हमीरपुर। डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल हमीरपुर में एसआरएल कंपनी का करार समाप्त होने के पांच दिन बाद भी नई लैब शुरू नहीं हो पाई है। इससे मरीजों को सैंपल टेस्ट करवाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, अस्पताल प्रबंधन लगातार लैब को आज-कल शुरू करने की बात कर रहा है, लेकिन इन आश्वासनों से मरीजों का मर्ज कम होता नहीं दिख रहा।
बुधवार दोपहर 2:00 बजे तक लैब शुरू न होने से मरीजों को दिनभर लाइनों में खड़े होकर अस्पताल की सरकारी लैब में टेस्ट करवाने का इंतजार करना पड़ा। हालांकि, इससे पूर्व अस्पताल लैब में दोपहर 12:30 बजे तक ही टेस्ट होते थे। नई लैब शुरू न होने से अस्पताल प्रबंधन की ओर से पिछले चार दिन से अस्पताल की सरकारी लैब को 24 घंटे के लिए खोल दिया है। लेकिन, कम स्टाफ के चलते यहां मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पुरानी सरकारी लैब के बाहर मरीजों के बैठने के लिए उचित सुविधा तक नहीं है।
इसके चलते मरीजों को अस्पताल की सीढ़ियों पर बैठना पड़ रहा है। खाली पेट टेस्ट करवाने वाले मरीजों को एक से डेढ़ घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। यहां आए मरीजों और तीमारदारों संजीव कुमार, विमला देवी, सुमन लता, अशोक शर्मा और प्रवेश ने बताया कि नई लैब शुरू न होने से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी लैब पर दिनभर मरीजों की भीड़ होने के कारण कई घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। नई लैब पुराने एसआरएल काउंटर पर स्थापित होगी। टेस्ट के सैंपल वैन के माध्यम से रिपोर्ट के लिए चंडीगढ़ भेजे जाएंगे। इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश चौहान ने कहा कि जल्द ही मरीजों को सैंपल बूथ की सुविधा मिलेगी।
हमीरपुर। डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल हमीरपुर में एसआरएल कंपनी का करार समाप्त होने के पांच दिन बाद भी नई लैब शुरू नहीं हो पाई है। इससे मरीजों को सैंपल टेस्ट करवाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, अस्पताल प्रबंधन लगातार लैब को आज-कल शुरू करने की बात कर रहा है, लेकिन इन आश्वासनों से मरीजों का मर्ज कम होता नहीं दिख रहा।
बुधवार दोपहर 2:00 बजे तक लैब शुरू न होने से मरीजों को दिनभर लाइनों में खड़े होकर अस्पताल की सरकारी लैब में टेस्ट करवाने का इंतजार करना पड़ा। हालांकि, इससे पूर्व अस्पताल लैब में दोपहर 12:30 बजे तक ही टेस्ट होते थे। नई लैब शुरू न होने से अस्पताल प्रबंधन की ओर से पिछले चार दिन से अस्पताल की सरकारी लैब को 24 घंटे के लिए खोल दिया है। लेकिन, कम स्टाफ के चलते यहां मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पुरानी सरकारी लैब के बाहर मरीजों के बैठने के लिए उचित सुविधा तक नहीं है।
इसके चलते मरीजों को अस्पताल की सीढ़ियों पर बैठना पड़ रहा है। खाली पेट टेस्ट करवाने वाले मरीजों को एक से डेढ़ घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। यहां आए मरीजों और तीमारदारों संजीव कुमार, विमला देवी, सुमन लता, अशोक शर्मा और प्रवेश ने बताया कि नई लैब शुरू न होने से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी लैब पर दिनभर मरीजों की भीड़ होने के कारण कई घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। नई लैब पुराने एसआरएल काउंटर पर स्थापित होगी। टेस्ट के सैंपल वैन के माध्यम से रिपोर्ट के लिए चंडीगढ़ भेजे जाएंगे। इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश चौहान ने कहा कि जल्द ही मरीजों को सैंपल बूथ की सुविधा मिलेगी।