदीक जाने की किसी को अनुमति नहीं दी गई है।
दरअसल, मुख्यमंत्री के आने से चंद मिनट पहले ही एक वरिष्ठ नेता ने शिलापट्ट से गुर्जर शब्द को हटा दिया था। इसके विरोध में गुर्जर संगठनों के पदाधिकारियों ने कार्यक्रम के बाद दादरी विधायक तेजपाल नागर के खिलाफ नारेबाजी की थी। उनके आवास पर भी विरोध प्रदर्शन किया गया था। बृहस्पतिवार को भी सोशल मीडिया पर गुर्जर संगठनों के लोग पूरे दिन भाजपा नेताओं के खिलाफ पोस्ट करते रहे। विरोध के कारण कार्यक्रम के बाद से ही प्रतिमा स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई थी। चबूतरे पर लगे गेट पर ताला लगा दिया गया है। शिलापट्ट पर भी ऊपर से कपड़ा ढका हुआ है। पुलिस किसी को भी प्रतिमा के नजदीक नहीं जाने दे रही है। दादरी कोतवाली प्रभारी का कहना है कि प्रतिमा की सुरक्षा में पुलिस बल तैनात किया हुआ है। उत्पात करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
विधायक का मोबाइल स्विच ऑफ
लोगों ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के कारण बृहस्पतिवार को दादरी विधायक के मोबाइल नंबर बंद आ रहे थे। अमर उजाला ने भी विधायक से बातचीत करने का प्रयास किया, लेकिन विधायक का नंबर स्विच ऑफ मिला।
प्रतिमा के अनावरण से पहले गुर्जर शब्द हटाने से समाज के लोग आक्रोशित हैं। इससे नाराज होकर 26 सितंबर को मिहिर भोज डिग्री कॉलेज दादरी में ही महापंचायत की जाएगी।
- रविंद्र भाटी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, अखिल भारतीय गुर्जर परिषद