दिल्ली-एनसीआर, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल और पंजाब समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में शुक्रवार रात को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। यूपी और उत्तराखंड के भी कई शहरों में झटके महसूस किए गए।
भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान में जमीन से 74 किलोमीटर नीचे था। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई। कश्मीर घाटी से लेकर जम्मू संभाग के अधिकांश जिलों में भूकंप महसूस कर लोग घरों से बाहर की ओर भागे। लद्दाख के कारगिल और घाटी के उत्तरी कश्मीर में कुछ ढांचों को नुकसान की सूचना है।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने शुरुआत में अफगानिस्तान और अमृतसर में भूकंप का केंद्र बताया, लेकिन जांच के बाद भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान में निकला। रात 10.31 बजे आए भूकंप के झटकों की अवधि 40 सेकंड तक रही। झटके इतने तेज थे कि दिल्ली एनसीआर में लोग घरों से बाहर निकल आए।
हिमाचल प्रदेश के चंबा, पंजाब के चंडीगढ़, अमृतसर, पटियाला, हरियाणा के अंबाला, रोहतक, गाजियाबाद, नोएडा, मथुरा, आगरा और उत्तराखंड के उत्तरकाशी, बड़कोट, अल्मोड़ा में भी झटके महसूस किए गए। गुजरात के भी कुछ इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए।
विश्व स्तरीय ज्योलॉजिस्ट और केंद्रीय प्रोजेक्ट पर काम कर रहे जम्मू यूनिवर्सिटी के प्रो. जीएम भट्ट ने कहा कि भूकंप का केंद्र जमीन में ज्यादा गहराई पर होने की वजह से इसका प्रभाव क्षेत्र भी बड़ा था। गहराई ज्यादा होने से नुकसान कम होता है। भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान में बेहद विरली आबादी वाले क्षेत्र में था। प्रारंभिक रिपोर्ट में किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है।
दिल्ली-एनसीआर, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल और पंजाब समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में शुक्रवार रात को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। यूपी और उत्तराखंड के भी कई शहरों में झटके महसूस किए गए।
भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान में जमीन से 74 किलोमीटर नीचे था। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई। कश्मीर घाटी से लेकर जम्मू संभाग के अधिकांश जिलों में भूकंप महसूस कर लोग घरों से बाहर की ओर भागे। लद्दाख के कारगिल और घाटी के उत्तरी कश्मीर में कुछ ढांचों को नुकसान की सूचना है।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने शुरुआत में अफगानिस्तान और अमृतसर में भूकंप का केंद्र बताया, लेकिन जांच के बाद भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान में निकला। रात 10.31 बजे आए भूकंप के झटकों की अवधि 40 सेकंड तक रही। झटके इतने तेज थे कि दिल्ली एनसीआर में लोग घरों से बाहर निकल आए।