पानीपत। सनौली नाके पर शनिवार को रिश्वत लेते हुए पुलिस कर्मियों का वीडियो वायरल से महकमे में हड़कंप है। उच्च अधिकारियों के आदेशों पर दोनों रिश्वतखोरी के आरोपी सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इससे पहले भी खाकी पर रिश्वतखोरी के दाग लग चुके हैं। गत सात माह में नौ खाकीधारी रिश्वत लेते हुए पकड़े जा चुके हैं। इनमें से आठ को जेल भेजा जा चुका है, जबकि एक पकड़ से बाहर है।
सनौली नाके पर शनिवार को कार चालक व्यापारी से पचास रुपये की रिश्वत लेते हुए सिपाही का वीडियो वायरल हो गया था। इसके बाद दोनों सिपाही संदीप सिंह और संदीप को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। एसपी राजेश दुग्गल ने पूरे मामले की जांच डीएसपी हेडक्वार्टर जगदीप दूहन को सौंप दी है। इस मामले में एक एएसआई पर भी शक है।
इस मामले की शिकायत महेंद्रगढ़ के गांव खारीवाड़ा निवासी रविदत्त ने डीजीपी, आईजी और एसपी से की है। उन्होंने आरोप लगाया कि वह यूपी में सब्जी का कारोबार करते है। पुलिस कर्मी उनसे हर चक्कर के 100 से 500 रुपये वसूलते हैं। यह वीडियो ही एसपी राजेश दुग्गल और डीएसपी जगदीप दूहन को दिया गया है।
50 रुपये के चक्कर में गए जेल
गाड़ी चालक से रुपये लेने के आरोपी पुलिस कर्मी संदीप और संदीप सिंह पांच साल पहले पुलिस में भर्ती हुए थे। दोनों की ड्यूटी सनौली नाके पर थी। दोनों ने पिकअप चालक से 50 रुपये मांगे थे। शिकायतकर्ता ने यह रकम देते हुए ही वीडियो बना लिया। अब इनकी नौकरी पर तलवार लटक गई है।
सात माह में इन पुलिस कर्मियों ने बेचा इमान
-गत वर्ष समालखा के बहुचर्चित चूरापोस्त मामले में 22 क्विंटल चूरापोस्त मामले को रफा-दफा करने के लिए सीआईए वन के एसआई जयबीर सिंह, नरेश कुमार, एएसआई कृष्ण कुमार और देवेंद्र पर 30 लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप लगे। तत्कालीन आईजी श्रीकांत जाधव के आदेश पर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था।
पुलिस रिमांड के दौरान आरोपियों ने 30 लाख रुपये रिश्वत लेना कबूला था। आईजी श्रीकांत जाधव ने मामले की जांच के दौरान पूरे सीआईए के प्रभारी दीपक कुमार और साइबर क्राइम अधिकारी होशियार समेत पूरे सीआईए थाने को लाइन हाजिर कर दिया था।
-अप्रैल में विजिलेंस ने समालखा पुलिस थाने में तैनात एएसआई सुरेशपाल को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था।
-मई में सेक्टर-29 चौकी में तैनात एएसआई ब्रजपाल की तहसील कैंप निवासी लोकेश से 15 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हुआ था। तत्कालीन एसपी राहुल शर्मा ने इसके बाद ब्रजपाल को तुरंत निलंबित कर दिया था। आरोपी एएसआई अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
-जून माह में थाना समालखा के एसएचओ राजेंद्र सिंह पर आठ लाख रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगा था। एसएचओ पर आरोप था कि उसने गांव नारा निवासी मादक पदार्थ तस्कर से आठ लाख रुपये लिए हैं। एसपी के आदेश पर एसएचओ के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। आरोपी अभी तक जेल मे हैं। मतलौडा के तत्कालीन एसएचओ राजेंद्र सिंह को मादक पदार्थ तस्कर से आठ लाख रुपये दिलाने के आरोपी हेडकांस्टेबल जयबीर को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
-सनौली नाके पर 50 रुपये लेते हुए सिपाही संदीप सिंह और संदीप का वीडियो वायरल हुआ। पुलिस उच्च अधिकारियों के आदेश पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों को कोर्ट ने जेल भेज दिया है।
वर्जन-
रिश्वत लेने के दोनों आरोपी सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया। वहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। पूरे मामले की जांच चल रही है। मामले में जो भी आरोपी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
जगदीप दूहन, डीएसपी हेडक्वार्टर पानीपत।
