{"_id":"692df15885fc4c276b0b8897","slug":"daulatpur-chowk-express-will-run-with-lhb-coaches-from-the-new-year-kaithal-news-c-245-1-kht1010-141512-2025-12-02","type":"story","status":"publish","title_hn":"Kaithal News: नए साल से एलएचबी कोच के साथ दौड़ेगी दौलतपुर चौक एक्सप्रेस","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Kaithal News: नए साल से एलएचबी कोच के साथ दौड़ेगी दौलतपुर चौक एक्सप्रेस
संवाद न्यूज एजेंसी, कैथल
Updated Tue, 02 Dec 2025 01:19 AM IST
विज्ञापन
नए साल से एलएचबी कोच क़े साथ दौड़ेगी प्रतिदिन दौलतपुर चौक रेलगाड़ी
विज्ञापन
सांसद न्यूज एजेंसी
कैथल। दौलतपुर चौक (हिमाचल) से गांधीनगर केपिटल एक्सप्रेस में सफर करने वाले यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। नए साल से हिमाचल एक्सप्रेस रेलगाड़ी एलएचबी (लिंके-हॉफमैन-बुश) कोचों के साथ चलाई जा सकती है। रेलवे के अनुसार एलएचबी कोच
जुड़ने से ट्रेन की गति में सुधार होगा और यात्रियों को अधिक सुरक्षित व आरामदायक सफर मिलेगा।
स्टेशन मास्टर नरेंद्र शर्मा ने बताया कि ने बताया कि ये एलएचबी कोच पुराने आईसीएफ कोचों की जगह लेंगे। ये कोच दुर्घटना के समय डिब्बों को एक-दूसरे के ऊपर चढ़ने से रोकते हैं, जिससे यात्रियों की सुरक्षा कई गुना बढ़ जाती है।
नए साल से यह हिमाचल एक्सप्रेस दौलतपुर चौक से एलएचबी डिब्बों के साथ रवाना होगी। ट्रेन में एक प्रथम श्रेणी वातानुकूलित, एक द्वितीय श्रेणी वातानुकूलित, एक तृतीय श्रेणी वातानुकूलित, पांच स्लीपर, चार सामान्य श्रेणी और एक सिटिंग कम लगेज कोच शामिल होगा।
उन्होंने बताया कि पारंपरिक कोचों की तुलना में इनका वजन कम होता है, जिससे ट्रेन की गति और ऊर्जा दक्षता में सुधार होता है और हाइड्रोलिक सस्पेंशन सिस्टम के कारण यात्रा अधिक आरामदायक होती है और झटके कम महसूस होते हैं। सबसे बेहतरीन बात कि इनमें शोर का स्तर कम होता है और वातावरण शांत होता है।
एलएचबी कोच की विशेषता
n
एंटी-टेलीस्कोपिक डिज़ाइन : टक्कर होने पर कोच एक-दूसरे के ऊपर नहीं चढ़ते हैं, जिससे यात्रियों की सुरक्षा बढ़ती है।
n
उन्नत ब्रेकिंग सिस्टम : ये कोच उन्नत न्यूमेटिक डिस्क ब्रेक सिस्टम का उपयोग करते हैं, जो कुशल ब्रेकिंग के लिए है।
n
बेहतर संरचनात्मक अखंडता : स्टेनलेस स्टील और एल्यूमीनियम जैसी सामग्री के उपयोग से ये अधिक मजबूत होते हैं।
n
एंटी-क्लाइम्बिंग कपलर : पटरी से उतरने की स्थिति में कोचों को एक-दूसरे पर चढ़ने से रोकते हैं।
पर्यटकों और स्थानीय यात्रियों को मिलेगी राहत
हिमाचल में पर्यटन स्थलों व चंडीगढ़ की ओर आने-जाने वाले यात्रियों की संख्या अधिक रहती है। लंबे समय से जिले के लोगों द्वारा सांसद से आधुनिक कोच लगाने की मांग की जा रही थी। सांसद ने आश्वासन दिया था कि हिमाचल एक्सप्रेस में नए डिब्बे लगाए जाएंगे, जो अब नए साल से लागू होने जा रहे हैं। यह ट्रेन प्रतिदिन दौलतपुर चौक (हिमाचल) से चलकर चंडीगढ़, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, कलायत, नरवाना, उचाना, जींद, जुलाना, रोहतक, झज्जर, रेवाड़ी, जयपुर होते हुए गुजरात की राजधानी गांधीनगर पहुंचेगी।
