कैथल। स्वच्छ सर्वेक्षण में पिछड़ने के बाद डीसी प्रदीप दहिया ने शहर में स्वच्छता बढ़ाने को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक कर मंथन किया। बैठक में उन बिंदुओं पर चर्चा की गई, जिनमें स्वच्छता की दृष्टि से कैथल को अंक नहीं मिले और कैथल स्वच्छ सर्वेक्षण में 105 अंक तक पिछड़ गया। डीसी ने कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए हैं।
विदित रहे कि शहर में पिछले साल सफाई व्यवस्था बदहाल रही। कभी रात की सफाई का टेंडर तो कभी डोर टू डोर कचरा एकत्रित करने का टेंडर रद्द हुआ। और तो और डंपिंग यार्ड पर समय पर कचरा समाप्ति की दिशा में काम शुरू नहीं हो पाया था। सार्वजनिक शौचालय बदहाल थे। जिस कारण सर्वेक्षण के लिए आई टीमों ने शहर के अंक घटा दिए थे। अब परिणाम आया तो शहर 199 के रैंक से गिरकर 304 की रैंक पर पहुंच गया है।
वीरवार को आयोजित बैठक में डीसी प्रदीप दहिया ने नगर परिषद के अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर में सफाई की व्यवस्था सही हो और किसी भी प्रकार की कोई शिकायत जिला प्रशासन व नगर परिषद में आती है तो उस स्थान की सफाई तुरंत प्रभाव से करें। मुख्य सड़कों पर स्वीपिंग मशीन से निरंतर सफाई करवाएं और डोर टू डोर कूड़ा उठान के कार्य को लेकर शीघ्र टेंडर करवाएं। इन सभी कार्यों में कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए। आमजन को भी सफाई कर्मचारियों का पूर्ण सहयोग करना चाहिए तथा कर्मचारी भी सजगता से कार्य करते रहें। डीसी ने कचरा निस्तारण पर भी जोर दिया। स्वच्छता को लेकर जागरूकता शिविर, स्कूली बच्चों की रैली, चित्रकला प्रतियोगिताएं करवाकर लोगों को जागरूक करने को भी कहा। शहर में नाले, जोहड़, तालाब, झील उनके आसपास विशेष सफाई रखी जाए ताकि उन्हें स्वच्छ रखा जा सके। फरवरी 2022 में स्वच्छ भारत मिशन के तहत जो सर्वे होगा, उसकी सभी तैयारियां पूरी करना सुनिश्चित करें।
10 दिन में सड़कों को गड्डा मुक्त करने के निर्देश
डीसी ने शहर की सड़कों को गड्डा मुक्त करने के अभियान को आगामी दस दिन में खत्म करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां भी सड़कों पर गड्ढे हैं, उन्हें नियमानुसार भरा जाए, ताकि लोगों को दिक्कतें न हों। उन्होंने शहर में फॉगिंग के कार्य को भी तेज करने को कहा। बैठक में डीएमसी कुलधीर सिंह, नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी कुलदीप सिंह मलिक के अलावा अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
कैथल। स्वच्छ सर्वेक्षण में पिछड़ने के बाद डीसी प्रदीप दहिया ने शहर में स्वच्छता बढ़ाने को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक कर मंथन किया। बैठक में उन बिंदुओं पर चर्चा की गई, जिनमें स्वच्छता की दृष्टि से कैथल को अंक नहीं मिले और कैथल स्वच्छ सर्वेक्षण में 105 अंक तक पिछड़ गया। डीसी ने कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए हैं।
विदित रहे कि शहर में पिछले साल सफाई व्यवस्था बदहाल रही। कभी रात की सफाई का टेंडर तो कभी डोर टू डोर कचरा एकत्रित करने का टेंडर रद्द हुआ। और तो और डंपिंग यार्ड पर समय पर कचरा समाप्ति की दिशा में काम शुरू नहीं हो पाया था। सार्वजनिक शौचालय बदहाल थे। जिस कारण सर्वेक्षण के लिए आई टीमों ने शहर के अंक घटा दिए थे। अब परिणाम आया तो शहर 199 के रैंक से गिरकर 304 की रैंक पर पहुंच गया है।
वीरवार को आयोजित बैठक में डीसी प्रदीप दहिया ने नगर परिषद के अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर में सफाई की व्यवस्था सही हो और किसी भी प्रकार की कोई शिकायत जिला प्रशासन व नगर परिषद में आती है तो उस स्थान की सफाई तुरंत प्रभाव से करें। मुख्य सड़कों पर स्वीपिंग मशीन से निरंतर सफाई करवाएं और डोर टू डोर कूड़ा उठान के कार्य को लेकर शीघ्र टेंडर करवाएं। इन सभी कार्यों में कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए। आमजन को भी सफाई कर्मचारियों का पूर्ण सहयोग करना चाहिए तथा कर्मचारी भी सजगता से कार्य करते रहें। डीसी ने कचरा निस्तारण पर भी जोर दिया। स्वच्छता को लेकर जागरूकता शिविर, स्कूली बच्चों की रैली, चित्रकला प्रतियोगिताएं करवाकर लोगों को जागरूक करने को भी कहा। शहर में नाले, जोहड़, तालाब, झील उनके आसपास विशेष सफाई रखी जाए ताकि उन्हें स्वच्छ रखा जा सके। फरवरी 2022 में स्वच्छ भारत मिशन के तहत जो सर्वे होगा, उसकी सभी तैयारियां पूरी करना सुनिश्चित करें।
10 दिन में सड़कों को गड्डा मुक्त करने के निर्देश
डीसी ने शहर की सड़कों को गड्डा मुक्त करने के अभियान को आगामी दस दिन में खत्म करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां भी सड़कों पर गड्ढे हैं, उन्हें नियमानुसार भरा जाए, ताकि लोगों को दिक्कतें न हों। उन्होंने शहर में फॉगिंग के कार्य को भी तेज करने को कहा। बैठक में डीएमसी कुलधीर सिंह, नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी कुलदीप सिंह मलिक के अलावा अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।