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Kamini Kaushal: दिलीप कुमार संग अधूरी रह गई अभिनेत्री कामिनी कौशल की मोहब्बत, जानें कैसे टूटा था रिश्ता
एंटरटेनमेंट डेस्क, अमर उजाला
Published by: हिमांशु सोनी
Updated Fri, 14 Nov 2025 04:40 PM IST
सार
Kamini Kaushal Death: अभिनेत्री कामिनी कौशल के निधन के बाद भारतीय सिनेमा के स्वर्णिम युग का अंत हो गया है। एक्ट्रेस ने 98 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। कामिनी की जोड़ी सबसे ज्यादा दिलीप कुमार संग पसंद की गई। चलिए जानते हैं उनका दिलीप कुमार संग कैसा था रिश्ता।
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कामिनी कौशल
- फोटो : एक्स
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विस्तार
हिंदी सिनेमा के स्वर्णिम दौर की दिग्गज अभिनेत्री कामिनी कौशल 98 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह गईं। । कामिनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रही थीं। कामिनी कौशल ने अपने अभिनय से इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई थी। बतौर हीरोइन काम करने के बाद, उन्होंने कई फिल्मों में मां के भी यादगार किरदार निभाए थे।आज जब उनका सफर थम चुका है, तो उनके पुराने इंटरव्यू और यादें फिर से लोगों के बीच जीवित हो उठी हैं- वो यादें जिनमें दिलीप साहब के साथ उनकी गहरी बॉन्डिंग, बीते समय का स्नेह और अभिनेता के लिए प्यार साफ तौर पर नजर आता था।
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दिलीप साहब की बीमारी पर गहरी चिंता
दिलीप कुमार की लगातार बिगड़ती तबीयत ने कामिनी कौशल को उम्रभर बेचैन रखा। 2017 में जब दिलीप साहब अस्पताल में थे, तब कामिनी ने चिंता जताते हुए कहा था कि उन्हें यह देखकर बहुत दुख होता है कि दिलीप साहब लंबे समय से तकलीफ सह रहे हैं। उन्होंने दुआ की थी कि वह जल्द स्वस्थ होकर घर लौटें। उनकी बातों से साफ झलकता था कि दिलीप साहब सिर्फ उनके को-एक्टर नहीं, बल्कि एक ऐसे इंसान थे जिनके लिए उनके दिल में अब भी अटूट लगाव था।
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यह खबर भी पढ़ें: Kamini Kaushal: भारत की सबसे उम्रदराज अभिनेत्री कामिनी कौशल का निधन, 98 की उम्र में ली अंतिम सांस
कामिनी कौशल
- फोटो : सोशल मीडिया
दिलीप कुमार संग कामिनी का रिश्ता
‘शहीद’, ‘नदिया के पार’, ‘शबनम’ और ‘अर्जू’ जैसी फिल्मों में कामिनी और दिलीप साहब की जोड़ी को दर्शकों ने हमेशा पसंद किया। शूटिंग के दौरान दिलीप कुमार उनसे बेहद प्रभावित हुए और दोनों एक-दूसरे के करीब आए। लेकिन किस्मत ने उन्हें साथ नहीं आने दिया। कामिनी पहले ही अपनी दिवंगत बहन के पति से शादी कर चुकी थीं ताकि अपनी बहन के बच्चे की परवरिश हो सके। ऐसे में अपने घर-परिवार को छोड़ना उनके लिए संभव नहीं था।
रिश्ते के खिलाफ उनके भाई का सख्त रुख भी बड़ा कारण बना। कहा जाता है कि कामिनी के भाई ने दिलीप साहब से साफ कह दिया था कि यह रिश्ता आगे नहीं बढ़ सकता। यह मोहब्बत अधूरी ही रह गई, लेकिन एक-दूसरे के लिए सम्मान कभी कम नहीं हुआ।
‘शहीद’, ‘नदिया के पार’, ‘शबनम’ और ‘अर्जू’ जैसी फिल्मों में कामिनी और दिलीप साहब की जोड़ी को दर्शकों ने हमेशा पसंद किया। शूटिंग के दौरान दिलीप कुमार उनसे बेहद प्रभावित हुए और दोनों एक-दूसरे के करीब आए। लेकिन किस्मत ने उन्हें साथ नहीं आने दिया। कामिनी पहले ही अपनी दिवंगत बहन के पति से शादी कर चुकी थीं ताकि अपनी बहन के बच्चे की परवरिश हो सके। ऐसे में अपने घर-परिवार को छोड़ना उनके लिए संभव नहीं था।
रिश्ते के खिलाफ उनके भाई का सख्त रुख भी बड़ा कारण बना। कहा जाता है कि कामिनी के भाई ने दिलीप साहब से साफ कह दिया था कि यह रिश्ता आगे नहीं बढ़ सकता। यह मोहब्बत अधूरी ही रह गई, लेकिन एक-दूसरे के लिए सम्मान कभी कम नहीं हुआ।
