उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां छोटा रसोई गैस सिलेंडर फटने से धमाके के साथ घर की छत उड़ गई व दीवार भरभराकर गिर गई। जबकि तीन लोग झुलस गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दूसरी ओर एक झोपड़ी में आग लग जाने से चार मवेशी झुलस गए जबकि बचाव कार्य करते हुए पशु मालिक इसकी चपेट में आकर आंशिक रूप से झुलस गया।
तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव की निवासी दसवाती पुत्री तपेसर भगत बुधवार की रात खाना बना रही थीं। तभी अचानक छोटे रसोई गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया। धमाका इतना जोरदार था कि जिस कमरे में खाना बन रहा था, उसकी छत उड़ गई जबकि दीवार भरभराकर गिर पड़ी। कमरे में लगे चौकठ और फाटक क्षतिग्रस्त हो गए।
धमाके के साथ उड़े लकड़ी के टुकड़े दरवाजे पर खड़े राजेंद्र वर्मा और पारस गोंड के सिर में लगने से दोनों लहूलुहान हो गए। इनके अलावा 15 वर्षीय पवन कुशवाहा भी घायल हो गया। आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तब तक आग घर में फैल चुकी थी और अनाज, बर्तन, कपड़े व आभूषण जलकर नष्ट हो गया। रात में ही इन्हें घोरठ के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां से इलाज के बाद घर आ गए।
उधर, बुधवार की देर रात रामपुर गोनहा गांव के चनरहा टोला निवासी बुनेला कुशवाहा की झोपड़ी में आग लग गई। इसकी चपेट में आने से एक गाय, बछड़ा, भैंस और पड़िया झुलस गई। इन पशुओं को बचाने की कोशिश में बुनेला भी आंशिक रूप से झुलस गए। अन्य सामान जलकर नष्ट हो गए।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अवनींद्र गुप्ता की सूचना पर पशुपालन विभाग से जितेंद्र गुप्ता मौके पर पहुंचे और झुलसे पशुओं का प्राथमिक उपचार किया। राजस्वकर्मी भी मौके पर पहुंचे हैं। बुनेला की रोजी- रोटी पशुओं पर ही निर्भर है।
विस्तार
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां छोटा रसोई गैस सिलेंडर फटने से धमाके के साथ घर की छत उड़ गई व दीवार भरभराकर गिर गई। जबकि तीन लोग झुलस गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दूसरी ओर एक झोपड़ी में आग लग जाने से चार मवेशी झुलस गए जबकि बचाव कार्य करते हुए पशु मालिक इसकी चपेट में आकर आंशिक रूप से झुलस गया।
तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव की निवासी दसवाती पुत्री तपेसर भगत बुधवार की रात खाना बना रही थीं। तभी अचानक छोटे रसोई गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया। धमाका इतना जोरदार था कि जिस कमरे में खाना बन रहा था, उसकी छत उड़ गई जबकि दीवार भरभराकर गिर पड़ी। कमरे में लगे चौकठ और फाटक क्षतिग्रस्त हो गए।
धमाके के साथ उड़े लकड़ी के टुकड़े दरवाजे पर खड़े राजेंद्र वर्मा और पारस गोंड के सिर में लगने से दोनों लहूलुहान हो गए। इनके अलावा 15 वर्षीय पवन कुशवाहा भी घायल हो गया। आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तब तक आग घर में फैल चुकी थी और अनाज, बर्तन, कपड़े व आभूषण जलकर नष्ट हो गया। रात में ही इन्हें घोरठ के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां से इलाज के बाद घर आ गए।
उधर, बुधवार की देर रात रामपुर गोनहा गांव के चनरहा टोला निवासी बुनेला कुशवाहा की झोपड़ी में आग लग गई। इसकी चपेट में आने से एक गाय, बछड़ा, भैंस और पड़िया झुलस गई। इन पशुओं को बचाने की कोशिश में बुनेला भी आंशिक रूप से झुलस गए। अन्य सामान जलकर नष्ट हो गए।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अवनींद्र गुप्ता की सूचना पर पशुपालन विभाग से जितेंद्र गुप्ता मौके पर पहुंचे और झुलसे पशुओं का प्राथमिक उपचार किया। राजस्वकर्मी भी मौके पर पहुंचे हैं। बुनेला की रोजी- रोटी पशुओं पर ही निर्भर है।