पिछले पांच दिन हुई बारिश के करण जलभराव से जिले के आठ खंडों में 2520 हेक्टेयर गेहूं व 1335 हेक्टेयर सरसों की फसल प्रभावित हुई है। ज्यादातर जलभराव निचले इलाकों के खेतों में हुआ है। कृषि विभाग की ओर से सर्वेक्षण में किए नुकसान के आकलन को 0 से 25 प्रतिशत तक की श्रेणी शामिल किया गया है।
कृषि विभाग मुख्यालय से रविवार रात ही उपनिदेशकों को सामान्य सर्वे के आदेश जारी किए गए थे। सोमवार को उपनिदेशक कार्यालय के कर्मचारियों ने अपने-अपने खंड में फसलों की जांच कर नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट भेज दी है। अब यह रिपोर्ट कृषि मुख्यालय भेजी जाएगी। सोमवार दोपहर तक मौसम साफ हो गया। धूप निकलने से लोगों ने राहत महसूस की। जलभराव वाले खेतों से पानी निकासी के लिए किसान जुटे रहे। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का पूर्वानुमान है कि 13 जनवरी तक मौसम साफ रहेगा। 14 से 16 जनवरी तक हल्के बादल छा सकते हैं। न्यूनतम तापमान में लगातार हल्की गिरावट आने की संभावना है।
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केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. डीएस बुंदेला के अनुसार सोमवार को अधिकतम तापमान 16.8 व न्यूनतम 10.4 डिग्री सेल्सियस रहा। नमी सुबह शत-प्रतिशत व दोपहर को 85 प्रतिशत रही। हवा की औसत गति 0.4 किलोमीटर प्रति घंटा रही। जिले में इस महीने अब तक 54.7 एमएम वर्षा दर्ज हुई है।
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जलभराव से प्रभावित फसलों की
खंड अनुसार सर्वे रिपोर्ट (हेक्टेयर में)
खंड गेहूं सरसों
निसिंग 250 120
असंध 800 350
घरौंडा 225 180
नीलोखेड़ी 700 155
इंद्री 220 410
करनाल 325 120
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वर्जन
विभागीय मुख्यालय चंडीगढ़ से बारिश से फसलों पर हुए प्रभाव को लेकर रिपोर्ट मांगी गई थी। सोमवार को सर्वे करवाकर रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय भेज दी है। जलभराव से फसलें प्रभावित हुई हैं।
- डॉ. कर्मबीर गिरी, खंड कृषि अधिकारी, करनाल
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पिछले वर्षों में जनवरी में हुई
बारिश का आंकड़ा (एमएम में)
वर्ष बारिश
2011 2.2
2012 21.6
2013 64.4
2014 65.0
2015 15.0
2016 00.0
2017 85.0
2018 34.2
2019 28.0
2020 74.4
2021 36.4
पिछले पांच दिन हुई बारिश के करण जलभराव से जिले के आठ खंडों में 2520 हेक्टेयर गेहूं व 1335 हेक्टेयर सरसों की फसल प्रभावित हुई है। ज्यादातर जलभराव निचले इलाकों के खेतों में हुआ है। कृषि विभाग की ओर से सर्वेक्षण में किए नुकसान के आकलन को 0 से 25 प्रतिशत तक की श्रेणी शामिल किया गया है।
कृषि विभाग मुख्यालय से रविवार रात ही उपनिदेशकों को सामान्य सर्वे के आदेश जारी किए गए थे। सोमवार को उपनिदेशक कार्यालय के कर्मचारियों ने अपने-अपने खंड में फसलों की जांच कर नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट भेज दी है। अब यह रिपोर्ट कृषि मुख्यालय भेजी जाएगी। सोमवार दोपहर तक मौसम साफ हो गया। धूप निकलने से लोगों ने राहत महसूस की। जलभराव वाले खेतों से पानी निकासी के लिए किसान जुटे रहे। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का पूर्वानुमान है कि 13 जनवरी तक मौसम साफ रहेगा। 14 से 16 जनवरी तक हल्के बादल छा सकते हैं। न्यूनतम तापमान में लगातार हल्की गिरावट आने की संभावना है।
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केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. डीएस बुंदेला के अनुसार सोमवार को अधिकतम तापमान 16.8 व न्यूनतम 10.4 डिग्री सेल्सियस रहा। नमी सुबह शत-प्रतिशत व दोपहर को 85 प्रतिशत रही। हवा की औसत गति 0.4 किलोमीटर प्रति घंटा रही। जिले में इस महीने अब तक 54.7 एमएम वर्षा दर्ज हुई है।
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जलभराव से प्रभावित फसलों की
खंड अनुसार सर्वे रिपोर्ट (हेक्टेयर में)
खंड गेहूं सरसों
निसिंग 250 120
असंध 800 350
घरौंडा 225 180
नीलोखेड़ी 700 155
इंद्री 220 410
करनाल 325 120
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वर्जन
विभागीय मुख्यालय चंडीगढ़ से बारिश से फसलों पर हुए प्रभाव को लेकर रिपोर्ट मांगी गई थी। सोमवार को सर्वे करवाकर रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय भेज दी है। जलभराव से फसलें प्रभावित हुई हैं।
- डॉ. कर्मबीर गिरी, खंड कृषि अधिकारी, करनाल
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पिछले वर्षों में जनवरी में हुई
बारिश का आंकड़ा (एमएम में)
वर्ष बारिश
2011 2.2
2012 21.6
2013 64.4
2014 65.0
2015 15.0
2016 00.0
2017 85.0
2018 34.2
2019 28.0
2020 74.4
2021 36.4