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Fatehabad News: धरने पर बैठे पार्षदों को मनाने के लिए पहुंचे नगर पालिका अधिकारी
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रतिया धरने पर बैठे हुए पार्षदों से बातचीत करने पहुचे नगर पालिका सचिव व अन्य अधिकारी :संवाद
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रतिया। नगर पालिका में कथित भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की जांच की मांग पर पार्षदों का धरना बुधवार को भी जारी रहा। पार्षदों ने आरोप लगाया कि पालिका में विकास कार्यों में पक्षपात किया जा रहा है, टेंडर बिना जानकारी के लगाए जा रहे हैं और फर्जी बिलों के जरिए लाखों रुपये का घोटाला किया जा रहा है।
धरने पर मौजूद पार्षद विजय गर्ग, गुरप्रीत सिंह गोपी, अजमेर सिंह, सतपाल, गौरव शर्मा, गुरविंदर सिंह और पार्षद प्रतिनिधि जगसीर चौहान ने बताया कि उनके वार्डों में विकास कार्य ठप पड़े हैं जबकि कुछ वार्डों में मनमाने ढंग से काम करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रों में डोर-टू-डोर कचरा वाहन नहीं पहुंचते, फिर भी नियमित रूप से भुगतान किया जा रहा है।
पार्षदों का आरोप है कि नगर पालिका अधिकारियों ने रिश्वत लेकर नई कॉलोनियों और खेतों को वैध कर दिया, जबकि पुराने आबाद क्षेत्रों को अवैध घोषित किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि गड़बड़ियों पर पर्दा डालने के लिए पालिका की नियमित बैठकों को जानबूझकर नहीं बुलाया जा रहा।
पार्षदों का कहना है कि सरकार के निर्देशों के बावजूद अवैध कब्जे नहीं हटाए जा रहे, बल्कि करोड़ों रुपये की जमीनों पर कब्जे करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। तीन सालों में हुए विकास कार्यों का कोई ब्योरा उन्हें नहीं दिया गया है।
इस दौरान नगर पालिका सचिव शुभम कुमार और अभियंता पंकज ढांडा मौके पर पहुंचे और पार्षदों से बातचीत की और कहा कि वे अपनी मांगें लिखित में दें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनकी जायज मांगों पर जल्द कार्रवाई की जाएगी।
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धरने पर मौजूद पार्षद विजय गर्ग, गुरप्रीत सिंह गोपी, अजमेर सिंह, सतपाल, गौरव शर्मा, गुरविंदर सिंह और पार्षद प्रतिनिधि जगसीर चौहान ने बताया कि उनके वार्डों में विकास कार्य ठप पड़े हैं जबकि कुछ वार्डों में मनमाने ढंग से काम करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रों में डोर-टू-डोर कचरा वाहन नहीं पहुंचते, फिर भी नियमित रूप से भुगतान किया जा रहा है।
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पार्षदों का आरोप है कि नगर पालिका अधिकारियों ने रिश्वत लेकर नई कॉलोनियों और खेतों को वैध कर दिया, जबकि पुराने आबाद क्षेत्रों को अवैध घोषित किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि गड़बड़ियों पर पर्दा डालने के लिए पालिका की नियमित बैठकों को जानबूझकर नहीं बुलाया जा रहा।
पार्षदों का कहना है कि सरकार के निर्देशों के बावजूद अवैध कब्जे नहीं हटाए जा रहे, बल्कि करोड़ों रुपये की जमीनों पर कब्जे करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। तीन सालों में हुए विकास कार्यों का कोई ब्योरा उन्हें नहीं दिया गया है।
इस दौरान नगर पालिका सचिव शुभम कुमार और अभियंता पंकज ढांडा मौके पर पहुंचे और पार्षदों से बातचीत की और कहा कि वे अपनी मांगें लिखित में दें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनकी जायज मांगों पर जल्द कार्रवाई की जाएगी।