{"_id":"6914e0b0559dda7978042e03","slug":"after-de-addiction-preparations-are-underway-to-make-villages-and-educational-institutions-tobacco-free-hisar-news-c-21-hsr1020-749075-2025-11-13","type":"story","status":"publish","title_hn":"Hisar News: नशा मुक्ति के बाद गांवों और शिक्षण संस्थानों को तंबाकू मुक्त करने की तैयारी","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Hisar News: नशा मुक्ति के बाद गांवों और शिक्षण संस्थानों को तंबाकू मुक्त करने की तैयारी
विज्ञापन
विज्ञापन
हिसार। नशामुक्त गांवों की सफलता के बाद अब स्वास्थ्य विभाग हिसार जिले में तंबाकू मुक्त गांव और शिक्षण संस्थानों के आसपास 100 गज तक तंबाकू युक्त पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने के लिए कदम उठा रहा है। तय सूची में से 80 प्रतिशत मानक पूरे करने वाले गांवों और शिक्षण संस्थानों पर तंबाकू मुक्त का बोर्ड लगाया जाएगा। इसके लिए विभागीय अधिकारी पंचायत प्रतिनिधियों से संपर्क कर रहे हैं, और शिक्षा विभाग व पंचायत राज संस्थाओं का भी सहयोग लिया जा रहा है।
भारत सरकार ने 2007-08 में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम (एनटीसीपी) शुरू किया, जिसका उद्देश्य तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाना और तंबाकू उत्पादों की खपत कम करना है। सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध, व्यापार और उत्पादन का विनियमन) अधिनियम, 2003 (कोटपा) के तहत लोगों को तंबाकू छोड़ने में मदद करना, सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर रोक, विज्ञापन पर प्रतिबंध और नाबालिगों को तंबाकू बेचने पर पाबंदी लागू की जा रही है।
तृतीय तंबाकू मुक्त युवा अभियान
नौ अक्तूबर से शुरू हुआ अभियान नौ दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान जन-जागरूकता बढ़ाने के लिए रैलियां, स्ट्रीट प्ले, नुक्कड़ नाटक, स्वास्थ्य वार्ताएं और तंबाकू नियंत्रण चैंपियंस रणनीति के तहत गतिविधियां की जा रही हैं। पहले कई शैक्षणिक संस्थानों को तंबाकू मुक्त घोषित किया जा चुका है और अब अधिक स्कूलों और गांवों को भी शामिल किया जा रहा है।
सोशल मीडिया और जनसंपर्क गतिविधियां
राष्ट्रीय स्तर पर हर सप्ताह पॉडकास्ट, इन्फोग्राफिक, रील, मीम्स और सेलिब्रिटी/इन्फ्लुएंसर सहभागिता के जरिए अभियान को बढ़ावा दिया गया। इन प्रयासों से 4.7 करोड़ व्यूज और 47.9 करोड़ लोगों तक पहुंच सुनिश्चित की गई। राज्य और जिलास्तर पर प्रिंट मीडिया, स्कूल पर्चे, दीवार पेंटिंग, होर्डिंग्स, माइकिंग, सड़क/नुक्कड़ नाटक, प्रभात फेरी और बस-ट्रेन में प्रचार सामग्री का उपयोग किया जा रहा है।
शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थी बनेंगे टोबैको मॉनिटर
जिला नोडल अधिकारी (एनटीसीपी) और जिला शिक्षा अधिकारी के संयोजन में सभी शिक्षण संस्थानों में चार शैक्षणिक वीडियो चलाए जाएंगे। छात्रों को नो टोबैको प्रतिज्ञा दिलाई जाएगी। प्रत्येक संस्थान में एक शिक्षक, कर्मचारी, छात्र टोबैको मॉनिटर के रूप में कार्य करेगा। स्कूल गतिविधियों में निबंध, चित्रकला, पोस्टर, प्रश्नोत्तरी और वाद-विवाद प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। शिक्षण संस्थानों के आसपास 100 गज तक तंबाकूयुक्त पदार्थों की बिक्री पर रोक लगेगी। टीओएफईआई के दिशा-निर्देशों और स्कूल की स्वघोषणा रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को भेजी जाएगी।
क्यूआर कोड से ऑनलाइन शपथ
तंबाकू मुक्ति में आम जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए अस्पतालों में क्यूआर कोड के माध्यम से लोग ऑनलाइन शपथ ले सकते हैं और डिजिटल प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकते हैं।
