संवाद न्यूज एजेंसी
मनाली (कुल्लू)। पर्यटकों को मनाली से लेह के लिए दो पहिया वाहन मुहैया करवाने वाली मनाली बाइक एसोसिएशन और लद्दाख बाइक रेंटल कोऑपरेटिव लिमिटेड के बीच विवाद पनप गया है।
25 फरवरी 2022 को दोनों ही संगठनों के बीच हुए एमओयू को दरकिनार कर लद्दाख बाइक रेंटल लिमिटेड ने सात जुलाई के बाद हिमाचल प्रदेश की नंबर वाले बाइकों को सरचू से आगे नहीं आने की चेतावनी दी है। साथ ही यह भी कहा है कि जो बाइक लेह-लददाख इलाके में आई हैं, उन्हें भी वापस ले जाएं। अन्यथा उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। इस पर मनाली बाइक एसोसिएशन ने कड़ा विरोध जताया है। एसोसिएशन ने जिला और पुलिस प्रशासन से मध्यस्थता कर इस मामले को सुलझाने की अपील की है।
मनाली में पत्रकार वार्ता के दौरान मनाली बाइक एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश कुमार, उपाध्यक्ष कर्ण ठाकुर, सचिव तेंजिन बौद्ध, कोषाध्यक्ष चुन्नी लाल ठाकुर, सह सचिव चमन लाल ने कहा कि लद्दाख बाइक रेंटल कोऑपरेटिव लिमिटेड और मनाली बाइक एसोसिएशन का फरवरी 2022 में एमओयू साइन हुआ था। इसके अनुसार मनाली बाइक एसोसिएशन को नेशनल हाईवे पर बाइक ले जाने की अनुमति थी।
हाईवे के साथ लगते स्थानीय स्थलों पर भी वह जा सकते थे। एमओयू में यह भी जिक्र था कि नियम तोड़ने वालों पर यूनियन कार्रवाई करेगी। इसके मुताबिक नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई भी की गई है। अब लद्दाख के बाइक संचालकों का कहना है कि नियम तोड़कर स्थानीय पर्यटन स्थलों में मनाली के बाइक जा रहे हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि कई बार यदि पर्यटक किराये पर बाइक लेकर जाते हैं, तो इस तरह की समस्या उत्पन्न होती है। इसका समाधान आपस में बैठकर किया जा सकता है, लेकिन सीधा सरचू तक ही बाइक चलाने का तुगलगी फरमान जारी करना उचित नहीं है।
उनके अनुसार मनाली में करीब 130 बाइक संचालक हैं। करीब 1500 बाइक चल रही हैं। इनमें से लगभग 500 इन दिनों लेह-लद्दाख के लिए गई हैं। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में एसोसिएशन ने कुल्लू प्रशासन, पुलिस विभाग से सहायता की मांग की है। अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि उनके पास ऑल इंडिया का परमिट है। इस तरह का तुगलगी फरमान जारी कर कोई निजी संस्था उन्हें नहीं रोक सकती। वह ऑल इंडिया परमिट के अनुसार ही टैक्स भी अदा कर रहे हैं। कहा कि कई संचालकों ने सितंबर तक की लेह के लिए बुकिंग कर रखी है। अब सरचू से आगे यदि जाने नहीं दिया गया तो सभी को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।