न कोई नया ट्विस्ट, न कहानी में दम, उसी दो दशक पुरानी लीक पर चल रहा 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' का दूसरा सीजन
Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi 2: टीवी शो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' का दूसरा सीजन इस साल जुलाई में शुरू हुआ। इसे लेकर फैंस काफी क्रेजी नजर आए। मगर, जैसे-जैसे शो आगे बढ़ रहा है, इसकी कहानी बेदम सी होती नजर आ रही है। लग रहा है, जैसे शो उसी दो दशक पुरानी लीक पर चल पड़ा है।
विस्तार
टीवी सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2' जब शुरू हुआ तो, पहले सीजन को देखने वाले दर्शक पुरानी यादों में खो गए। इस शो को लेकर वादा भी किया गया कि इसमें नई पीढ़ी के साथ आए बदलावों को दिखाया जाएगा। कहानी की शुरुआत भी कुछ इस तरह हुई। शो की जान तुलसी यानी अभिनेत्री स्मृति ईरानी शो का हिस्सा बनीं तो लोगों की खुशी और बढ़ गई। शो की शुरुआत तुलसी और मिहिर के बच्चों परी, ऋतिक और अंगद को केंद्र में रखकर हुई। खासतौर से परी की शादी, शादी में आईं दिक्कत, तलाक और लव अफेयर पर कहानी को आगे बढ़ाया गया। शो के अब तक 106 एपिसोड पूरे हो चुके हैं। अब लग रहा है कि यह फिर उसी पुरानी लीक पर चल पड़ा है। ऊपर से भूत का एंगल डालकर इसे और बोरिंग कर दिया। इसमें कुछ नया सा नहीं लग रहा। जानिए क्यों
उसी दो दशक पुरानी लीक पर चल रहा सीरियल
शुरुआती कुछ एपिसोड दिलचस्प रहे, मगर अब 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2' फिर उसी दो दशक पुरानी लीक पर चलता दिख रहा है। उदाहरण के तौर पर अंगद और मिताली की लव स्टोरी को ही लीजिए। दोनों एक-दूसरे को पसंद करते हैं। मगर, चार दशक पुरानी पीढ़ी की तरह उन्हें यह फीलिंग समझने में और फिर एक-दूसरे से इजहार करने में ही लंबा वक्त लगा है। इस बीच अंगद की कहीं दूसरी जगह यानी मिताली से रोका और सगाई सब हो जाती है। मिताली से वह शादी तोड़ता भी है तो उसके व्यवहार की वजह से, न कि वृंदा को प्यार करता है इस वजह से। अगर इस कहानी को आज की पीढ़ी से कनेक्ट करें तो अब की पीढ़ी काफी स्मार्ट है।
भूत वाले एंगल का नहीं हुआ दर्शकों पर असर
सीरियल में फिल्मों की तर्ज पर भूत वाला एंगल डाला गया। अंगद की मंगेतर मिताली पर अचानक बंटू नाम के भूत का साया दिखाई दिया। हालांकि, अब इस भूत पर्दाफाश हो गया है। यह सब खुद मिताली की चाल थी। मगर, इस एंगल को मेकर्स ने क्या सोचकर डाला, वह समझ से परे रहा। दर्शकों को यह बिल्कुल पसंद नहीं आया और इसे बकवास बताया। दर्शकों ने यहां तक कह दिया कि वृंदा और अंगद के एंगल को बेवजह खींचा जा रहा है। बताते चलें कि टीआरपी के मामले में 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2' नंबर वन पर आने के लिए संघर्ष ही कर रहा है। 'अनुपमा' से इसे लगातार टक्कर मिल रही है। टीआरपी लिस्ट में यह दूसरे नंबर पर है।
तुलसी से तकरार और अपनी ही परछाई से मिहिर की बात
तुलसी और मिहिर के बीच नोयना की एंट्री ने दोनों के बीच दूरियां बढ़ा दी हैं। परी की शादी टूटने और दूसरी शादी होने के बीच में यह रिश्ता ऐसा लग रहा है जैसे और कमजोर पड़ गया है। आज की पीढ़ी के रिश्तों में आने वाली परेशानियों को दिखाते-दिखाते शो में फिर से मिहिर और तुलसी के रिश्ते में आईं दिक्कतों को दिखाया जा रहा है। 38 साल की शादी के बाद दोनों का रिश्ता कमजोर पड़ रहा है, वह भी बेवजह की बात पर। ड्रामा इतना दिखाया है कि मिहिर, तुलसी से अलग होने का फैसला कर रहा है और उलझन में है। इस उलझन में अपनी ही परछाई से बात करता है। ऐसे नजारे 20-25 साल पहले भी शो में दिखाए जाते थे। क्या इस शो में कुछ नया नहीं है? यह फिल्म की कमजोर कहानी की ओर इशारा है।
तुलसी-महिर के बीच फिर तीसरे की एंट्री
शो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' के पहले सीजन में भी तुलसी और मिहिर के बीच तीसरे की एंट्री देखी गई थी। दोनों की शादी टूटते-टूटते बची थी। अब नए सीजन में भी इनके रिश्ते पर गाज गिरती दिख रही है। इस बार नोयना नाम का तूफान आ गया है, जो शो में मिहिर की पुरानी दोस्त है। बच्चों को नैतिक मूल्य और संस्कारों की दुहाई देने वाले इस ऑनस्क्रीन कपल को लगता है खुद अभी नैतिक मूल्य समझने की जरूरत है। शो में यह एंगल रिपीट कहानी जैसा लगा रहा है।
फैमिली ड्रामा भरपूर है, लेकिन बोरियत की डोज के साथ
शो के दूसरे सीजन में भी फैमिली ड्रामा भरपूर है। लंबा चौड़ा परिवार है। मगर, बोरियत की डोज के साथ यह ड्रामा देखने को मिल रहा है। देखना दिलचस्प होगा कि आगे शो की कहानी में कुछ नया और दिलचस्प ट्विस्ट आता है या नहीं? फिलहाल तो यह बोरियत भरी कहानी ढो रहा है। दर्शक सिर्फ नॉस्टैल्जिक होकर यह शो देख रहे हैं।