प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जिले में 25 अक्तूबर को होने वाले आगमन को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर एसपीजी (विशेष सुरक्षा दल) ने कमान संभाल ली है। शुक्रवार को अधिकारियों के साथ बैठक करके कार्यक्रम के बारे में जानकारी ली। कार्यक्रम की रूपरेखा देखी। इसके साथ ही कार्यक्रम स्थल और हेलीपैड का मुआयना किया।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा की मुख्य जिम्मेदारी एसपीजी के हाथों में रहती है। पीएम के कार्यक्रम से पहले उनका दस्ता कार्यक्रम वाले स्थान पर पहुंच जाता है। वह सुरक्षा मानक की खुद जांच करते हैं, फिर पूरी सुरक्षा की कमान हाथ में ले लेते हैं। उनकी जांच के बाद ही रही झंडी मानी जाती है। जिले में मेडिकल कॉलेज का 25 को प्रधानमंत्री के हाथों लोकार्पण होना है। लिहाजा एसपीजी की टीम जिले में पहुंच गई।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के संबंध में टीम ने अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें हेलीपैड से कार्यक्रम की दूरी, कार्यक्रम स्थल पर आम जनता के आने-जाने वाले गेट और कितने सुरक्षाकर्मी लग रहे हैं, उसके अलावा अन्य जानकारियां हासिल कीं। इसके बाद टीम ने सभा स्थल पर टीम पहुंची। प्रधानमंत्री के मंच स्थल पर आधुनिक मशीन और डाक स्क्वाड की मदद से घंटों जांच की।
हर प्वाइंट पर जाकर सुरक्षा के मानक की परख की। इसके साथ ही पीडब्ल्यूडी स्थित रेस्ट हाउस में बन रहे हेलीपैड पर गए। पीएम जिस मार्ग से गुजरेंगे, उसे पूरी तरह से टीम जांच करने में जुटी है। जवान लगातार जांच करने में जुटे हैं। सुरक्षा से जुड़े जानकारों के मुताबिक टीम जांच करके पूरी तरह करके संतुष्ट होगी।
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को सुनने के लिए आने वाली जनता को कार्यक्रम में प्रवेश के लिए पांच गेट बनाएं जाएंगे। यहां से जनता को कार्यक्रम स्थल पर भेजा जाएगा। यहां पर मेंटर डिरेक्टर मशीन हर गेट पर रहेगी। उससे गुजर कर लोगों को जाना होगा। इसके लिए विशेष जांच दस्ता भी लोगों की जांच करेगा। उसके बाद कार्यक्रम में व्यक्ति प्रवेश करेगा।
ड्रोन कैमरे की निगरानी में होगी सभा
कार्यक्रम की ड्रोन कैमरे से निगरानी होगी। इंस्पेक्टर की निगरानी में ड्रोन उड़ाकर कार्यक्रम की निगरानी की जाएगी, ताकि हर गतिविधियों के बारे में जानकारी मिल सके। अगर कहीं गड़बड़ी दिखेगी तो सुरक्षाकर्मी वहां पर पहुंचकर जांच करेंगे।
आसपास के गांवों रहेगी पुलिस की नजर
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। कार्यक्रम में किसी प्रकार की गड़बड़ी न होने पर और कोई बाहरी आकर कार्यक्रम को प्रभावित न करे, उसके लिए आसपास गांवों में पुलिस की विशेष नजर रहेगी। कार्यक्रम समाप्त होने तक पुलिस की टीम इर्द-गिर्द के गांवों में भ्रमण करती रहेगी।
सुरक्षा कर्मियों का आना हुआ शुरू
पीएम की सुरक्षा में लगने वाले पुलिस विभाग के अधिकारियों का जनपद में आना शुरू हो गया है। पुलिस मुख्यालय से सुरक्षा व्यवस्था देखने के लिए कुछ एसपी व एएसपी आ चुके हैं। वहीं सुरक्षा में बाहर से आने वाले पुलिस कर्मियों की ड्यूटी कार्ड के लिए पुलिस लाइंस में कई काउंटर बनाए गए हैं, जहां उन्हें ड्यूटी कार्ड वितरित किया जाएगा।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जिले में 25 अक्तूबर को होने वाले आगमन को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर एसपीजी (विशेष सुरक्षा दल) ने कमान संभाल ली है। शुक्रवार को अधिकारियों के साथ बैठक करके कार्यक्रम के बारे में जानकारी ली। कार्यक्रम की रूपरेखा देखी। इसके साथ ही कार्यक्रम स्थल और हेलीपैड का मुआयना किया।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा की मुख्य जिम्मेदारी एसपीजी के हाथों में रहती है। पीएम के कार्यक्रम से पहले उनका दस्ता कार्यक्रम वाले स्थान पर पहुंच जाता है। वह सुरक्षा मानक की खुद जांच करते हैं, फिर पूरी सुरक्षा की कमान हाथ में ले लेते हैं। उनकी जांच के बाद ही रही झंडी मानी जाती है। जिले में मेडिकल कॉलेज का 25 को प्रधानमंत्री के हाथों लोकार्पण होना है। लिहाजा एसपीजी की टीम जिले में पहुंच गई।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के संबंध में टीम ने अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें हेलीपैड से कार्यक्रम की दूरी, कार्यक्रम स्थल पर आम जनता के आने-जाने वाले गेट और कितने सुरक्षाकर्मी लग रहे हैं, उसके अलावा अन्य जानकारियां हासिल कीं। इसके बाद टीम ने सभा स्थल पर टीम पहुंची। प्रधानमंत्री के मंच स्थल पर आधुनिक मशीन और डाक स्क्वाड की मदद से घंटों जांच की।
हर प्वाइंट पर जाकर सुरक्षा के मानक की परख की। इसके साथ ही पीडब्ल्यूडी स्थित रेस्ट हाउस में बन रहे हेलीपैड पर गए। पीएम जिस मार्ग से गुजरेंगे, उसे पूरी तरह से टीम जांच करने में जुटी है। जवान लगातार जांच करने में जुटे हैं। सुरक्षा से जुड़े जानकारों के मुताबिक टीम जांच करके पूरी तरह करके संतुष्ट होगी।