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Rewari News: भारतीय संस्कृति की समझ विकसित करने के लिए रामायण परीक्षा कल
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रेवाड़ी। छात्रों में भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्यों की गहरी समझ विकसित करने के उद्देश्य से 13 नवंबर शाम 7 बजे ऑनलाइन माध्यम से रामायण परीक्षा आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा समूचे हरियाणा के विद्यार्थियों के लिए होगी जिसमें हजारों की संख्या में विद्यार्थी भाग लेंगे।
परीक्षा के संयोजक एवं विश्व हिंदू परिषद के सह जिला मंत्री व शिक्षाविद मनोज वशिष्ठ ने बताया कि रामायण केवल एक महाकाव्य नहीं, बल्कि जीवन के हर पहलू को छूने वाले नैतिक मूल्यों का विशाल भंडार है।
उन्होंने कहा कि रामायण हमें सत्य, अहिंसा, क्षमा, परोपकार और कर्तव्यपरायणता जैसे गुणों को अपनाने की प्रेरणा देती है। उन्होंने बताया कि परीक्षा का उद्देश्य कक्षा छठी, सातवीं और आठवीं के विद्यार्थियों में राम की पिता के प्रति आज्ञाकारिता, भरत के त्याग, सीता की पवित्रता, लक्ष्मण की सेवा-भावना और हनुमान की दृढ़ता जैसे आदर्शों को आत्मसात कराना है।
साथ ही यह परीक्षा विद्यार्थियों में धैर्य, सहिष्णुता, विनम्रता, आत्म-संयम और सत्यनिष्ठा जैसे जीवन मूल्यों को मजबूत करेगी। रामायण परीक्षा में कुल 50 बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे। प्रत्येक सही उत्तर के लिए 2 अंक निर्धारित हैं। परीक्षा 1 घंटे की होगी और इसका कुल अंक 100 रहेगा।
परीक्षा का प्रश्नपत्र लिंक परीक्षा से 24 घंटे पूर्व सभी पंजीकृत विद्यालयों को व्हॉट्सएप के माध्यम से भेजा जाएगा। विद्यार्थियों को निर्धारित समय के भीतर अपने उत्तर ऑनलाइन जमा कराने होंगे। रामायण सिर्फ कथा नहीं, बल्कि यह हर आत्मा की अहंकार से निर्वाण तक की यात्रा है।
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परीक्षा के संयोजक एवं विश्व हिंदू परिषद के सह जिला मंत्री व शिक्षाविद मनोज वशिष्ठ ने बताया कि रामायण केवल एक महाकाव्य नहीं, बल्कि जीवन के हर पहलू को छूने वाले नैतिक मूल्यों का विशाल भंडार है।
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उन्होंने कहा कि रामायण हमें सत्य, अहिंसा, क्षमा, परोपकार और कर्तव्यपरायणता जैसे गुणों को अपनाने की प्रेरणा देती है। उन्होंने बताया कि परीक्षा का उद्देश्य कक्षा छठी, सातवीं और आठवीं के विद्यार्थियों में राम की पिता के प्रति आज्ञाकारिता, भरत के त्याग, सीता की पवित्रता, लक्ष्मण की सेवा-भावना और हनुमान की दृढ़ता जैसे आदर्शों को आत्मसात कराना है।
साथ ही यह परीक्षा विद्यार्थियों में धैर्य, सहिष्णुता, विनम्रता, आत्म-संयम और सत्यनिष्ठा जैसे जीवन मूल्यों को मजबूत करेगी। रामायण परीक्षा में कुल 50 बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे। प्रत्येक सही उत्तर के लिए 2 अंक निर्धारित हैं। परीक्षा 1 घंटे की होगी और इसका कुल अंक 100 रहेगा।
परीक्षा का प्रश्नपत्र लिंक परीक्षा से 24 घंटे पूर्व सभी पंजीकृत विद्यालयों को व्हॉट्सएप के माध्यम से भेजा जाएगा। विद्यार्थियों को निर्धारित समय के भीतर अपने उत्तर ऑनलाइन जमा कराने होंगे। रामायण सिर्फ कथा नहीं, बल्कि यह हर आत्मा की अहंकार से निर्वाण तक की यात्रा है।