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Chandigarh-Haryana News: वीआईपी नंबर की 1.17 करोड़ में बोली लगाने वाले ने जमा नहीं कराया शुल्क, दोबारा होगी बोली
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-25 नवंबर को एचआर 88 बी 8888 नंबर की लगी थी सबसे बड़ी बोली
अमर उजाला ब्यूरो
चंडीगढ़। हरियाणा में वीआईपी नंबर ई-ऑक्शन से खरीदने के लिए पिछले सप्ताह रिकाॅर्ड 1.17 करोड़ रुपये की बोली लगाई गई थी। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के नियमों के अनुसार बोली लगाने वालों को 5 दिनों में शुल्क जमा कराना होता है लेकिन केवल 11 हजार रुपये ही जमा कराए हैं। ऐसे में संबंधित नंबर की दोबारा से बोली होगी जो भी राशि जमा कराई थी वह जब्त होगी।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के वीआईपी नंबरों की ई-ऑक्शन के माध्यम से बोली लगाता है। पिछले सप्ताह यानी 25 नवंबर की शाम तक ई-ऑक्शन में एचआर 88बी 8888 नंबर की सर्वाधिक ऊंची बोली लगी थी और यह नंबर चरखी दादरी के बाढ़डा का था। बोली के लिए संबंधित नंबर का बेस प्राइज 50000 रुपये था। हरियाणा राज्य परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, फैंसी परिवार डाॅट जीओवी डाॅट इन पर प्रत्येक सप्ताह फैंसी नंबर प्लेट की नीलामी होती है। इसी बोली के तहत संबंधित नंबर की सबसे ऊंची बोली लगी थी। हरियाणा परिवहन विभाग के आयुक्त अतुल कुमार का कहना है कि जो भी ई-ऑक्शन का पूरा कार्य है वह केंद्रीयकृत है। बैंक या अन्य माध्यम से बोली की रकम जमा करानी होती है और जब शुल्क जमा करा दिया जाता है तब विभाग को इसकी जानकारी होती है। पिछले सप्ताह जो बोली लगी थी संबंधित व्यक्ति ने पूरा शुल्क जमा नहीं कराया है।
प्रत्येक सप्ताह होती है बोली
फैंसी परिवार पोर्टल के माध्यम से शुक्रवार की शाम 5 बजे से सोमवार की सुबह 9 बजे तक बोली में शामिल होने के लिए नंबर चुनना होता है। बुधवार शाम तक बोली होती है और उसी दिन नीलामी का परिणाम घोषित किया जाता है। नीलामी में शामिल होने के लिए फैंसी परिवार पोर्टल पर पंजीकरण कराना होता है। राज्य और उसके बाद आरटीओ वाले जिले का चुनाव करना होता है। जो भी बोली के लिए उपलब्ध नंबर होते हैं उनके बेस प्राइज भी सामने दर्ज होते हैं।
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अमर उजाला ब्यूरो
चंडीगढ़। हरियाणा में वीआईपी नंबर ई-ऑक्शन से खरीदने के लिए पिछले सप्ताह रिकाॅर्ड 1.17 करोड़ रुपये की बोली लगाई गई थी। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के नियमों के अनुसार बोली लगाने वालों को 5 दिनों में शुल्क जमा कराना होता है लेकिन केवल 11 हजार रुपये ही जमा कराए हैं। ऐसे में संबंधित नंबर की दोबारा से बोली होगी जो भी राशि जमा कराई थी वह जब्त होगी।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के वीआईपी नंबरों की ई-ऑक्शन के माध्यम से बोली लगाता है। पिछले सप्ताह यानी 25 नवंबर की शाम तक ई-ऑक्शन में एचआर 88बी 8888 नंबर की सर्वाधिक ऊंची बोली लगी थी और यह नंबर चरखी दादरी के बाढ़डा का था। बोली के लिए संबंधित नंबर का बेस प्राइज 50000 रुपये था। हरियाणा राज्य परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, फैंसी परिवार डाॅट जीओवी डाॅट इन पर प्रत्येक सप्ताह फैंसी नंबर प्लेट की नीलामी होती है। इसी बोली के तहत संबंधित नंबर की सबसे ऊंची बोली लगी थी। हरियाणा परिवहन विभाग के आयुक्त अतुल कुमार का कहना है कि जो भी ई-ऑक्शन का पूरा कार्य है वह केंद्रीयकृत है। बैंक या अन्य माध्यम से बोली की रकम जमा करानी होती है और जब शुल्क जमा करा दिया जाता है तब विभाग को इसकी जानकारी होती है। पिछले सप्ताह जो बोली लगी थी संबंधित व्यक्ति ने पूरा शुल्क जमा नहीं कराया है।
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प्रत्येक सप्ताह होती है बोली
फैंसी परिवार पोर्टल के माध्यम से शुक्रवार की शाम 5 बजे से सोमवार की सुबह 9 बजे तक बोली में शामिल होने के लिए नंबर चुनना होता है। बुधवार शाम तक बोली होती है और उसी दिन नीलामी का परिणाम घोषित किया जाता है। नीलामी में शामिल होने के लिए फैंसी परिवार पोर्टल पर पंजीकरण कराना होता है। राज्य और उसके बाद आरटीओ वाले जिले का चुनाव करना होता है। जो भी बोली के लिए उपलब्ध नंबर होते हैं उनके बेस प्राइज भी सामने दर्ज होते हैं।