गांधीनगर केपिटल एक्सप्रेस में एलएचबी कोच लगाने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जर्मन डिजाइन के ये कोच हल्के, तेज और दुर्घटना सुरक्षा के लिहाज से ज्यादा प्रभावी माने जाते हैं। इनमें बेहतर लाइटिंग, वेंटिलेशन, सीट क्वालिटी के साथ उन्नत बाथरूम सुविधा भी उपलब्ध होगी। -नरेंद्र शर्मा, स्टेशन मास्टर
Trending Videos
कैथल। दौलतपुर चौक (हिमाचल) से गांधीनगर केपिटल एक्सप्रेस में सफर करने वाले यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। नए साल से हिमाचल एक्सप्रेस रेलगाड़ी एलएचबी (लिंके-हॉफमैन-बुश) कोचों के साथ चलाई जा सकती है। रेलवे के अनुसार एलएचबी कोच
जुड़ने से ट्रेन की गति में सुधार होगा और यात्रियों को अधिक सुरक्षित व आरामदायक सफर मिलेगा।
स्टेशन मास्टर नरेंद्र शर्मा ने बताया कि ने बताया कि ये एलएचबी कोच पुराने आईसीएफ कोचों की जगह लेंगे। ये कोच दुर्घटना के समय डिब्बों को एक-दूसरे के ऊपर चढ़ने से रोकते हैं, जिससे यात्रियों की सुरक्षा कई गुना बढ़ जाती है।
विज्ञापन
विज्ञापन
नए साल से यह हिमाचल एक्सप्रेस दौलतपुर चौक से एलएचबी डिब्बों के साथ रवाना होगी। ट्रेन में एक प्रथम श्रेणी वातानुकूलित, एक द्वितीय श्रेणी वातानुकूलित, एक तृतीय श्रेणी वातानुकूलित, पांच स्लीपर, चार सामान्य श्रेणी और एक सिटिंग कम लगेज कोच शामिल होगा।
उन्होंने बताया कि पारंपरिक कोचों की तुलना में इनका वजन कम होता है, जिससे ट्रेन की गति और ऊर्जा दक्षता में सुधार होता है और हाइड्रोलिक सस्पेंशन सिस्टम के कारण यात्रा अधिक आरामदायक होती है और झटके कम महसूस होते हैं। सबसे बेहतरीन बात कि इनमें शोर का स्तर कम होता है और वातावरण शांत होता है।
एलएचबी कोच की विशेषता
n
एंटी-टेलीस्कोपिक डिज़ाइन : टक्कर होने पर कोच एक-दूसरे के ऊपर नहीं चढ़ते हैं, जिससे यात्रियों की सुरक्षा बढ़ती है।
n
उन्नत ब्रेकिंग सिस्टम : ये कोच उन्नत न्यूमेटिक डिस्क ब्रेक सिस्टम का उपयोग करते हैं, जो कुशल ब्रेकिंग के लिए है।
n
बेहतर संरचनात्मक अखंडता : स्टेनलेस स्टील और एल्यूमीनियम जैसी सामग्री के उपयोग से ये अधिक मजबूत होते हैं।
n
एंटी-क्लाइम्बिंग कपलर : पटरी से उतरने की स्थिति में कोचों को एक-दूसरे पर चढ़ने से रोकते हैं।
पर्यटकों और स्थानीय यात्रियों को मिलेगी राहत
हिमाचल में पर्यटन स्थलों व चंडीगढ़ की ओर आने-जाने वाले यात्रियों की संख्या अधिक रहती है। लंबे समय से जिले के लोगों द्वारा सांसद से आधुनिक कोच लगाने की मांग की जा रही थी। सांसद ने आश्वासन दिया था कि हिमाचल एक्सप्रेस में नए डिब्बे लगाए जाएंगे, जो अब नए साल से लागू होने जा रहे हैं। यह ट्रेन प्रतिदिन दौलतपुर चौक (हिमाचल) से चलकर चंडीगढ़, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, कलायत, नरवाना, उचाना, जींद, जुलाना, रोहतक, झज्जर, रेवाड़ी, जयपुर होते हुए गुजरात की राजधानी गांधीनगर पहुंचेगी।
गांधीनगर केपिटल एक्सप्रेस में एलएचबी कोच लगाने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जर्मन डिजाइन के ये कोच हल्के, तेज और दुर्घटना सुरक्षा के लिहाज से ज्यादा प्रभावी माने जाते हैं। इनमें बेहतर लाइटिंग, वेंटिलेशन, सीट क्वालिटी के साथ उन्नत बाथरूम सुविधा भी उपलब्ध होगी। -नरेंद्र शर्मा, स्टेशन मास्टर