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Karnal News: छह माह में बननी थी मल्टीलेयर पार्किंग दो महीने में डीपीआर तक नहीं हुई तय
संवाद न्यूज एजेंसी, करनाल
Updated Tue, 02 Dec 2025 02:25 AM IST
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माई सिटी रिपोर्टर
करनाल। शहर में जाम और पार्किंग की किल्लत बड़ी समस्या है। समाधान है मल्टीलेयर पार्किंग। प्रोजेक्ट बनाया गया। पास हो गया। तय किया गया कि छह माह में पार्किंग तैयार कर ली जाएगी।अधिकारियों की लापरवाही देखिए कि दो महीने में प्रोजेक्ट की डीपीआर तक नहीं बन पाई। निगम अधिकारी डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार कराने के लिए किसी एजेंसी तक का चयन नहीं कर पाए हैं।
शहर के छह बाजारों में जाम की समस्या के निदान के लिए मल्टीलेयर पार्किंग के प्रोजेक्ट का मुद्दा अक्तूबर में आयोजित सदन की बैठक में विधायक जगमोहन आनंद और मेयर रेणु बाला गुप्ता की ओर से उठाया गया था। उन्होंने निगम की भूमि पर ही तीन स्थान घंटाघर चौक, पुरानी सब्जी मंडी और रामलीला मैदान सुझाए थे। इन जगहों पर पार्किंग के लिए प्रस्ताव पास कर दिया गया। तत्काल डीपीआर तैयार कर छह माह के भीतर प्रोजेक्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए थे।
फाइलें एक से दूसरी टेबल तक ही घूमी
सूत्रों के अनुसार, निगम के इंजीनियरिंग सेक्शन ने डीपीआर तैयार करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। न तो टेंडर जारी हुआ और न किसी कंसल्टेंसी फर्म को प्रस्तुति (प्रेजेंटेशन) के लिए बुलाया गया। न ही कोई टेक्निकल मीटिंग हुई। परिणामस्वरूप छह माह में तैयार होने वाला प्रोजेक्ट के दो माह बिना किसी काम के बीत गए। परियोजना से जुड़ी फाइल एक टेबल से दूसरी टेबल पर घूम रही है।
अधिकारियों की सुस्ती का खामियाजा
घंटाघर और पुरानी सब्जी मंडी क्षेत्र में रोजाना सुबह-शाम वाहनों की कतार लगती हैं। व्यापारियों का कहना है कि पार्किंग की समस्या से ग्राहक भी परेशान रहते हैं। मल्टी-लेयर पार्किंग के लिए प्रारंभिक फंड की व्यवस्था पहले ही कर दी गई थी। प्रोजेक्ट में देरी केवल अंतर-विभागीय समन्वय की कमी और अधिकारियों की उदासीनता की वजह से हो रही है।
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प्रोजेक्ट की डीपीआर बनाने के लिए एजेंसी हायर की जानी थी। इसके लिए टेंडर लगाया है। कुछ एजेंसियां आई हुई हैं। इनके साथ बातचीत की जा रही है। जल्द ही किसी एक एजेंसी को फाइनल कर डीपीआर तैयार कराई जाएगी। -ओपी करदम, एक्सईएन, नगर निगम
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करनाल। शहर में जाम और पार्किंग की किल्लत बड़ी समस्या है। समाधान है मल्टीलेयर पार्किंग। प्रोजेक्ट बनाया गया। पास हो गया। तय किया गया कि छह माह में पार्किंग तैयार कर ली जाएगी।अधिकारियों की लापरवाही देखिए कि दो महीने में प्रोजेक्ट की डीपीआर तक नहीं बन पाई। निगम अधिकारी डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार कराने के लिए किसी एजेंसी तक का चयन नहीं कर पाए हैं।
शहर के छह बाजारों में जाम की समस्या के निदान के लिए मल्टीलेयर पार्किंग के प्रोजेक्ट का मुद्दा अक्तूबर में आयोजित सदन की बैठक में विधायक जगमोहन आनंद और मेयर रेणु बाला गुप्ता की ओर से उठाया गया था। उन्होंने निगम की भूमि पर ही तीन स्थान घंटाघर चौक, पुरानी सब्जी मंडी और रामलीला मैदान सुझाए थे। इन जगहों पर पार्किंग के लिए प्रस्ताव पास कर दिया गया। तत्काल डीपीआर तैयार कर छह माह के भीतर प्रोजेक्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए थे।
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फाइलें एक से दूसरी टेबल तक ही घूमी
सूत्रों के अनुसार, निगम के इंजीनियरिंग सेक्शन ने डीपीआर तैयार करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। न तो टेंडर जारी हुआ और न किसी कंसल्टेंसी फर्म को प्रस्तुति (प्रेजेंटेशन) के लिए बुलाया गया। न ही कोई टेक्निकल मीटिंग हुई। परिणामस्वरूप छह माह में तैयार होने वाला प्रोजेक्ट के दो माह बिना किसी काम के बीत गए। परियोजना से जुड़ी फाइल एक टेबल से दूसरी टेबल पर घूम रही है।
अधिकारियों की सुस्ती का खामियाजा
घंटाघर और पुरानी सब्जी मंडी क्षेत्र में रोजाना सुबह-शाम वाहनों की कतार लगती हैं। व्यापारियों का कहना है कि पार्किंग की समस्या से ग्राहक भी परेशान रहते हैं। मल्टी-लेयर पार्किंग के लिए प्रारंभिक फंड की व्यवस्था पहले ही कर दी गई थी। प्रोजेक्ट में देरी केवल अंतर-विभागीय समन्वय की कमी और अधिकारियों की उदासीनता की वजह से हो रही है।
प्रोजेक्ट की डीपीआर बनाने के लिए एजेंसी हायर की जानी थी। इसके लिए टेंडर लगाया है। कुछ एजेंसियां आई हुई हैं। इनके साथ बातचीत की जा रही है। जल्द ही किसी एक एजेंसी को फाइनल कर डीपीआर तैयार कराई जाएगी। -ओपी करदम, एक्सईएन, नगर निगम