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Jhajjar-Bahadurgarh News: सरकारी चिकित्सकों की हड़ताल का मिला-जुला असर, ग्रामीण क्षेत्र में मरीजों को आईं दिक्कतें
संवाद न्यूज एजेंसी, झज्जर/बहादुरगढ़
Updated Tue, 09 Dec 2025 02:44 AM IST
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08jjrp13- सिविल अस्पताल में आने वाले मरीज से जानकारी लेती चिकित्सक। संवाद
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झज्जर। जिले में सरकारी चिकित्सकों की हड़ताल का असर मिला-जुला असर रहा। ग्रामीण क्षेत्र में स्थित सीएचसी और पीएचसी में मरीजों को इलाज न मिलने के कारण दिक्कत आई। शहरी क्षेत्र में किसी प्रकार की दिक्कतें नहीं हुई। सिविल अस्पताल झज्जर में हड्डी के ऑपरेशन को छोड़कर ओपीडी, पोस्टमार्टम सुचारु रूप से हुए।
चिकित्सकों की हड़ताल को देखते हुए सरकारी अस्पताल झज्जर में मरीजों की संख्या आम दिनों की अनुरूप कम रही। सरकारी अस्पताल में कुल 33 डॉक्टर है, जिसमें से 29 हड़ताल पर रहे। एक चिकित्सक ने अपनी सेवाएं दी जबकि तीन छुट्टी पर रहे। इसी प्रकार जिले में कुल 201 चिकित्सक है, जिसमें से 140 गैर हाजिर रहे और 61 काम कर रहे हैं।
सीएमओ का दावा है कि दोपहर तक 201 में केवल 117 चिकित्सक ही हड़ताल पर रहे और बाकी ने काम शुरू कर दिया था। जिले में चार पोस्टमार्टम किए गए। इसी प्रकार से दो सिजेरियन करवाए गए। इसके अलावा जिले में कुल 3190 ओपीडी हुई। सरकारी चिकित्सक मंगलवार को भी हड़ताल पर रहेंगे।
सिविल सर्जन डॉ. मंजू कादयान ने बताया कि जिले में पोस्टमार्टम, ऑपरेशन हुए हैं। 3019 ओपीडी भी हुई है। विभाग हड़ताल से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
एनएचएम, आईएमए, आरबीएसके, आयुष व निजी डॉक्टरों ने संभाला मोर्चा
सिविल अस्पताल में एनएचएम, आईएमए, आरबीएसके, आयुष विंग और निजी मेडिकल कॉलेज के अलावा निजी अस्पतालों के चिकित्सकों को लगाया गया था। इसमें 40 चिकित्सक पीजीआई के भी काम कर रहे हैं। दो निजी अस्पतालों से भी आठ चिकित्सक लगाए गए।
डीसी ने किया अस्पताल का दौरा
डॉक्टरों की हड़ताल के मद्देनजर सोमवार को डीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल ने जिला नागरिक अस्पताल का निरीक्षण किया और स्थिति को बारीकी से परखा। जिलाधीश स्वप्निल रविंद्र पाटिल ने जिले के किसी भी सरकारी स्वास्थ्य संस्थान के 200 मीटर के दायरे में धरना, प्रदर्शन, विरोध प्रदर्शन, मार्च, सभा व नारेबाजी पर रोक के आदेश जारी किए हैं। आदेशनुसार सरकारी अस्पतालों के बाहर कोई भी किसी भी प्रकार की अवरोधक गतिविधि न तो आयोजित करेगा और न ही उसमें भाग लेगा। पुलिस उपायुक्त, मुख्यालय, झज्जर सभी प्रमुख सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात करेंगे व निरंतर गश्त और तत्परता बनाए रखेंगे।
बेरी में नहीं दिखा हड़ताल का असर
बेरी। बेरी के नागरिक अस्पताल में डॉक्टरों की हड़ताल का कोई असर दिखाई नहीं दिया। दूबलधन में 4 एमओ हड़ताल पर रहे। अस्पताल में आने वाले मरीजों को आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक, आयुष के चिकित्सकों की ओर से ओपीडी में सेवाएं दी गईं। बेरी नागरिक अस्पताल के एमएओ डॉ. सुभाष दहिया ने कहा कि बेरी अस्पताल में चिकित्सकों की कोई हड़ताल नहीं थी। दूबलधन अस्पताल की एसएमओ डॉ. शिल्पा मेहता का कहना है कि अस्पताल में चार एमओ हड़ताल पर थे। वहीं बेरी की एसडीएम रेणुका नांदल ने भी सीएचसी दूबलधन का दौरा कर स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि मरीजों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
