Hindi News
›
Education
›
Success Stories
›
Success Story of Mukesh Dadhich who works as guard sells tea now become junior engineer in pwd
{"_id":"632ee150e8fab65fce4ba6ce","slug":"success-story-of-mukesh-dadhich-who-works-as-guard-sells-tea-now-become-junior-engineer-in-pwd","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"Success Story: दिन में चाय बेची तो रात में किया गार्ड का काम, अब पीडब्ल्यूडी में जूनियर इंजीनियर बने मुकेश","category":{"title":"Success Stories","title_hn":"सफलताएं","slug":"success-stories"}}
Success Story: दिन में चाय बेची तो रात में किया गार्ड का काम, अब पीडब्ल्यूडी में जूनियर इंजीनियर बने मुकेश
एजुकेशन डेस्क, अमर उजाला
Published by: सुभाष कुमार
Updated Sat, 24 Sep 2022 11:43 PM IST
मुकेश ने कभी समस्याओं के आगे हार नहीं मानी और पूरी लगन से अपनी पढ़ाई जारी रखी। अपने अथक परिश्रम के बल पर आखिरकार मुकेश ने सफलता अर्जित की।
Success Story
- फोटो : Social Media
Link Copied
विस्तार
Follow Us
सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। यह मिलती है तो सही दिशा में किए गए अथक परिश्रम से। जब मंजिल को ध्यान में रख के सही दिशा में मेहनत की जाए तो यह बिल्कुल मायने नहीं रखता कि आप के आर्थिक और निजी जीवन में क्या हालात है। अपने पाठकों को प्रेरित करने के लिए हम समय-समय पर सफलता की कहानियां लाते रहते हैं। इसी कड़ी में हम लेकर आए हैं राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले मुकेश दधीच की कहानी। आइए जानते हैं उनकी प्रेरक कहानी को....
चाय की दुकान पर काम
राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले मुकेश दधीच पिता की चाय की दुकान पर काम करते थे। इसके बाद उन्होंने रात को गार्ड की नौकरी भी की। मुकेश ने होश संभालते ही अपने पिता के काम में मदद करना शुरू कर दिया था। इसी दुकान की कमाई से उनके पिता जय प्रकाश दधीच घर का खर्च और बच्चों की पढ़ाई संभालते थे। मुकेश भी चाय की दुकान से समय बचा कर अपनी पढ़ाई किया करते थे।
एटीएम गार्ड की नौकरी
समस्याओं ने मुकेश का पीछा कभी नही छोड़ा था। चाय की दुकान पर काम कर के भी उनके परिवार की आय उतनी बेहतर नहीं थी कि घर का खर्च चल सके। इसलिए उन्होंने रात को भी काम करने का फैसला किया। मुकेश ने रात को एटीएम गार्ड की नौकरी ज्वाइन की। दिन में मुकेश चाय की दुकान पर रहते और रात को गार्ड की नौकरी और पढ़ाई करते थे। जितना भी समय मिलता था मुकेश उसमें पढ़ाई करते थे।
पीडब्ल्यूडी में जूनियर इंजीनियर बने मुकेश
मुकेश ने कभी समस्याओं के आगे हार नहीं मानी और पूरी लगन से अपनी पढ़ाई जारी रखी। अपने अथक परिश्रम के बल पर आखिरकार मुकेश ने सफलता अर्जित की। मुकेश का चयन पीडब्ल्यूडी में जूनियर इंजीनियर के पद पर हुआ है। उनकी इस कामयाबी से पूरे घर और आस पड़ोस में खुशी का माहौल है।
सफलता पर क्या कहते हैं मुकेश?
एक अच्छे पद पर चयन के बावजूद भी मुकेश अब भी अपने पिता की दुकान पर मदद करते हैं। अपनी सफलता पर मुकेश का कहना है कि सफलता का कोई भी शॉर्टकट नहीं होता है। इसे पाने के लिए निरंतर पढ़ाई और अभ्यास ही एकमात्र तरीका है।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
अतिरिक्त ₹50 छूट सालाना सब्सक्रिप्शन पर
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।