सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Haryana ›   Yamuna Nagar News ›   Asha workers took out funeral procession In Yamunanagar and burnt effigy blocked road accused government

Yamunanagar: आशा कर्मियों ने शव यात्रा निकाल जलाया पुतला, सड़क पर लगा जाम, सरकार पर लगाए आरोप

संवाद न्यूज एजेंसी, यमुनानगर (हरियाणा) Published by: नवीन दलाल Updated Thu, 12 Oct 2023 03:15 PM IST
सार

यमुनानगर में सैकड़ों की संख्या में आंगनबाड़ी वर्कर भाई कन्हैया साहिब चौक के नजदीक बने नगर निगम के पार्क में एकत्रित हुई थी। दोपहर को पुतला लेकर कर्मी कन्हैया साहिब चौक पर पहुंची। पुतले को सड़क के बीचोबीच रख कर पहले उन्होंने नारेबाजी की और फिर आग लगा दी।

विज्ञापन
Asha workers took out funeral procession In Yamunanagar and burnt effigy blocked road accused government
आशा वर्कर्स का प्रदर्शन - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

यमुनानगर में मांगों को लेकर आशा कर्मचारियों ने वीरवार को सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान आशा कर्मियों ने सरकार के पुतले की शव यात्रा निकाली। इसके बाद पुतले को भाई कन्हैया साहिब चौक पर आग के हवाले कर दिया। आशा कर्मियों ने आधा घंटे तक सड़क के बीच में खड़े होकर प्रदर्शन किया। इस दौरान कैल-कलानौर पुराना नेशनल हाईवे पर वाहन जाम में फंसे रहे। प्रदर्शन का नेतृत्व जिला प्रधान नीरू बाला ने किया। वहीं प्रदर्शन को सीूट, सर्व कर्मचारी संघ, रिटायर्ड कर्मचारी संघ, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने समर्थन दिया।

Trending Videos


सुबह से ही पार्क में जुटने लगी थी आशा कर्मी
सैकड़ों की संख्या में आंगनबाड़ी वर्कर भाई कन्हैया साहिब चौक के नजदीक बने नगर निगम के पार्क में एकत्रित हुई थी। सुबह से ही वहां काफी संख्या में आशा कर्मी जुटनी शुरू हुई। दोपहर को पुतला लेकर कर्मी कन्हैया साहिब चौक पर पहुंची। पुतले को सड़क के बीचोबीच रख कर पहले उन्होंने नारेबाजी की और फिर आग लगा दी। इस दौरान सड़क पर जाम लगा रहा। महिला थाना की एसएचओ दीपिका खुद मौके पर मौजूद रहीं।
विज्ञापन
विज्ञापन


सरकार पर लगाया अन्याय करने का आरोप
प्रधान नीरू बाला ने कहा कि सरकार आशा कर्मियों से अन्याय कर रही हैं। सैकड़ों आशा कर्मी करीब तीन माह से सड़कों पर प्रदर्शन कर रही हैं, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। नीरू बाला ने कहा कि 2018 में आशा कर्मियों को 4000 रुपये में आठ गतिविधियों के लिए रखा गया था। परंतु अब 4000 रुपये में 40 गतिविधियां करवाई जा रही हैं। आशा कर्मी केवल वेतनमान बढ़ाने की मांग कर रही हैं। सरकार की ओर से दिया जा रहा है मानदेय डीसी रेट से भी कम है। आशा कर्मियाें ने कोरोना संक्रमण के दौरान ढाल की तरह काम किया था। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी आशा कर्मियों को देश की स्वास्थ्य सेवाओं की सबसे मजबूत व बड़ी कड़ी माना है। 

मांगों का नहीं किया समाधान
सीटू प्रधान राम कुमार कांबोज ने कहा कि सरकार की ओर से वार्ता के लिए बुलाया गया, लेकिन आशा कर्मियों की समस्याओं व मांगों का समाधान नहीं किया। सरकार पूर्व में मानी मांगों को लागू नहीं कर रही है। जिससे सभी विभागों के कर्मचारियों में रोष है। इस दौरान चंद्रपाल मालरा, राजवीर पिंडोरा, प्रेस सचिव कामिनी गोयल परमजीत, गुरविंद्र, इंदुबाला, रेखा बकाना, पूनम गेरा, रानो, प्रेमलता सहित सभी आशा कर्मी व विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed