दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने अपने 100 वर्ष पूरा होने पर समारोह को धूमधाम से मनाने की तैयारी की है। इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से शताब्दी समारोह के लिए 10 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। साथ ही इस अवसर पर एक कॉफी टेबल बुक लाने की भी योजना है।
पूर्व कुलपति प्रो. पीसी जोशी व रजिस्ट्रार विकास गुप्ता वाली विश्वविद्यालय विकास निधि समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि विश्वविद्यालय के 100 वर्ष पूरा होने पर इस अवसर को भव्य तरीके से मनाया जाना चाहिए। इसके लिए समिति ने फंड से 10 करोड़ रुपये आवंटित करने का फैसला किया है। कमेटी के मुताबिक, दिल्ली विश्वविद्यालय मई 2022 में राष्ट्र की सेवा में 100 साल पूरा करेगा। विश्वविद्यालय की शुरुआत 1922 में हुई और यह बढ़ता चला गया।
समिति की सिफारिशों को 17 दिसंबर को हुई बैठक में विश्वविद्यालय की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था कार्यकारी परिषद ने स्वीकार कर लिया है। शताब्दी समारोह एक मई से शुरू होगा। इसके लिए विश्वविद्यालय ने एक साल तक चलने वाले समारोह में कई कार्यक्रमों की योजना बनाई है, जिसका समापन अगले साल एक मई को होगा।
100 साल पूरा करने के अवसर पर विश्वविद्यालय की ओर से एक एक कॉफी टेबल बुक लाने की भी योजना है, जिसमें विश्वविद्यालय के अस्तित्व में आने के समय से पुरानी तस्वीरें होंगी। साथ ही विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपतियों को भी सम्मानित करने की योजना है।
एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, योजनाएं कैसे आगे बढ़ेंगी, यह उस समय की कोरोना स्थिति पर निर्भर करेगा। बता दें कि 2011 में दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह ने कहा था कि विश्वविद्यालय की ओर से 100 साल पूरा करने के अवसर पर कई रचनात्मक कार्यक्रम होंगे।
योगेश सिंह ने शनिवार को नए साल के अवसर पर लिखा था कि शताब्दी वर्ष मनाते हुए हम दिल्ली विश्वविद्यालय और इससे संबद्ध कॉलेजों को विश्वविद्यालय समुदाय का एक अभिन्न अंग बनाते हुए ऐसे कार्यक्रमों और रचनात्मक आयोजनों की परिकल्पना कर सकते हैं जो हम सभी के लिए केवल इस 100 साल के लिए यादगार क्षण बनाने वाले नहीं होंगे बल्कि अगले 100 साल के लिए भी यादगार रहेंगे।
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दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने अपने 100 वर्ष पूरा होने पर समारोह को धूमधाम से मनाने की तैयारी की है। इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से शताब्दी समारोह के लिए 10 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। साथ ही इस अवसर पर एक कॉफी टेबल बुक लाने की भी योजना है।
पूर्व कुलपति प्रो. पीसी जोशी व रजिस्ट्रार विकास गुप्ता वाली विश्वविद्यालय विकास निधि समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि विश्वविद्यालय के 100 वर्ष पूरा होने पर इस अवसर को भव्य तरीके से मनाया जाना चाहिए। इसके लिए समिति ने फंड से 10 करोड़ रुपये आवंटित करने का फैसला किया है। कमेटी के मुताबिक, दिल्ली विश्वविद्यालय मई 2022 में राष्ट्र की सेवा में 100 साल पूरा करेगा। विश्वविद्यालय की शुरुआत 1922 में हुई और यह बढ़ता चला गया।
समिति की सिफारिशों को 17 दिसंबर को हुई बैठक में विश्वविद्यालय की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था कार्यकारी परिषद ने स्वीकार कर लिया है। शताब्दी समारोह एक मई से शुरू होगा। इसके लिए विश्वविद्यालय ने एक साल तक चलने वाले समारोह में कई कार्यक्रमों की योजना बनाई है, जिसका समापन अगले साल एक मई को होगा।
100 साल पूरा करने के अवसर पर विश्वविद्यालय की ओर से एक एक कॉफी टेबल बुक लाने की भी योजना है, जिसमें विश्वविद्यालय के अस्तित्व में आने के समय से पुरानी तस्वीरें होंगी। साथ ही विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपतियों को भी सम्मानित करने की योजना है।
एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, योजनाएं कैसे आगे बढ़ेंगी, यह उस समय की कोरोना स्थिति पर निर्भर करेगा। बता दें कि 2011 में दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह ने कहा था कि विश्वविद्यालय की ओर से 100 साल पूरा करने के अवसर पर कई रचनात्मक कार्यक्रम होंगे।
योगेश सिंह ने शनिवार को नए साल के अवसर पर लिखा था कि शताब्दी वर्ष मनाते हुए हम दिल्ली विश्वविद्यालय और इससे संबद्ध कॉलेजों को विश्वविद्यालय समुदाय का एक अभिन्न अंग बनाते हुए ऐसे कार्यक्रमों और रचनात्मक आयोजनों की परिकल्पना कर सकते हैं जो हम सभी के लिए केवल इस 100 साल के लिए यादगार क्षण बनाने वाले नहीं होंगे बल्कि अगले 100 साल के लिए भी यादगार रहेंगे।