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Bhiwani News: सर्कुलर सड़क के अंदर धंस गई व्यवस्था, सात साल में 35 लाख खर्चे फिर भी रोड खस्ताहाल
संवाद न्यूज एजेंसी, भिवानी
Updated Wed, 12 Nov 2025 01:40 AM IST
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शहर में घंटाघर के समीप धंसा सर्कुलर रोड से गुजरते वाहन।
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भिवानी। शहर की सर्कुलर सड़क का एक हिस्सा लगातार धंसता जा रहा है। पिछले सात साल में पीडब्ल्यूडी ने इस सड़क को दुरुस्त कराने में करीब 35 लाख रुपये खर्च किए लेकिन स्थिति अभी भी गंभीर है। घंटाघर के समीप शनिदेव मंदिर के पास सड़क कटोरा नुमा धंसी हुई है जिस पर वाहनों के पलटने का खतरा बना हुआ है।
पीडब्ल्यूडी ने इस हिस्से पर 15 से 20 बार हजारों टन मिट्टी और मलबा डालकर सड़क समतल कराने का प्रयास किया लेकिन यह मलबा धरती में समाता चला गया। अब इंटरलॉक ब्लॉक लगाए गए हैं ताकि धंसे हिस्से पर मिट्टी या मलबा डालकर सड़क फिर से बनाई जा सके। वहीं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग का दावा है कि सड़क के नीचे मुख्य सीवर लाइन पूरी तरह से ठीक काम कर रही है और कहीं कोई लीकेज नहीं है। मुख्य सीवर लाइन की सीसीटीवी जांच भी कराई गई है।
दिनोद गेट की ओर से कृष्णा कॉलोनी मोड़ के पास घंटाघर तक सड़क करीब पांच फीट गहराई तक धंसी है। यह हिस्सा पिछले सात सालों में 15 से 20 बार धंस चुका है। हर तीन माह में पीडब्ल्यूडी इसे दुरुस्त कराता रहा है। सर्कुलर रोड के ठीक नीचे करीब 25 फीट की गहराई में मुख्य सीवर लाइन है जो देवसर चुंगी मुख्य डिस्पोजल से जुड़ी है जो घंटाघर व आसपास के इलाके का दूषित पानी डिस्पोजल तक पहुंचाती है।
ढाई दशक पुरानी बरसाती लाइन लाखों टन मलबा निगल रही
विभागीय अधिकारी भी असमंजस में हैं कि अगर मुख्य सीवर लाइन ठीक है तो सड़क लगातार क्यों धंस रही है। सीसीटीवी जांच में कोई लीकेज नहीं मिला। अनुमान है कि करीब ढाई दशक पहले कृष्णा कॉलोनी मोड़ से घंटाघर तक बनी बरसाती चैनल अब सड़क के करीब दस फीट नीचे दब गई है। यह पुरानी बरसाती चैनल अब सड़क पर डाले गए लाखों टन मलबे को निगल चुकी है। बारिश के मौसम में भी सड़क ठीक कराई जाती है लेकिन एक माह बाद फिर से धंस जाती है।
नागरिक अस्पताल और वैश्य मॉडल स्कूल के पास भी सड़क धंसी
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को पहले अंदेशा था कि नागरिक अस्पताल के वार्डों की सीवर लाइन की लीकेज के कारण सड़क धंस रही है। मेडिकल कॉलेज की नई बिल्डिंग बनने के बाद नई सीवर लाइन डाली गई और धंसे हुए हिस्से की लाइन को बंद कर दिया गया। इसके बावजूद सड़क लगातार धंस रही है। इसी तरह वैश्य मॉडल स्कूल के पास भी सड़क धंस रही है। वहां पर अब सड़क की खोदाई कर जांच करके दुरुस्त किया जा रहा है।
पिछले सात सालों में विभाग 35 से 40 लाख रुपये सड़क के धंसे हुए हिस्से को बार-बार दुरुस्त कराने में खर्च कर चुका है। सड़क पर चलने वाले वाहनों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो इसके लिए इसे बार-बार दुरुस्त कराया जा रहा है। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग से काफी पत्राचार हुए हैं लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। एक माह पहले दुरुस्त कराई सड़क फिर धंस गई है। उपायुक्त की बैठक में भी यह मामला उठा है। उन्होंने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को निर्देश दिए हैं कि सड़क के नीचे किसी भी लीकेज को दुरुस्त कराया जाए। – लोकेश कुमार, कार्यकारी अभियंता, पीडब्ल्यूडी भिवानी
