गोरखपुर जिले में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये से ज्यादा हो गई है। बढ़ोतरी के बाद बुधवार को प्रति लीटर पेट्रोल की कीमत 101.01 रुपये हो गई। दूसरी तरफ, प्रति लीटर डीजल भी 92.56 रुपये में मिल रहा है। बढ़ोतरी का सिलसिला जारी रहा तो डीजल की कीमत भी 100 का आंकड़ा पार कर जाएगी।
पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्यों में हो रही वृद्धि से आम नागरिक को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि पेट्रोल और डीजल के दामों पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार को कोई नीति बनानी चाहिए। पेट्रोलियम पदार्थ सीधे आम जनता से जुड़े हैं। इनका इस्तेमाल परिवहन से लेकर खेती-किसानी के लिए होता है। अगर इनके मूल्यों में लगातार वृद्धि होगी, तो खामियाजा आम नागरिकों को भुगतना पड़ेगा। आम जनता की थाली महंगी होगी। खाने-पीने के पदार्थ महंगे होंगे।
बोले शहरवासी
पेट्रोल का दाम बढ़ने की वजह से महंगाई भी बढ़ी है। पार्लर जाने में बजट बिगड़ रहा है। जो नौकरी वाले हैं, उनका तो ठीक है। पर, हम जैसे आम नागरिकों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सरकार को हमें ध्यान में रखकर कोई बड़ा कदम उठाना चाहिए। -प्रिया त्रिपाठी, सिविल लाइंस।
पेट्रोल की कीमत में बढ़ोतरी होने से घर का बजट कमजोर पड़ रहा है। मेरे पति व्यापारी हैं, हम लोगों का तो फिर भी चल जा रहा है। आम नागरिक ज्यादा परेशान हैं। पेट्रोल का दाम कम करने के लिए भारत सरकार को कोई ठोस रणनीति बनानी चाहिए। -बबीता गुप्ता, राप्तीनगर।
मैं प्राइवेट नौकरी करता हूं। हमारी तो सैलरी महीने में तय है पर, पेट्रोल की महंगाई की कोई समय सीमा नहीं है। महंगाई कमर तोड़ रही है। आर्थिक रूप से कमजोर पड़ गया हूं। केंद्र सरकार को इस पर नियंत्रण लगाने के लिए काम करना होगा। -सुभाष यादव, पथरा।
पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से आम नागरिक को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पेट्रोलियम पदार्थ सीधे आम जनता से जुड़े हुए हैं। इसका असर सीधे आम आदमी की जेब पर होगा। केंद्र सरकार से मेरी अपील है कि आम जनता को इस समस्या से मुक्ति दिलाएं। -डॉ. रंजीत मौर्या, शाहपुर।
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गोरखपुर जिले में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये से ज्यादा हो गई है। बढ़ोतरी के बाद बुधवार को प्रति लीटर पेट्रोल की कीमत 101.01 रुपये हो गई। दूसरी तरफ, प्रति लीटर डीजल भी 92.56 रुपये में मिल रहा है। बढ़ोतरी का सिलसिला जारी रहा तो डीजल की कीमत भी 100 का आंकड़ा पार कर जाएगी।
पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्यों में हो रही वृद्धि से आम नागरिक को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि पेट्रोल और डीजल के दामों पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार को कोई नीति बनानी चाहिए। पेट्रोलियम पदार्थ सीधे आम जनता से जुड़े हैं। इनका इस्तेमाल परिवहन से लेकर खेती-किसानी के लिए होता है। अगर इनके मूल्यों में लगातार वृद्धि होगी, तो खामियाजा आम नागरिकों को भुगतना पड़ेगा। आम जनता की थाली महंगी होगी। खाने-पीने के पदार्थ महंगे होंगे।
बोले शहरवासी
पेट्रोल का दाम बढ़ने की वजह से महंगाई भी बढ़ी है। पार्लर जाने में बजट बिगड़ रहा है। जो नौकरी वाले हैं, उनका तो ठीक है। पर, हम जैसे आम नागरिकों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सरकार को हमें ध्यान में रखकर कोई बड़ा कदम उठाना चाहिए। -प्रिया त्रिपाठी, सिविल लाइंस।
पेट्रोल की कीमत में बढ़ोतरी होने से घर का बजट कमजोर पड़ रहा है। मेरे पति व्यापारी हैं, हम लोगों का तो फिर भी चल जा रहा है। आम नागरिक ज्यादा परेशान हैं। पेट्रोल का दाम कम करने के लिए भारत सरकार को कोई ठोस रणनीति बनानी चाहिए। -बबीता गुप्ता, राप्तीनगर।
मैं प्राइवेट नौकरी करता हूं। हमारी तो सैलरी महीने में तय है पर, पेट्रोल की महंगाई की कोई समय सीमा नहीं है। महंगाई कमर तोड़ रही है। आर्थिक रूप से कमजोर पड़ गया हूं। केंद्र सरकार को इस पर नियंत्रण लगाने के लिए काम करना होगा। -सुभाष यादव, पथरा।
पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से आम नागरिक को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पेट्रोलियम पदार्थ सीधे आम जनता से जुड़े हुए हैं। इसका असर सीधे आम आदमी की जेब पर होगा। केंद्र सरकार से मेरी अपील है कि आम जनता को इस समस्या से मुक्ति दिलाएं।
-डॉ. रंजीत मौर्या, शाहपुर।