दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2022-23 से स्नातक में दाखिले सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट(सीयूईटी) से होने है। दाखिले की संरचना पर शुक्रवार को अंतिम मुहर लग सकती है।
बीते मंगलवार को अकादमिक काउंसिल में इसकी संरचना पास होने के बाद शुक्रवार को कार्यकारी परिषद (ईसी) की बैठक में रखा जाएगा। जहां हंगामेदार चर्चा होने की संभावना है। यह तय है कि सीयूईटी को पूरी तरह से ईसी से भी मंजूरी मिल जाएगी। ईसी की बैठक में उन अन्य प्रस्तावों को भी रखा जाएगा जिन्हें अकादमिक परिषद से मंजूरी मिल चुकी है। कार्यकारी परिषद दिल्ली विश्वविद्यालय की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली निकाय है।
प्रवेश परीक्षा के तीन हिस्से होंगे
सीयूईटी की संभावित संरचना के अनुसार प्रवेश परीक्षा के तीन हिस्से होंगे। पहला हिस्सा भाषा आधारित प्रश्नों का होगा। इसमें भाषा संबंधी समझबूझ कर पढ़नेे वाले, मौखिक क्षमता वाले प्रश्न होंगे। दूसरे भाग में विषय संबंधी ज्ञान को परखा जाएगा। इसमें 27 विषय होंगे, आगे अन्य विषय भी जुड़ सकते हैं।
तीसरे हिस्से में ए सेक्शन का हिस्सा जनरल टेस्ट आधारित होगा। इसमें सामान्य ज्ञान, समसमायिकी, सामान्य मानसिक क्षमता, न्यूमेरिकल एबिलिटी, क्वांटेटिव रीजनिंग व लॉजिकल और एनालिटिकल रीजनिंग से सबंधित प्रश्न होंगे।
तीसरे हिस्से के सेक्शन बी में देशी व विदेशी भाषाओं से जुड़े प्रश्न होंगे। बारहवीं में अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को भी प्रवेश परीक्षा से गुजरना होगा। प्रवेश परीक्षा में बारहवीं के अंकों की कोई भूमिका नहीं होगी।
सीयूईटी के लिए ऑनलाइन आवेदन एक अप्रैल से
विश्वविद्यालयों में स्नातक प्रोग्राम में दाखिले के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस एग्जाम (सीयूईटी) की ऑनलाइन आवेदन विंडो एक अप्रैल से खुलेगी। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी( एनटीए) की वेबसाइट पर एक से 30 अप्रैल तक छात्र ऑनलाइन आवेदन पत्र भर सकेंगे। कंप्यूटर आधारित सीयूईटी 13 भाषाओं में होगी। परीक्षा वस्तुनिष्ठ होगी और सवाल बहुविकल्पीय रहेंगे। खास बात यह है कि शास्त्री की तीन व चार वर्षीय (ऑनर्स) डिग्री अब बीए-बीए ऑनर्स के समकक्ष मानी जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस एग्जाम में कुल तीन सेक्शन होंगे। पहले सेक्शन ए और बी में विभाजित किया गया है। सेक्शन एक ए सभी छात्रों के लिए अनिवार्य होंगे। इसमें 13 भाषाओं में से विकल्प मिलेगा। इस सेक्शन में 50 सवाल होंगे, जिसमें से 45 मिनट में 40 का जवाब देना होगा। सेक्शन दो में 27 डोमेन यानी विषयों को शामिल किया गया है। यहां छात्र कम से कम एक और अधिक से अधिक छह डोमेन को चुन सकेंगे। यहां पर 50 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे, इसमें से 45 मिनट में 40 का उत्तर देना होगा। इसके अलावा सेक्शन 3 में 75 सवालों में से 60 का उत्तर देना होगा। इसके लिए छात्र को 60 मिनट का समय मिलेगा।
डीयू में खुलेगा दिल्ली स्कूल ऑफ एनालिटिक्स
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) दिल्ली स्कूल ऑफ एनालिटिक्स खोलने की तैयारी कर रहा है। यह स्कूल इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस के तहत शुरू किया जाएगा। इसमें लघु व दीर्घ टर्म सर्टिफिकेट, डिप्लोमा व डिग्री प्रोग्राम शुरू किए जाएंगे। यह स्कूल छात्रों को व्यावसायिक विश्लेषणात्मक कौशल से लैस करेगा और भविष्य में नेतृत्व के लिए तैयार करेगा। शुक्रवार को होने वाली डीयू कार्यकारी परिषद की बैठक में यह प्रस्ताव लाया जा रहा है।
स्कूल शुरू करने का उद्देश्य छात्रों में पढ़ाई के साथ-साथ उद्यमिता के गुण भी विकसित किए जाएं। इस स्कूल के तहत दाखिला लेने वाले छात्रों को शोध अध्ययन भी करने का अवसर मिलेगा। यह ऐसे शोध होंगे जो कि शोधकर्ताओं को नए-नए अवसर प्रदान करेंगे।
नई डेटा रिसर्च तकनीकों की खोज के लिए इनक्यूबेट्स, सलाहकारों और फंड उपलब्ध कराने वालों को जोड़ने के लिए एक मंच बनाकर उद्यमिता को बढ़ावा देगा। इसमें डेटा वैज्ञानिकों को तैयार करने के लिए पढ़ाई और प्रौद्योगिकी को सिखाने का लक्ष्य रखा जाएगा। वहीं, भारतीय भाषाओं को बढ़ाने के लिए एक विभाग बनाने का प्रस्ताव भी कार्यकारी परिषद मेें लाया जा रहा है।
