{"_id":"69147c2131dbcd0c7f0454b2","slug":"the-testing-facility-started-again-in-the-government-lab-of-the-district-hospital-after-six-months-bilaspur-news-c-92-1-ssml1001-148256-2025-11-12","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bilaspur News: जिला अस्पताल की सरकारी लैब में छह माह बाद फिर शुरू हुई जांच सुविधा","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bilaspur News: जिला अस्पताल की सरकारी लैब में छह माह बाद फिर शुरू हुई जांच सुविधा
संवाद न्यूज एजेंसी, बिलासपुर
Updated Wed, 12 Nov 2025 11:52 PM IST
विज्ञापन
विज्ञापन
आरएफटी, एलएफटी और थायराइड टेस्ट बहाल, मरीजों को मिली राहत
विटामिन डी3 समेत अन्य टेस्ट भी अस्पताल में जल्द होंगे शुरू
संवाद न्यूज एजेंसी
बिलासपुर। छह महीने तक बंद रहने के बाद जिला अस्पताल की सरकारी लैब में आखिरकार जांच सेवाएं फिर से शुरू हो गई हैं। लैब में अब रीनल फंक्शन टेस्ट, लिवर फंक्शन टेस्ट और थायराइड जांच की सुविधा बहाल हो गई है। इससे अब मरीजों को निजी लैबों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे और जांच पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ से राहत मिलेगी।
करीब छह माह पहले लैब में उपयोग होने वाले रीजेंट (केमिकल किट) खत्म हो गए थे, जिनकी समय पर आपूर्ति न होने के कारण ये तीनों प्रमुख जांचें बंद करनी पड़ी थीं। स्थिति यह थी कि रोजाना अस्पताल में आने वाले सैकड़ों मरीजों को अपने टेस्ट करवाने के लिए निजी लैबों में जाना पड़ रहा था। इससे न केवल लोगों को असुविधा झेलनी पड़ रही थी बल्कि आर्थिक रूप से भी बोझ बढ़ गया था। अब रोगी कल्याण समिति (आरकेएस) की पहल पर इस समस्या का समाधान किया गया है। आरकेएस ने रीजेंट की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तीन अलग-अलग फर्मों को ऑर्डर जारी किए हैं। इन फर्मों से रीजेंट प्राप्त होने के बाद लैब में जांच प्रक्रिया को फिर से शुरू कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि फिलहाल आरएफटी, एलएफटी और थायराइड जांच शुरू कर दी गई हैं, जबकि अगले चरण में विटामिन डी3, बी12 और अन्य बायोकेमिकल जांच को भी शुरू करने की तैयारी चल रही है। आवश्यक रीजेंट का स्टॉक मंगाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि अब रीजेंट की आपूर्ति नियमित रूप से सुनिश्चित की जाएगी ताकि भविष्य में जांच सेवाएं बाधित न हों। जिला अस्पताल की लैब में जांच सरकारी दरों पर की जाती हैं, जिससे मरीजों को सस्ती और सटीक रिपोर्ट उपलब्ध होती है। लोगों ने भी जांच सेवाएं दोबारा शुरू होने पर राहत की सांस ली है। उनका कहना है कि पिछले कई महीनों से साधारण जांच करवाने के लिए भी उन्हें निजी लैब में ऊंची दरें चुकानी पड़ रही थीं। अब सरकारी अस्पताल में सेवाएं शुरू होने से समय और धन दोनों की बचत होगी।
Trending Videos
विटामिन डी3 समेत अन्य टेस्ट भी अस्पताल में जल्द होंगे शुरू
संवाद न्यूज एजेंसी
बिलासपुर। छह महीने तक बंद रहने के बाद जिला अस्पताल की सरकारी लैब में आखिरकार जांच सेवाएं फिर से शुरू हो गई हैं। लैब में अब रीनल फंक्शन टेस्ट, लिवर फंक्शन टेस्ट और थायराइड जांच की सुविधा बहाल हो गई है। इससे अब मरीजों को निजी लैबों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे और जांच पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ से राहत मिलेगी।
करीब छह माह पहले लैब में उपयोग होने वाले रीजेंट (केमिकल किट) खत्म हो गए थे, जिनकी समय पर आपूर्ति न होने के कारण ये तीनों प्रमुख जांचें बंद करनी पड़ी थीं। स्थिति यह थी कि रोजाना अस्पताल में आने वाले सैकड़ों मरीजों को अपने टेस्ट करवाने के लिए निजी लैबों में जाना पड़ रहा था। इससे न केवल लोगों को असुविधा झेलनी पड़ रही थी बल्कि आर्थिक रूप से भी बोझ बढ़ गया था। अब रोगी कल्याण समिति (आरकेएस) की पहल पर इस समस्या का समाधान किया गया है। आरकेएस ने रीजेंट की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तीन अलग-अलग फर्मों को ऑर्डर जारी किए हैं। इन फर्मों से रीजेंट प्राप्त होने के बाद लैब में जांच प्रक्रिया को फिर से शुरू कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि फिलहाल आरएफटी, एलएफटी और थायराइड जांच शुरू कर दी गई हैं, जबकि अगले चरण में विटामिन डी3, बी12 और अन्य बायोकेमिकल जांच को भी शुरू करने की तैयारी चल रही है। आवश्यक रीजेंट का स्टॉक मंगाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
विज्ञापन
विज्ञापन
अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि अब रीजेंट की आपूर्ति नियमित रूप से सुनिश्चित की जाएगी ताकि भविष्य में जांच सेवाएं बाधित न हों। जिला अस्पताल की लैब में जांच सरकारी दरों पर की जाती हैं, जिससे मरीजों को सस्ती और सटीक रिपोर्ट उपलब्ध होती है। लोगों ने भी जांच सेवाएं दोबारा शुरू होने पर राहत की सांस ली है। उनका कहना है कि पिछले कई महीनों से साधारण जांच करवाने के लिए भी उन्हें निजी लैब में ऊंची दरें चुकानी पड़ रही थीं। अब सरकारी अस्पताल में सेवाएं शुरू होने से समय और धन दोनों की बचत होगी।