दिनोद गेट और नागरिक अस्पताल, घंटाघर के पास सर्कुलर रोड की सड़क धंसी हुई है। दिनोद गेट पर काम चल रहा है। इसके बाद शनिदेव मंदिर के पास धंसी सड़क के नीचे लाइन की जांच कराई जाएगी। अनुमान है कि काफी पुरानी बरसाती लाइन यहां से गुजर रही है जो बंद पड़ी है। शायद यही सड़क के बार-बार धंसने की वजह हो सकती है। खोदाई करके इसकी जांच कराई जाएगी और यदि लीकेज पाई गई तो उसे स्थायी रूप से ठीक कराया जाएगा। - आशीष कुमार, कनिष्ठ अभियंता, शहरी सीवरेज शाखा भिवानी।
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पीडब्ल्यूडी ने इस हिस्से पर 15 से 20 बार हजारों टन मिट्टी और मलबा डालकर सड़क समतल कराने का प्रयास किया लेकिन यह मलबा धरती में समाता चला गया। अब इंटरलॉक ब्लॉक लगाए गए हैं ताकि धंसे हिस्से पर मिट्टी या मलबा डालकर सड़क फिर से बनाई जा सके। वहीं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग का दावा है कि सड़क के नीचे मुख्य सीवर लाइन पूरी तरह से ठीक काम कर रही है और कहीं कोई लीकेज नहीं है। मुख्य सीवर लाइन की सीसीटीवी जांच भी कराई गई है।
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दिनोद गेट की ओर से कृष्णा कॉलोनी मोड़ के पास घंटाघर तक सड़क करीब पांच फीट गहराई तक धंसी है। यह हिस्सा पिछले सात सालों में 15 से 20 बार धंस चुका है। हर तीन माह में पीडब्ल्यूडी इसे दुरुस्त कराता रहा है। सर्कुलर रोड के ठीक नीचे करीब 25 फीट की गहराई में मुख्य सीवर लाइन है जो देवसर चुंगी मुख्य डिस्पोजल से जुड़ी है जो घंटाघर व आसपास के इलाके का दूषित पानी डिस्पोजल तक पहुंचाती है।
ढाई दशक पुरानी बरसाती लाइन लाखों टन मलबा निगल रही
विभागीय अधिकारी भी असमंजस में हैं कि अगर मुख्य सीवर लाइन ठीक है तो सड़क लगातार क्यों धंस रही है। सीसीटीवी जांच में कोई लीकेज नहीं मिला। अनुमान है कि करीब ढाई दशक पहले कृष्णा कॉलोनी मोड़ से घंटाघर तक बनी बरसाती चैनल अब सड़क के करीब दस फीट नीचे दब गई है। यह पुरानी बरसाती चैनल अब सड़क पर डाले गए लाखों टन मलबे को निगल चुकी है। बारिश के मौसम में भी सड़क ठीक कराई जाती है लेकिन एक माह बाद फिर से धंस जाती है।
नागरिक अस्पताल और वैश्य मॉडल स्कूल के पास भी सड़क धंसी
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को पहले अंदेशा था कि नागरिक अस्पताल के वार्डों की सीवर लाइन की लीकेज के कारण सड़क धंस रही है। मेडिकल कॉलेज की नई बिल्डिंग बनने के बाद नई सीवर लाइन डाली गई और धंसे हुए हिस्से की लाइन को बंद कर दिया गया। इसके बावजूद सड़क लगातार धंस रही है। इसी तरह वैश्य मॉडल स्कूल के पास भी सड़क धंस रही है। वहां पर अब सड़क की खोदाई कर जांच करके दुरुस्त किया जा रहा है।
पिछले सात सालों में विभाग 35 से 40 लाख रुपये सड़क के धंसे हुए हिस्से को बार-बार दुरुस्त कराने में खर्च कर चुका है। सड़क पर चलने वाले वाहनों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो इसके लिए इसे बार-बार दुरुस्त कराया जा रहा है। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग से काफी पत्राचार हुए हैं लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। एक माह पहले दुरुस्त कराई सड़क फिर धंस गई है। उपायुक्त की बैठक में भी यह मामला उठा है। उन्होंने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को निर्देश दिए हैं कि सड़क के नीचे किसी भी लीकेज को दुरुस्त कराया जाए। – लोकेश कुमार, कार्यकारी अभियंता, पीडब्ल्यूडी भिवानी
दिनोद गेट और नागरिक अस्पताल, घंटाघर के पास सर्कुलर रोड की सड़क धंसी हुई है। दिनोद गेट पर काम चल रहा है। इसके बाद शनिदेव मंदिर के पास धंसी सड़क के नीचे लाइन की जांच कराई जाएगी। अनुमान है कि काफी पुरानी बरसाती लाइन यहां से गुजर रही है जो बंद पड़ी है। शायद यही सड़क के बार-बार धंसने की वजह हो सकती है। खोदाई करके इसकी जांच कराई जाएगी और यदि लीकेज पाई गई तो उसे स्थायी रूप से ठीक कराया जाएगा। - आशीष कुमार, कनिष्ठ अभियंता, शहरी सीवरेज शाखा भिवानी।