विस्तार
दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2022-23 से स्नातक में दाखिले सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट(सीयूईटी) से होने है। दाखिले की संरचना पर शुक्रवार को अंतिम मुहर लग सकती है।
बीते मंगलवार को अकादमिक काउंसिल में इसकी संरचना पास होने के बाद शुक्रवार को कार्यकारी परिषद (ईसी) की बैठक में रखा जाएगा। जहां हंगामेदार चर्चा होने की संभावना है। यह तय है कि सीयूईटी को पूरी तरह से ईसी से भी मंजूरी मिल जाएगी। ईसी की बैठक में उन अन्य प्रस्तावों को भी रखा जाएगा जिन्हें अकादमिक परिषद से मंजूरी मिल चुकी है। कार्यकारी परिषद दिल्ली विश्वविद्यालय की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली निकाय है।
प्रवेश परीक्षा के तीन हिस्से होंगे
सीयूईटी की संभावित संरचना के अनुसार प्रवेश परीक्षा के तीन हिस्से होंगे। पहला हिस्सा भाषा आधारित प्रश्नों का होगा। इसमें भाषा संबंधी समझबूझ कर पढ़नेे वाले, मौखिक क्षमता वाले प्रश्न होंगे। दूसरे भाग में विषय संबंधी ज्ञान को परखा जाएगा। इसमें 27 विषय होंगे, आगे अन्य विषय भी जुड़ सकते हैं।
तीसरे हिस्से में ए सेक्शन का हिस्सा जनरल टेस्ट आधारित होगा। इसमें सामान्य ज्ञान, समसमायिकी, सामान्य मानसिक क्षमता, न्यूमेरिकल एबिलिटी, क्वांटेटिव रीजनिंग व लॉजिकल और एनालिटिकल रीजनिंग से सबंधित प्रश्न होंगे।
तीसरे हिस्से के सेक्शन बी में देशी व विदेशी भाषाओं से जुड़े प्रश्न होंगे। बारहवीं में अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को भी प्रवेश परीक्षा से गुजरना होगा। प्रवेश परीक्षा में बारहवीं के अंकों की कोई भूमिका नहीं होगी।
सीयूईटी के लिए ऑनलाइन आवेदन एक अप्रैल से
विश्वविद्यालयों में स्नातक प्रोग्राम में दाखिले के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस एग्जाम (सीयूईटी) की ऑनलाइन आवेदन विंडो एक अप्रैल से खुलेगी। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी( एनटीए) की वेबसाइट पर एक से 30 अप्रैल तक छात्र ऑनलाइन आवेदन पत्र भर सकेंगे। कंप्यूटर आधारित सीयूईटी 13 भाषाओं में होगी। परीक्षा वस्तुनिष्ठ होगी और सवाल बहुविकल्पीय रहेंगे। खास बात यह है कि शास्त्री की तीन व चार वर्षीय (ऑनर्स) डिग्री अब बीए-बीए ऑनर्स के समकक्ष मानी जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस एग्जाम में कुल तीन सेक्शन होंगे। पहले सेक्शन ए और बी में विभाजित किया गया है। सेक्शन एक ए सभी छात्रों के लिए अनिवार्य होंगे। इसमें 13 भाषाओं में से विकल्प मिलेगा। इस सेक्शन में 50 सवाल होंगे, जिसमें से 45 मिनट में 40 का जवाब देना होगा। सेक्शन दो में 27 डोमेन यानी विषयों को शामिल किया गया है। यहां छात्र कम से कम एक और अधिक से अधिक छह डोमेन को चुन सकेंगे। यहां पर 50 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे, इसमें से 45 मिनट में 40 का उत्तर देना होगा। इसके अलावा सेक्शन 3 में 75 सवालों में से 60 का उत्तर देना होगा। इसके लिए छात्र को 60 मिनट का समय मिलेगा।
डीयू में खुलेगा दिल्ली स्कूल ऑफ एनालिटिक्स
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) दिल्ली स्कूल ऑफ एनालिटिक्स खोलने की तैयारी कर रहा है। यह स्कूल इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस के तहत शुरू किया जाएगा। इसमें लघु व दीर्घ टर्म सर्टिफिकेट, डिप्लोमा व डिग्री प्रोग्राम शुरू किए जाएंगे। यह स्कूल छात्रों को व्यावसायिक विश्लेषणात्मक कौशल से लैस करेगा और भविष्य में नेतृत्व के लिए तैयार करेगा। शुक्रवार को होने वाली डीयू कार्यकारी परिषद की बैठक में यह प्रस्ताव लाया जा रहा है।
स्कूल शुरू करने का उद्देश्य छात्रों में पढ़ाई के साथ-साथ उद्यमिता के गुण भी विकसित किए जाएं। इस स्कूल के तहत दाखिला लेने वाले छात्रों को शोध अध्ययन भी करने का अवसर मिलेगा। यह ऐसे शोध होंगे जो कि शोधकर्ताओं को नए-नए अवसर प्रदान करेंगे।
नई डेटा रिसर्च तकनीकों की खोज के लिए इनक्यूबेट्स, सलाहकारों और फंड उपलब्ध कराने वालों को जोड़ने के लिए एक मंच बनाकर उद्यमिता को बढ़ावा देगा। इसमें डेटा वैज्ञानिकों को तैयार करने के लिए पढ़ाई और प्रौद्योगिकी को सिखाने का लक्ष्य रखा जाएगा। वहीं, भारतीय भाषाओं को बढ़ाने के लिए एक विभाग बनाने का प्रस्ताव भी कार्यकारी परिषद मेें लाया जा रहा है।