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चिकित्सकों की हड़ताल को देखते हुए सरकारी अस्पताल झज्जर में मरीजों की संख्या आम दिनों की अनुरूप कम रही। सरकारी अस्पताल में कुल 33 डॉक्टर है, जिसमें से 29 हड़ताल पर रहे। एक चिकित्सक ने अपनी सेवाएं दी जबकि तीन छुट्टी पर रहे। इसी प्रकार जिले में कुल 201 चिकित्सक है, जिसमें से 140 गैर हाजिर रहे और 61 काम कर रहे हैं।
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सीएमओ का दावा है कि दोपहर तक 201 में केवल 117 चिकित्सक ही हड़ताल पर रहे और बाकी ने काम शुरू कर दिया था। जिले में चार पोस्टमार्टम किए गए। इसी प्रकार से दो सिजेरियन करवाए गए। इसके अलावा जिले में कुल 3190 ओपीडी हुई। सरकारी चिकित्सक मंगलवार को भी हड़ताल पर रहेंगे।
सिविल सर्जन डॉ. मंजू कादयान ने बताया कि जिले में पोस्टमार्टम, ऑपरेशन हुए हैं। 3019 ओपीडी भी हुई है। विभाग हड़ताल से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
एनएचएम, आईएमए, आरबीएसके, आयुष व निजी डॉक्टरों ने संभाला मोर्चा
सिविल अस्पताल में एनएचएम, आईएमए, आरबीएसके, आयुष विंग और निजी मेडिकल कॉलेज के अलावा निजी अस्पतालों के चिकित्सकों को लगाया गया था। इसमें 40 चिकित्सक पीजीआई के भी काम कर रहे हैं। दो निजी अस्पतालों से भी आठ चिकित्सक लगाए गए।
डीसी ने किया अस्पताल का दौरा
डॉक्टरों की हड़ताल के मद्देनजर सोमवार को डीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल ने जिला नागरिक अस्पताल का निरीक्षण किया और स्थिति को बारीकी से परखा। जिलाधीश स्वप्निल रविंद्र पाटिल ने जिले के किसी भी सरकारी स्वास्थ्य संस्थान के 200 मीटर के दायरे में धरना, प्रदर्शन, विरोध प्रदर्शन, मार्च, सभा व नारेबाजी पर रोक के आदेश जारी किए हैं। आदेशनुसार सरकारी अस्पतालों के बाहर कोई भी किसी भी प्रकार की अवरोधक गतिविधि न तो आयोजित करेगा और न ही उसमें भाग लेगा। पुलिस उपायुक्त, मुख्यालय, झज्जर सभी प्रमुख सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात करेंगे व निरंतर गश्त और तत्परता बनाए रखेंगे।
बेरी में नहीं दिखा हड़ताल का असर
बेरी। बेरी के नागरिक अस्पताल में डॉक्टरों की हड़ताल का कोई असर दिखाई नहीं दिया। दूबलधन में 4 एमओ हड़ताल पर रहे। अस्पताल में आने वाले मरीजों को आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक, आयुष के चिकित्सकों की ओर से ओपीडी में सेवाएं दी गईं। बेरी नागरिक अस्पताल के एमएओ डॉ. सुभाष दहिया ने कहा कि बेरी अस्पताल में चिकित्सकों की कोई हड़ताल नहीं थी। दूबलधन अस्पताल की एसएमओ डॉ. शिल्पा मेहता का कहना है कि अस्पताल में चार एमओ हड़ताल पर थे। वहीं बेरी की एसडीएम रेणुका नांदल ने भी सीएचसी दूबलधन का दौरा कर स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि मरीजों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।

08jjrp13- सिविल अस्पताल में आने वाले मरीज से जानकारी लेती चिकित्सक। संवाद

08jjrp13- सिविल अस्पताल में आने वाले मरीज से जानकारी लेती चिकित्सक। संवाद