{"_id":"616dd72fcfca4d322270ccb0","slug":"sharad-purnima-today-there-will-be-nectar-rain-on-devotees-gorakhpur-city-news-gkp413358548","type":"story","status":"publish","title_hn":"Sharad Purnima: आज मनाया जाएगा शरद पूर्णिमा, श्रद्धालुओं पर होगी अमृत वर्षा","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Sharad Purnima: आज मनाया जाएगा शरद पूर्णिमा, श्रद्धालुओं पर होगी अमृत वर्षा
संवाद न्यूज एजेंसी, गोरखपुर।
Published by: गोरखपुर ब्यूरो
Updated Tue, 19 Oct 2021 09:47 AM IST
सार
पंडित शरद चंद्र मिश्र ने बताया कि शरद पूर्णिमा के दिन सूर्योदय 6:19 बजे और चतुर्दशी तिथि शाम 6:41 बजे तक है। इसके बाद प्रदोष काल व पूरी रात पूर्णिमा रहने से इसी दिन शरद पूर्णिमा मनाई जाएगी।
शरद पूर्णिमा।
- फोटो : istock
विज्ञापन
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
शरद पूर्णिमा का पर्व मंगलवार को श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाएगा। मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की चांदनी रात में खीर रखने से चंद्रमा उसे अमृत से भर देते हैं। खीर को सुबह प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है। इससे आरोग्य की प्राप्ति होती है।
पंडित शरद चंद्र मिश्र ने बताया कि शरद पूर्णिमा के दिन सूर्योदय 6:19 बजे और चतुर्दशी तिथि शाम 6:41 बजे तक है। इसके बाद प्रदोष काल व पूरी रात पूर्णिमा रहने से इसी दिन शरद पूर्णिमा मनाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने इस रात को महारास किया था, इसलिए इसे रास पूर्णिमा भी कहते हैं। इस रात चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं के साथ उदित होकर अमृत वर्षा करते हैं। इस रात भजन करने वालों पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है। वह संसार में भ्रमण कर रात्रि जागरण कर रहे, भक्तों को वैभव प्रदान करती हैं।
विस्तार
शरद पूर्णिमा का पर्व मंगलवार को श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाएगा। मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की चांदनी रात में खीर रखने से चंद्रमा उसे अमृत से भर देते हैं। खीर को सुबह प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है। इससे आरोग्य की प्राप्ति होती है।
विज्ञापन
पंडित शरद चंद्र मिश्र ने बताया कि शरद पूर्णिमा के दिन सूर्योदय 6:19 बजे और चतुर्दशी तिथि शाम 6:41 बजे तक है। इसके बाद प्रदोष काल व पूरी रात पूर्णिमा रहने से इसी दिन शरद पूर्णिमा मनाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने इस रात को महारास किया था, इसलिए इसे रास पूर्णिमा भी कहते हैं। इस रात चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं के साथ उदित होकर अमृत वर्षा करते हैं। इस रात भजन करने वालों पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है। वह संसार में भ्रमण कर रात्रि जागरण कर रहे, भक्तों को वैभव प्रदान करती हैं।
Link Copied
विज्ञापन
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।