गैस चेंबर बनी दिल्ली: AQI 400 पार... 31 इलाकों की आबोहवा सबसे ज्यादा खराब, फरीदाबाद से राहत; जानें NCR का हाल
Delhi Air Pollution News: दिल्ली में ठंड के साथ प्रदूषण का कहर बढ़ रहा है। बुधवार को एक्यूआई 418 पहुंच गया तो वहीं दूसरी तरफ एनसीआर में भी इसका असर देखने को मिला। नोएडा में 408 और फरीदाबाद सबसे कम 274 एक्यूआई दर्ज हुआ है।
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ठंड बढ़ने के साथ ही प्रदूषण ने राजधानी को गैस चैंबर बना दिया है। ऐसे में बुधवार सुबह की शुरुआत धुंध और हल्के कोहरे से हुई। वहीं, आसमान में कुहासे के साथ स्मॉग की चादर भी दिखाई दी। इसके चलते दृश्यता भी सही रही। इस दौरान लोग मास्क पहने नजर आए। साथ ही, सांस के मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
राजधानी समेत एनसीआर में पराली जलाने की घटनाओं व वाहनों से निकलने वाले धुएं ने हवा में पीएम2.5 को घोल दिया है। दिल्ली में वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए निर्णय सहायता प्रणाली के अनुसार, वाहन से होने वाला प्रदूषण 17.97 फीसदी रहा। वहीं, हवा में पराली से होने वाला प्रदूषण 7.3 फीसदी रहा। वहीं, निर्माण गतिविधियां से होने वाल प्रदूषण 2.65 फीसदी रहा। इस दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 418 दर्ज किया गया। यह हवा की गंभीर श्रेणी है। इसमें मंगलवार की तुलना में 10 सूचकांक की गिरावट दर्ज की गई।
सीपीसीबी के अनुसार, सफदरजंग हवाई अड्डे पर बुधवार सुबह 6:30 बजे सबसे कम दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई। दूसरी ओर, पालम हवाई अड्डे पर 7:00 बजे सबसे कम दृश्यता 800 मीटर दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम दिशा से 12 किमी प्रति घंटे की गति वाली हवा के साथ मुख्य रूप से साफ आसमान की स्थिति रही। दूसरी ओर, एनसीआर में दिल्ली के बाद नोएडा की हवा सबसे अधिक प्रदूषित रही। यहां एक्यूआई 408 दर्ज किया गया, यह गंभीर श्रेणी है। वहीं, गुरुग्राम में 350, गाजियाबाद में 362 और ग्रेटर नोएडा में 387 एक्यूआई दर्ज किया गया।
इसके अलावा, फरीदाबाद की हवा सबसे साफ रही। यहां सूचकांक 274 दर्ज किया गया। यह हवा की खराब श्रेणी है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि शनिवार को हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंचने की आशंका है। इसके चलते सांस के मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। साथ ही, लोगों को आंखों में जलन जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। सीपीसीबी के बुधवार को हवा उत्तर-पश्चिम दिशा से 12 किलोमीटर प्रतिघंटे के गति से चली। वहीं, अनुमानित अधिकतम मिश्रण गहराई 1200 मीटर रही। इसके अलावा वेंटिलेशन इंडेक्स 8500 मीटर प्रति वर्ग सेकंड रहा।
पीएम10 और पीएम2.5 का स्तर रहा इतना
दूसरी ओर, शाम चार बजे हवा में पीएम10 की मात्रा 395.2 और पीएम2.5 की मात्रा 246.1 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज की गई। सीपीसीबी के अनुसार, राजधानी के 31 मॉनिटरिंग स्टेशनों पर हवा गंभीर और कई में बेहद खराब में रिकॉर्ड की गई। दीपावली के बाद से दिल्ली में कई इलाकों में एक्यूआई खराब और बेहद खराब श्रेणी में बना हुआ है, जबकि ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान-3 (ग्रेप-3) के प्रतिबंध अब भी लागू हैं। वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए निर्णय सहायता प्रणाली के अनुसार, दिल्ली में सड़क से उड़ने वाली प्रदूषण की 1.38 फीसदी भागीदारी रही।
चांदनी चौक - 485
वजीरपुर - 464
बवाना - 457
जहांगीरपुरी - 451
आईटीओ - 449
नेहरू नगर - 445
रोहिणी - 445
बुराड़ी क्रॉसिंग - 444
मुंडका - 443
नरेला - 442
अशोक विहार - 441
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