उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में निर्माणाधीन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में मंगलवार को अस्थायी टर्मिनल बिल्डिंग के निर्माण के लिए डीएम भूपेंद्र एस चौधरी और सिविल एयरपोर्ट गोरखपुर के डायरेक्टर एके द्विवेदी ने विधिवत भूमि पूजन किया। इस मौके पर राइट्स, नीरज कंस्ट्रक्शन, रिवाइंडर एंड टेक्नो इलेक्ट्रिकल, पीडब्ल्यूडी के एई व जेई तथा अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे।
भूमि पूजन से पहले डीएम ने टर्मिनल बिल्डिंग बनाने वाली वेस्टर्न आउटडोर स्ट्रक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी थाणे, महाराष्ट्र के प्रोजेक्ट इंजीनियर तुषार सक्सेना से जानकारी ली और निर्माण में गुणवत्ता के लिए मानक के अनुरूप काम कराने का निर्देश दिया। तुषार सक्सेना ने बताया कि टर्मिनल बिल्डिंग जर्मन फैब्रिक टेक्नोलॉजी से बनेगी। जबकि इसका मटेरियल देश में ही तैयार किया जा रहा है।
डायरेक्टर ने कहा कि सिर्फ टर्मिनल बिल्डिंग के निर्माण में 11 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जबकि टर्मिनल बिल्डिंग को सुविधाओं से पूरी तरह लैस करने में लगभग 30 करोड़ की लागत आएगी। उन्होंने बताया कि 100 दिन में यह बनकर तैयार हो जाएगा। पूरा निर्माण 4800 वर्ग मीटर में होना है, जिसमें 3600 वर्ग मीटर में बिल्डिंग व 1200 वर्ग मीटर ओपेन एरिया (छज्जा) समेत अन्य निर्माण शामिल है।
इस मौके पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पूर्ण बोहरा, डीजीएम सिविल इंजीनियरिंग एनपी कोरी, प्रोजेक्ट इंजीनियर सुनील तिवारी, डीजीएम राइट्स सूरज श्रीवास्तव, विमल कुमार, राजेश मंडल, पीडब्ल्यूडी के एई रामसहाय, जेई आरएन राव, जितेंद्र यादव, राजीव कुमार त्रिपाठी, अभिजीत सिंह, विवेक शर्मा आदि उपस्थित थे।
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में निर्माणाधीन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में मंगलवार को अस्थायी टर्मिनल बिल्डिंग के निर्माण के लिए डीएम भूपेंद्र एस चौधरी और सिविल एयरपोर्ट गोरखपुर के डायरेक्टर एके द्विवेदी ने विधिवत भूमि पूजन किया। इस मौके पर राइट्स, नीरज कंस्ट्रक्शन, रिवाइंडर एंड टेक्नो इलेक्ट्रिकल, पीडब्ल्यूडी के एई व जेई तथा अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे।
भूमि पूजन से पहले डीएम ने टर्मिनल बिल्डिंग बनाने वाली वेस्टर्न आउटडोर स्ट्रक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी थाणे, महाराष्ट्र के प्रोजेक्ट इंजीनियर तुषार सक्सेना से जानकारी ली और निर्माण में गुणवत्ता के लिए मानक के अनुरूप काम कराने का निर्देश दिया। तुषार सक्सेना ने बताया कि टर्मिनल बिल्डिंग जर्मन फैब्रिक टेक्नोलॉजी से बनेगी। जबकि इसका मटेरियल देश में ही तैयार किया जा रहा है।
डायरेक्टर ने कहा कि सिर्फ टर्मिनल बिल्डिंग के निर्माण में 11 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जबकि टर्मिनल बिल्डिंग को सुविधाओं से पूरी तरह लैस करने में लगभग 30 करोड़ की लागत आएगी। उन्होंने बताया कि 100 दिन में यह बनकर तैयार हो जाएगा। पूरा निर्माण 4800 वर्ग मीटर में होना है, जिसमें 3600 वर्ग मीटर में बिल्डिंग व 1200 वर्ग मीटर ओपेन एरिया (छज्जा) समेत अन्य निर्माण शामिल है।
इस मौके पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पूर्ण बोहरा, डीजीएम सिविल इंजीनियरिंग एनपी कोरी, प्रोजेक्ट इंजीनियर सुनील तिवारी, डीजीएम राइट्स सूरज श्रीवास्तव, विमल कुमार, राजेश मंडल, पीडब्ल्यूडी के एई रामसहाय, जेई आरएन राव, जितेंद्र यादव, राजीव कुमार त्रिपाठी, अभिजीत सिंह, विवेक शर्मा आदि उपस्थित थे।