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Bilaspur News: घुमारवीं में चार नए 33 केवी सब-स्टेशन प्रस्तावित, व्यवस्था में होगा सुधार
संवाद न्यूज एजेंसी, बिलासपुर
Updated Thu, 13 Nov 2025 11:58 PM IST
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बम में बन रहा 8.87 करोड़ से नया स्टेशन, बोर्ड ने पूरी की टेंडर प्रक्रिया
अब तक बिजली आपूर्ति के लिए एकमात्र 33 केवी सब-स्टेशन पर निर्भर है क्षेत्र
50 प्रतिशत लोड केवल घुमारवीं शहर को फीड करने में ही हो जाता है खर्च
संजीव शामा
घुमारवीं(बिलासपुर)। घुमारवीं क्षेत्र में लंबे समय से बिजली आपूर्ति में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए बिजली बोर्ड ने ठोस कदम उठाए हैं। घुमारवीं बिजली डिवीजन द्वारा क्षेत्र में चार नए 33 केवी सब-स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं। वहीं, बम क्षेत्र में बनने वाले 33 केवी सब-स्टेशन के लिए 8.87 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिल चुकी है और टेंडर प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है।
जानकारी के अनुसार, वर्तमान में घुमारवीं को बिजली आपूर्ति के लिए केवल एकमात्र 33 केवी सब-स्टेशन नसवाल में संचालित है, जिससे डंगार, बरठीं, कुठेड़ा और भराड़ी सहित कई क्षेत्रों को बिजली दी जाती है। लेकिन इस स्टेशन से लगभग 50 प्रतिशत लोड केवल घुमारवीं शहर को फीड करने में ही खर्च हो जाता है, जिसके चलते अन्य क्षेत्रों में वोल्टेज की कमी और सप्लाई में बाधाएं आम हैं। इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए विभाग ने बम, घुमारवीं, चलैहली, बडोल देवी और बकैण में नए 33 केवी सब-स्टेशन स्थापित करने की योजना तैयार की है। इन सब-स्टेशनों के बन जाने से बिजली आपूर्ति अधिक स्थिर और गुणवत्तापूर्ण होगी। साथ ही ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों को वैकल्पिक स्रोतों से निर्बाध बिजली मिल सकेगी। बिजली बोर्ड अधिकारियों के अनुसार, वर्तमान में घुमारवीं डिवीजन में बिजली सप्लाई कांगू से होकर करीब 30 किलोमीटर की दूरी तय करती है, जिससे अंतिम छोर तक वोल्टेज ड्रॉप देखने को मिलता है। प्रस्तावित सब-स्टेशनों के निर्माण से यह तकनीकी समस्या काफी हद तक समाप्त हो जाएगी।
कोट
घुमारवीं बिजली बोर्ड के अधिशासी अभियंता कर्ण चंदेल ने बताया कि बम क्षेत्र में सब-स्टेशन लगाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इसके अलावा चार नए 33 केवी सब-स्टेशन भी प्रस्तावित हैं। सभी सब-स्टेशन बन जाने के बाद क्षेत्र में बिजली आपूर्ति से जुड़ी अधिकांश परेशानियां दूर हो जाएंगी और जिन क्षेत्रों में लोड की कमी रही है, वहां स्थायी सुधार आएगा। - कर्ण चंदेल, अधिशासी अभियंता, घुमारवीं विद्युत बोर्ड
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50 प्रतिशत लोड केवल घुमारवीं शहर को फीड करने में ही हो जाता है खर्च
संजीव शामा
घुमारवीं(बिलासपुर)। घुमारवीं क्षेत्र में लंबे समय से बिजली आपूर्ति में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए बिजली बोर्ड ने ठोस कदम उठाए हैं। घुमारवीं बिजली डिवीजन द्वारा क्षेत्र में चार नए 33 केवी सब-स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं। वहीं, बम क्षेत्र में बनने वाले 33 केवी सब-स्टेशन के लिए 8.87 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिल चुकी है और टेंडर प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है।
जानकारी के अनुसार, वर्तमान में घुमारवीं को बिजली आपूर्ति के लिए केवल एकमात्र 33 केवी सब-स्टेशन नसवाल में संचालित है, जिससे डंगार, बरठीं, कुठेड़ा और भराड़ी सहित कई क्षेत्रों को बिजली दी जाती है। लेकिन इस स्टेशन से लगभग 50 प्रतिशत लोड केवल घुमारवीं शहर को फीड करने में ही खर्च हो जाता है, जिसके चलते अन्य क्षेत्रों में वोल्टेज की कमी और सप्लाई में बाधाएं आम हैं। इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए विभाग ने बम, घुमारवीं, चलैहली, बडोल देवी और बकैण में नए 33 केवी सब-स्टेशन स्थापित करने की योजना तैयार की है। इन सब-स्टेशनों के बन जाने से बिजली आपूर्ति अधिक स्थिर और गुणवत्तापूर्ण होगी। साथ ही ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों को वैकल्पिक स्रोतों से निर्बाध बिजली मिल सकेगी। बिजली बोर्ड अधिकारियों के अनुसार, वर्तमान में घुमारवीं डिवीजन में बिजली सप्लाई कांगू से होकर करीब 30 किलोमीटर की दूरी तय करती है, जिससे अंतिम छोर तक वोल्टेज ड्रॉप देखने को मिलता है। प्रस्तावित सब-स्टेशनों के निर्माण से यह तकनीकी समस्या काफी हद तक समाप्त हो जाएगी।
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कोट
घुमारवीं बिजली बोर्ड के अधिशासी अभियंता कर्ण चंदेल ने बताया कि बम क्षेत्र में सब-स्टेशन लगाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इसके अलावा चार नए 33 केवी सब-स्टेशन भी प्रस्तावित हैं। सभी सब-स्टेशन बन जाने के बाद क्षेत्र में बिजली आपूर्ति से जुड़ी अधिकांश परेशानियां दूर हो जाएंगी और जिन क्षेत्रों में लोड की कमी रही है, वहां स्थायी सुधार आएगा। - कर्ण चंदेल, अधिशासी अभियंता, घुमारवीं विद्युत बोर्ड