पाई। खाद के लिए रात भर जागकर पहरा देने की बात शायद ही आपने सुनी होगी, लेकिन करोड़ा में खाद लेने के लिए आपाधापी के बीच किसान रातभर खाद के लिए पहरा दे रहे हैं। मंगलवार सायं को करोड़ा के किसानों के लिए पहुंचे खाद को लेकर बुधवार को आपाधापी मच गई। किसानों में आपसी झगड़े तक की नौबत आ गई। इस पर पुलिस खाद से भरे ट्रकों को पुलिस थाने ले गई। जिससे किसानों में झगड़ा हो गया और झगड़े की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस खाद के ट्रकों को पाई सोसाइटी ले गई, जहां किसानों ने रातभर पहरा दिया। इसके बाद बुधवार सुबह किसानों को दस-दस कट्टे खाद वितरित की गई।
गांव करोड़ा निवासी साधू राम, राम भरोसे, राम कुमार, राजेश, जय किशन, पाला राम, नरेश ने बताया कि उनको संदेह था कि कहीं इस खाद को जिला प्रशासन उनके गांव की जगह कहीं दूसरे गांव के किसानों को न बांट दे। जिस कारण उन्होंने रातभर खाद लेने का इंतजार किया। सुबह किसानों को लाइन लगवाकर यह खाद वितरित की गई। वहीं पाई के किसानों ने बताया कि पाई प्रदेश का सबसे बड़ा दूसरा गांव है और इस गांव की सोसायटी पर कई हजार किसान निर्भर हैं। यहां जरूरत अनुसार खाद नहीं मिल रहा है।
पाई सोसायटी के इंचार्ज वेद प्रकाश ने बताया कि जो खाद करोडा गांव के किसानों को वितरित किया गया, वह रात करोड़ा गांव में विवाद होने के कारण पाई सोसायटी में उतारा गया था। बुधवार सुबह करोड़ा गांव के पेक्स कर्मचारियों ने अपने आप ही वितरित किया है।
पाई। खाद के लिए रात भर जागकर पहरा देने की बात शायद ही आपने सुनी होगी, लेकिन करोड़ा में खाद लेने के लिए आपाधापी के बीच किसान रातभर खाद के लिए पहरा दे रहे हैं। मंगलवार सायं को करोड़ा के किसानों के लिए पहुंचे खाद को लेकर बुधवार को आपाधापी मच गई। किसानों में आपसी झगड़े तक की नौबत आ गई। इस पर पुलिस खाद से भरे ट्रकों को पुलिस थाने ले गई। जिससे किसानों में झगड़ा हो गया और झगड़े की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस खाद के ट्रकों को पाई सोसाइटी ले गई, जहां किसानों ने रातभर पहरा दिया। इसके बाद बुधवार सुबह किसानों को दस-दस कट्टे खाद वितरित की गई।
गांव करोड़ा निवासी साधू राम, राम भरोसे, राम कुमार, राजेश, जय किशन, पाला राम, नरेश ने बताया कि उनको संदेह था कि कहीं इस खाद को जिला प्रशासन उनके गांव की जगह कहीं दूसरे गांव के किसानों को न बांट दे। जिस कारण उन्होंने रातभर खाद लेने का इंतजार किया। सुबह किसानों को लाइन लगवाकर यह खाद वितरित की गई। वहीं पाई के किसानों ने बताया कि पाई प्रदेश का सबसे बड़ा दूसरा गांव है और इस गांव की सोसायटी पर कई हजार किसान निर्भर हैं। यहां जरूरत अनुसार खाद नहीं मिल रहा है।
पाई सोसायटी के इंचार्ज वेद प्रकाश ने बताया कि जो खाद करोडा गांव के किसानों को वितरित किया गया, वह रात करोड़ा गांव में विवाद होने के कारण पाई सोसायटी में उतारा गया था। बुधवार सुबह करोड़ा गांव के पेक्स कर्मचारियों ने अपने आप ही वितरित किया है।