तृतीय तंबाकू मुक्त युवा अभियान को प्रभावी तरीके से क्रियान्वित किया जा रहा है। इसके लिए शिक्षा विभाग और पंचायत राज विभाग का भी सहयोग लिया जा रहा है। तय मानकों में से 80 प्रतिशत मानक पूरे करने वाले शिक्षण संस्थान और गांवों में तंबाकू मुक्ति का बोर्ड भी लगवाया जाएगा।
- डॉ. सुशील गर्ग, जिला प्रभारी, राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम, हिसार।
Trending Videos
भारत सरकार ने 2007-08 में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम (एनटीसीपी) शुरू किया, जिसका उद्देश्य तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाना और तंबाकू उत्पादों की खपत कम करना है। सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध, व्यापार और उत्पादन का विनियमन) अधिनियम, 2003 (कोटपा) के तहत लोगों को तंबाकू छोड़ने में मदद करना, सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर रोक, विज्ञापन पर प्रतिबंध और नाबालिगों को तंबाकू बेचने पर पाबंदी लागू की जा रही है।
विज्ञापन
विज्ञापन
तृतीय तंबाकू मुक्त युवा अभियान
नौ अक्तूबर से शुरू हुआ अभियान नौ दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान जन-जागरूकता बढ़ाने के लिए रैलियां, स्ट्रीट प्ले, नुक्कड़ नाटक, स्वास्थ्य वार्ताएं और तंबाकू नियंत्रण चैंपियंस रणनीति के तहत गतिविधियां की जा रही हैं। पहले कई शैक्षणिक संस्थानों को तंबाकू मुक्त घोषित किया जा चुका है और अब अधिक स्कूलों और गांवों को भी शामिल किया जा रहा है।
सोशल मीडिया और जनसंपर्क गतिविधियां
राष्ट्रीय स्तर पर हर सप्ताह पॉडकास्ट, इन्फोग्राफिक, रील, मीम्स और सेलिब्रिटी/इन्फ्लुएंसर सहभागिता के जरिए अभियान को बढ़ावा दिया गया। इन प्रयासों से 4.7 करोड़ व्यूज और 47.9 करोड़ लोगों तक पहुंच सुनिश्चित की गई। राज्य और जिलास्तर पर प्रिंट मीडिया, स्कूल पर्चे, दीवार पेंटिंग, होर्डिंग्स, माइकिंग, सड़क/नुक्कड़ नाटक, प्रभात फेरी और बस-ट्रेन में प्रचार सामग्री का उपयोग किया जा रहा है।
शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थी बनेंगे टोबैको मॉनिटर
जिला नोडल अधिकारी (एनटीसीपी) और जिला शिक्षा अधिकारी के संयोजन में सभी शिक्षण संस्थानों में चार शैक्षणिक वीडियो चलाए जाएंगे। छात्रों को नो टोबैको प्रतिज्ञा दिलाई जाएगी। प्रत्येक संस्थान में एक शिक्षक, कर्मचारी, छात्र टोबैको मॉनिटर के रूप में कार्य करेगा। स्कूल गतिविधियों में निबंध, चित्रकला, पोस्टर, प्रश्नोत्तरी और वाद-विवाद प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। शिक्षण संस्थानों के आसपास 100 गज तक तंबाकूयुक्त पदार्थों की बिक्री पर रोक लगेगी। टीओएफईआई के दिशा-निर्देशों और स्कूल की स्वघोषणा रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को भेजी जाएगी।
क्यूआर कोड से ऑनलाइन शपथ
तंबाकू मुक्ति में आम जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए अस्पतालों में क्यूआर कोड के माध्यम से लोग ऑनलाइन शपथ ले सकते हैं और डिजिटल प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकते हैं।
तृतीय तंबाकू मुक्त युवा अभियान को प्रभावी तरीके से क्रियान्वित किया जा रहा है। इसके लिए शिक्षा विभाग और पंचायत राज विभाग का भी सहयोग लिया जा रहा है। तय मानकों में से 80 प्रतिशत मानक पूरे करने वाले शिक्षण संस्थान और गांवों में तंबाकू मुक्ति का बोर्ड भी लगवाया जाएगा।
- डॉ. सुशील गर्ग, जिला प्रभारी, राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम, हिसार।