सरकारी तेल कंपनियों की ओर से पेट्रोल-डीजल के दामों में बदलाव किया गया है। गोरखपुर जिले में लगातार डीजल और पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं। गुरुवार को भी इनके दामों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। इससे लोगों की मुश्किले बढ़ गई हैं।
गोरखपुर शहर में गुरुवार को पेट्रोल 101.95 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। वहीं डीजल 93.50 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। पेट्रोल और डीजल के दामों में क्रमश: 94 पैसे की बढ़त हुई है।
पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में उछाल का सिलसिला जारी है। जल्द ही इसका असर आम आदमी की जेब पर भी दिखने लगेगा। इससे माल ढुलाई पर खासा असर पड़ेगा। क्योंकि, पेट्रोलियम उत्पादों के दाम में वृद्धि से ट्रांसपोर्ट लागत बढ़ने का असर 10 से 15 दिनों में दिखने लगेगा।
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन का कहना है कि 22 मार्च से अब तक माल ढुलाई की कीमतों में करीब चार से पांच फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है। आने वाले समय में यह बढ़ोतरी और होगी। बताया कि अप्रैल के पहले सप्ताह में बढ़े दामों का प्रभाव आम लोगों पर पड़ने लगेगा। क्योंकि, लगातार पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें बढ़ रही हैं। लगातार कीमतें बढ़ रही हैं तो इसका प्रभाव आम जीवन पर भी पड़ेगा। अब तक पांच प्रतिशत ट्रांसपोर्ट चार्ज बढ़ चुका है। इसी तरह डीजल की कीमतें बढ़ती हैं तो माल ढुलाई का खर्च पांच से 10 फीसदी और बढ़ेगा।
ट्रांसपोर्टर सुरेश जालान ने कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों के दाम लगातार बढ़ने से महंगाई का असर लोगों पर दिखने लगेगा। अभी महंगाई का असर ट्रांसपोर्टर पर पड़ना शुरू हो गया है। ढुलाई मंहगी हो गई है, जो अभी आंशिक है, लेकिन धीरे-धीरे बढ़ते रहने पर इसकी महंगाई साफ तौर पर दिखने लगेगी।
ट्रांसपोर्टर धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि तेल की कीमत बढ़ने से ट्रांसपोर्टर के कुल खर्च में 50 से 60 फीसदी हिस्सेदारी डीजल की हो गई है। बाकी खर्च ड्राइवर, हेल्पर और गाड़ी के रखरखाव पर होता है। अब अगर डीजल की कीमतें बढ़ती गईं तो ट्रांसपोर्ट चार्ज बढ़ाना ही होगा। इसका असर जनता पर पड़ेगा।
अध्यक्ष चेंबर ऑफ ट्रेडर्स अनूप किशोर अग्रवाल ने कहा कि साहबगंज की दुकानों पर इसका असर दिखेगा। खाद्य सामग्री व अन्य सामान ट्रांसपोर्ट से ही आते हैं। ऐसे में जब पेट्रोलियम की दरें बढ़ती रहेंगी तो इसका असर ढुलाई और लोडिंग पर पड़ेगा। सामान जब बाजार में आएगा तो इसका असर लोगों की जेब पर दिखने लगेगा।
विस्तार
सरकारी तेल कंपनियों की ओर से पेट्रोल-डीजल के दामों में बदलाव किया गया है। गोरखपुर जिले में लगातार डीजल और पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं। गुरुवार को भी इनके दामों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। इससे लोगों की मुश्किले बढ़ गई हैं।
गोरखपुर शहर में गुरुवार को पेट्रोल 101.95 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। वहीं डीजल 93.50 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। पेट्रोल और डीजल के दामों में क्रमश: 94 पैसे की बढ़त हुई है।
पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में उछाल का सिलसिला जारी है। जल्द ही इसका असर आम आदमी की जेब पर भी दिखने लगेगा। इससे माल ढुलाई पर खासा असर पड़ेगा। क्योंकि, पेट्रोलियम उत्पादों के दाम में वृद्धि से ट्रांसपोर्ट लागत बढ़ने का असर 10 से 15 दिनों में दिखने लगेगा।
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन का कहना है कि 22 मार्च से अब तक माल ढुलाई की कीमतों में करीब चार से पांच फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है। आने वाले समय में यह बढ़ोतरी और होगी। बताया कि अप्रैल के पहले सप्ताह में बढ़े दामों का प्रभाव आम लोगों पर पड़ने लगेगा। क्योंकि, लगातार पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें बढ़ रही हैं। लगातार कीमतें बढ़ रही हैं तो इसका प्रभाव आम जीवन पर भी पड़ेगा। अब तक पांच प्रतिशत ट्रांसपोर्ट चार्ज बढ़ चुका है। इसी तरह डीजल की कीमतें बढ़ती हैं तो माल ढुलाई का खर्च पांच से 10 फीसदी और बढ़ेगा।
ट्रांसपोर्टर सुरेश जालान ने कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों के दाम लगातार बढ़ने से महंगाई का असर लोगों पर दिखने लगेगा। अभी महंगाई का असर ट्रांसपोर्टर पर पड़ना शुरू हो गया है। ढुलाई मंहगी हो गई है, जो अभी आंशिक है, लेकिन धीरे-धीरे बढ़ते रहने पर इसकी महंगाई साफ तौर पर दिखने लगेगी।
ट्रांसपोर्टर धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि तेल की कीमत बढ़ने से ट्रांसपोर्टर के कुल खर्च में 50 से 60 फीसदी हिस्सेदारी डीजल की हो गई है। बाकी खर्च ड्राइवर, हेल्पर और गाड़ी के रखरखाव पर होता है। अब अगर डीजल की कीमतें बढ़ती गईं तो ट्रांसपोर्ट चार्ज बढ़ाना ही होगा। इसका असर जनता पर पड़ेगा।
अध्यक्ष चेंबर ऑफ ट्रेडर्स अनूप किशोर अग्रवाल ने कहा कि साहबगंज की दुकानों पर इसका असर दिखेगा। खाद्य सामग्री व अन्य सामान ट्रांसपोर्ट से ही आते हैं। ऐसे में जब पेट्रोलियम की दरें बढ़ती रहेंगी तो इसका असर ढुलाई और लोडिंग पर पड़ेगा। सामान जब बाजार में आएगा तो इसका असर लोगों की जेब पर दिखने लगेगा।