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Chandigarh-Haryana News: एमपीएचडब्ल्यू की हड़ताल से यूवीन पोर्टल ठप, टीकाकरण निगरानी पर असर
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चंडीगढ़। प्रदेशभर में बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारियों (एमपीएचडब्ल्यू) की 25 अक्तूबर से जारी ऑनलाइन हड़ताल के चलते बुधवार को टीकाकरण कार्यक्रम की डिजिटल निगरानी ठप रही है। यूवीन पोर्टल न चलने से गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के टीकाकरण संबंधी संदेश और डिजिटल प्रमाणपत्र नहीं बन पाए। एसोसिएशन की राज्य प्रधान शर्मिला देवी और महासचिव सहदेव आर्य ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में करीब 80 फीसदी निगरानी कार्य प्रभावित हुआ है।
राज्य प्रवक्ता संदीप कुंडू ने बताया कि एमपीएचडब्ल्यू वर्ग ऑनलाइन कार्यों में जवाबदेही तय करने की मांग कर रहा है। अधिकारियों के लापरवाह रवैये के कारण स्वास्थ्य निगरानी से जुड़े सभी पोर्टल आरसीएच, टीबी पोषण भत्ता, आशा भुगतान, डिजीज सर्वेलेंस, निरोगी हरियाणा आदि ठप पड़े हैं।
एसोसिएशन ने स्पष्ट किया कि जब तक मानव संसाधन ऑपरेटर की नियुक्ति, तकनीकी उपकरण और इंटरनेट सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जाती तब तक ऑनलाइन कार्य का बहिष्कार जारी रहेगा।
एसोसिएशन के पदाधिकारियों के मुताबिक प्रदेशभर में बुधवार सुबह 10:30 बजे तक यूवीन पोर्टल पर मात्र 41 प्रतिशत टीकाकरण सत्र ही संपन्न हो पाए। कुल 2366 नियोजित सत्रों में से केवल 977 आयोजित हुए और कुल 497 टीकाकरण दर्ज हुए। पानीपत जिले ने 94 प्रतिशत सत्रों के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, जबकि झज्जर (7 फीसदी) और हिसार (9 फीसदी) सबसे पीछे रहे हैं। औसतन प्रति सत्र आधे से भी कम टीकाकरण दर्ज हुए। एमपीएचडब्ल्यू कर्मचारियों की ऑनलाइन कार्य बहिष्कार हड़ताल के चलते राज्यभर में डिजिटल निगरानी और टीकाकरण रिकॉर्ड प्रभावित रहे। विभागीय सूत्रों के अनुसार स्थिति सामान्य होने में अभी समय लग सकता है।
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राज्य प्रवक्ता संदीप कुंडू ने बताया कि एमपीएचडब्ल्यू वर्ग ऑनलाइन कार्यों में जवाबदेही तय करने की मांग कर रहा है। अधिकारियों के लापरवाह रवैये के कारण स्वास्थ्य निगरानी से जुड़े सभी पोर्टल आरसीएच, टीबी पोषण भत्ता, आशा भुगतान, डिजीज सर्वेलेंस, निरोगी हरियाणा आदि ठप पड़े हैं।
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एसोसिएशन ने स्पष्ट किया कि जब तक मानव संसाधन ऑपरेटर की नियुक्ति, तकनीकी उपकरण और इंटरनेट सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जाती तब तक ऑनलाइन कार्य का बहिष्कार जारी रहेगा।
एसोसिएशन के पदाधिकारियों के मुताबिक प्रदेशभर में बुधवार सुबह 10:30 बजे तक यूवीन पोर्टल पर मात्र 41 प्रतिशत टीकाकरण सत्र ही संपन्न हो पाए। कुल 2366 नियोजित सत्रों में से केवल 977 आयोजित हुए और कुल 497 टीकाकरण दर्ज हुए। पानीपत जिले ने 94 प्रतिशत सत्रों के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, जबकि झज्जर (7 फीसदी) और हिसार (9 फीसदी) सबसे पीछे रहे हैं। औसतन प्रति सत्र आधे से भी कम टीकाकरण दर्ज हुए। एमपीएचडब्ल्यू कर्मचारियों की ऑनलाइन कार्य बहिष्कार हड़ताल के चलते राज्यभर में डिजिटल निगरानी और टीकाकरण रिकॉर्ड प्रभावित रहे। विभागीय सूत्रों के अनुसार स्थिति सामान्य होने में अभी समय लग सकता है।