कामिनी कौशल
- फोटो : एक्स (ट्विटर)
दिलीप संग जोड़ी को मिला था भरपूर प्यार
दशकों बाद भी कामिनी कौशल ने स्वीकार किया था कि उन्हें और दिलीप साहब को दर्शक बेहद पसंद करते थे। उनकी जोड़ी पर्दे पर जितनी खूबसूरत दिखती थी, असल जिंदगी में वह उतने ही सच्चे और सरल इंसान थे। कामिनी कौशल हमेशा दिलीप साहब की अदाकारी और उनके व्यक्तित्व की मुरीद रहीं। कई इंटरव्यूज में उन्होंने दिलीप साहब की तारीफ करते हुए कहा था- दिलीप कुमार कभी दिखावे के लिए नहीं बोलते थे, वह जैसे थे, वैसी ही ईमानदारी से बात करते थे। उन्होंने यह भी स्वीकारा कि वह खुद भी बेहद साफ-सुथरे स्वभाव की थीं और बनावट उन्हें कभी रास नहीं आई।
सायरा बानो के प्रति भी जताया था सम्मान
कामिनी कौशल ने दिलीप साहब की पत्नी सायरा बानो की भी खूब सराहना की थी। उन्होंने कहा था कि सायरा जिस तरह दिलीप साहब का ध्यान रखती हैं, उनके जन्मदिन मनाती हैं और दुनिया को दिखाती हैं कि वह कितने स्नेह से अपने पति के साथ खड़ी हैं- वह वाकई काबिल-ए-तारीफ है। सायरा उनकी तबीयत, उनकी खुशियों और यहां तक कि उनकी संपत्ति से जुड़े मामलों को भी बड़ी समझदारी से संभालती रहीं, जिसका सम्मान कामिनी कौशल ने हमेशा किया।
20 साल की उम्र में हासिल किया स्टारडम
कामिनी कौशल ने साल 1946 में फिल्म 'नीचा नगर' नगर से करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म में कामिनी कौशल ने रूपा की भूमिका निभाई थी। फिल्म ‘नीचा नगर' का पहला प्रदर्शन 29 सितंबर 1946 को फ्रांस के कान अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में हुआ। वहां इस फिल्म को 'गोल्डन पाम' पुरस्कार मिला। यह चेतन आदर्श के निर्देशन में बनी पहली फिल्म थी। 20 साल की उम्र में वे स्टारडम के शिखर पर पहुंच गई थीं। करियर की दूसरी पारी में वे अभिनेता मनोज कुमार की ऑन स्क्रीन मां के रूप में चर्चित रहीं।
दशकों बाद भी कामिनी कौशल ने स्वीकार किया था कि उन्हें और दिलीप साहब को दर्शक बेहद पसंद करते थे। उनकी जोड़ी पर्दे पर जितनी खूबसूरत दिखती थी, असल जिंदगी में वह उतने ही सच्चे और सरल इंसान थे। कामिनी कौशल हमेशा दिलीप साहब की अदाकारी और उनके व्यक्तित्व की मुरीद रहीं। कई इंटरव्यूज में उन्होंने दिलीप साहब की तारीफ करते हुए कहा था- दिलीप कुमार कभी दिखावे के लिए नहीं बोलते थे, वह जैसे थे, वैसी ही ईमानदारी से बात करते थे। उन्होंने यह भी स्वीकारा कि वह खुद भी बेहद साफ-सुथरे स्वभाव की थीं और बनावट उन्हें कभी रास नहीं आई।
सायरा बानो के प्रति भी जताया था सम्मान
कामिनी कौशल ने दिलीप साहब की पत्नी सायरा बानो की भी खूब सराहना की थी। उन्होंने कहा था कि सायरा जिस तरह दिलीप साहब का ध्यान रखती हैं, उनके जन्मदिन मनाती हैं और दुनिया को दिखाती हैं कि वह कितने स्नेह से अपने पति के साथ खड़ी हैं- वह वाकई काबिल-ए-तारीफ है। सायरा उनकी तबीयत, उनकी खुशियों और यहां तक कि उनकी संपत्ति से जुड़े मामलों को भी बड़ी समझदारी से संभालती रहीं, जिसका सम्मान कामिनी कौशल ने हमेशा किया।
20 साल की उम्र में हासिल किया स्टारडम
कामिनी कौशल ने साल 1946 में फिल्म 'नीचा नगर' नगर से करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म में कामिनी कौशल ने रूपा की भूमिका निभाई थी। फिल्म ‘नीचा नगर' का पहला प्रदर्शन 29 सितंबर 1946 को फ्रांस के कान अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में हुआ। वहां इस फिल्म को 'गोल्डन पाम' पुरस्कार मिला। यह चेतन आदर्श के निर्देशन में बनी पहली फिल्म थी। 20 साल की उम्र में वे स्टारडम के शिखर पर पहुंच गई थीं। करियर की दूसरी पारी में वे अभिनेता मनोज कुमार की ऑन स्क्रीन मां के रूप में चर्चित रहीं।