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'आरोपी प्रभावशाली, धमका रहे': डिस्ट्रीब्यूटर से वसूली, विरोध पर मारपीट- धमकी का आरोप; SSP से की शिकायत
अमर उजाला नेटवर्क, गोरखपुर
Published by: रोहित सिंह
Updated Tue, 02 Dec 2025 01:04 PM IST
सार
मनीष गुप्ता के अनुसार वह एक मेडिसिन कंपनी में डिस्ट्रीब्यूटर थे। उनका कहना है कि विनय शर्मा, रोहित पांडेय और एक अन्य अज्ञात व्यक्ति, जो कंपनी से जुड़े हैं, ने मिलकर उन्हें डिस्ट्रीब्यूटर बनाया था। इस दौरान कई जगह उनकी बड़ी रकम फंस गई। जब उन्होंने कंपनी के कर्मचारियों से पैसे वापस लेने के लिए लगातार संपर्क किया, तो उन्हें टालमटोल किया जाने लगा।
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सांकेतिक तस्वीर
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
कैंट थाना क्षेत्र के मोहद्दीपुर स्थित ओरियन मॉल के सामने सौरभ मेडिकल स्टोर चलाने वाले बांसगांव निवासी मनीष गुप्ता ने दो युवकों और उनके एक सहयोगी पर मारपीट धमकी का आरोप लगाते हुए अदालत में गुहार लगाई। अदालत के आदेश पर कैंट पुुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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मनीष गुप्ता के अनुसार वह एक मेडिसिन कंपनी में डिस्ट्रीब्यूटर थे। उनका कहना है कि विनय शर्मा, रोहित पांडेय और एक अन्य अज्ञात व्यक्ति, जो कंपनी से जुड़े हैं, ने मिलकर उन्हें डिस्ट्रीब्यूटर बनाया था। इस दौरान कई जगह उनकी बड़ी रकम फंस गई। जब उन्होंने कंपनी के कर्मचारियों से पैसे वापस लेने के लिए लगातार संपर्क किया, तो उन्हें टालमटोल किया जाने लगा।
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पीड़ित ने बताया कि 12 जुलाई 2025 को शाम करीब चार बजे जब उन्होंने बकाया रकम को लेकर फिर बात की, तो आरोपितों ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए पैसे देने से साफ इंकार कर दिया और दोबारा मांग करने पर जान से मारने की धमकी दी।
आरोप है कि उसी शाम तीनों युवक हॉकी और रॉड लेकर उनकी दुकान पर पहुंच गए। दुकान में घुसते ही गाली-गलौज करते हुए उन पर हमला किया और गंभीर रूप से पीटा। शोर सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हुए, जिसके बाद आरोपी धमकी देते हुए वहां से भाग निकले।
मनीष गुप्ता का कहना है कि उन्होंने घटना की जानकारी उसी दिन कैंट थाने में लिखित रूप से दी, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं किया। उल्टा, उसी दिन विपक्षियों ने उन पर ही एक प्राथमिकी दर्ज करा दिया।
पीड़ित का आरोप है कि आरोपी प्रभावशाली हैं और उन्हें लगातार धमका रहे हैं कि उनका प्राथमिकी दर्ज नहीं होने दिया जाएगा। कार्रवाई न होने से निराश मनीष ने एसएसपी और अन्य उच्चाधिकारियों को पंजीकृत डाक से शिकायत भेजी है। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। थानाप्रभारी संजय सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।