पानीपत। सनौली नाके पर शनिवार को रिश्वत लेते हुए पुलिस कर्मियों का वीडियो वायरल से महकमे में हड़कंप है। उच्च अधिकारियों के आदेशों पर दोनों रिश्वतखोरी के आरोपी सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इससे पहले भी खाकी पर रिश्वतखोरी के दाग लग चुके हैं। गत सात माह में नौ खाकीधारी रिश्वत लेते हुए पकड़े जा चुके हैं। इनमें से आठ को जेल भेजा जा चुका है, जबकि एक पकड़ से बाहर है।
सनौली नाके पर शनिवार को कार चालक व्यापारी से पचास रुपये की रिश्वत लेते हुए सिपाही का वीडियो वायरल हो गया था। इसके बाद दोनों सिपाही संदीप सिंह और संदीप को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। एसपी राजेश दुग्गल ने पूरे मामले की जांच डीएसपी हेडक्वार्टर जगदीप दूहन को सौंप दी है। इस मामले में एक एएसआई पर भी शक है।
इस मामले की शिकायत महेंद्रगढ़ के गांव खारीवाड़ा निवासी रविदत्त ने डीजीपी, आईजी और एसपी से की है। उन्होंने आरोप लगाया कि वह यूपी में सब्जी का कारोबार करते है। पुलिस कर्मी उनसे हर चक्कर के 100 से 500 रुपये वसूलते हैं। यह वीडियो ही एसपी राजेश दुग्गल और डीएसपी जगदीप दूहन को दिया गया है।
50 रुपये के चक्कर में गए जेल
गाड़ी चालक से रुपये लेने के आरोपी पुलिस कर्मी संदीप और संदीप सिंह पांच साल पहले पुलिस में भर्ती हुए थे। दोनों की ड्यूटी सनौली नाके पर थी। दोनों ने पिकअप चालक से 50 रुपये मांगे थे। शिकायतकर्ता ने यह रकम देते हुए ही वीडियो बना लिया। अब इनकी नौकरी पर तलवार लटक गई है।
सात माह में इन पुलिस कर्मियों ने बेचा इमान
-गत वर्ष समालखा के बहुचर्चित चूरापोस्त मामले में 22 क्विंटल चूरापोस्त मामले को रफा-दफा करने के लिए सीआईए वन के एसआई जयबीर सिंह, नरेश कुमार, एएसआई कृष्ण कुमार और देवेंद्र पर 30 लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप लगे। तत्कालीन आईजी श्रीकांत जाधव के आदेश पर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था।
पुलिस रिमांड के दौरान आरोपियों ने 30 लाख रुपये रिश्वत लेना कबूला था। आईजी श्रीकांत जाधव ने मामले की जांच के दौरान पूरे सीआईए के प्रभारी दीपक कुमार और साइबर क्राइम अधिकारी होशियार समेत पूरे सीआईए थाने को लाइन हाजिर कर दिया था।
-अप्रैल में विजिलेंस ने समालखा पुलिस थाने में तैनात एएसआई सुरेशपाल को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था।
-मई में सेक्टर-29 चौकी में तैनात एएसआई ब्रजपाल की तहसील कैंप निवासी लोकेश से 15 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हुआ था। तत्कालीन एसपी राहुल शर्मा ने इसके बाद ब्रजपाल को तुरंत निलंबित कर दिया था। आरोपी एएसआई अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
-जून माह में थाना समालखा के एसएचओ राजेंद्र सिंह पर आठ लाख रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगा था। एसएचओ पर आरोप था कि उसने गांव नारा निवासी मादक पदार्थ तस्कर से आठ लाख रुपये लिए हैं। एसपी के आदेश पर एसएचओ के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। आरोपी अभी तक जेल मे हैं। मतलौडा के तत्कालीन एसएचओ राजेंद्र सिंह को मादक पदार्थ तस्कर से आठ लाख रुपये दिलाने के आरोपी हेडकांस्टेबल जयबीर को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
-सनौली नाके पर 50 रुपये लेते हुए सिपाही संदीप सिंह और संदीप का वीडियो वायरल हुआ। पुलिस उच्च अधिकारियों के आदेश पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों को कोर्ट ने जेल भेज दिया है।
वर्जन-
रिश्वत लेने के दोनों आरोपी सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया। वहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। पूरे मामले की जांच चल रही है। मामले में जो भी आरोपी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
जगदीप दूहन, डीएसपी हेडक्वार्टर पानीपत।