कालाअंब (सिरमौर)। महामाया बालासुंदरी मंदिर परिसर त्रिलोकपुर में चैत्र नवरात्र मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मंदिर की साज-सज्जा को फाइनल टच दिया जा रहा है। मेले में इस बार श्रद्धालु क्यूआर कोड और स्वैपिंग मशीन से मंदिर में दान कर सकेंगे।
मंदिर न्यास समिति ने पहली बार ऐसी व्यवस्था की है। इस व्यवस्था को मेले के दौरान जेब कतरों से निजात और सुरक्षा की दृष्टि से लागू किया गया है। मंदिर न्यास के मुताबिक माता बालासुंदरी के कपाट पहले नवरात्र से सुबह पांच बजे मुख्य आरती के दर्शनों के लिए खोले जाएंगे, जो रात्रि दस बजे तक खुले रहेंगे। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए आगामी नवरात्र के अगले दिनों में मंदिर के कपाट खुलने और बंद होने के समय में परिवर्तन स्थिति अनुसार किया जाएगा।
मंदिर न्यास समिति की सहायक प्रबंधक सुषमा ने बताया कि चैत्र नवरात्र मेले को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जिला प्रशासन की ओर से जारी दिशानिर्देशों के मुताबिक ही श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस बार क्यूआर कोड और स्वैपिंग मशीन से भी श्रद्धालु दान कर सकेंगे। इसके अलावा सुरक्षा, सफाई को विशेष प्रबंधन किए गए हैं।
सुबह शाम होगी मुख्य आरती
नवरात्र मेले के दौरान मंदिर में सुबह और शाम दो समय मुख्य आरती होगी। इसमें भक्त परिवार के राजेश गुप्ता, वैकुंठ गुप्ता और शिवम गुप्ता के परिवार के सदस्य शामिल होंगे।
भंडारों के लिए बनाए चार ब्लाक
मंदिर परिसर में कोरोना नियमों का पालन करना आवश्यक रहेगा। श्रद्धालुओं को मास्क पहनकर ही मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। नारियल चढ़ाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। श्रद्धालु केवल सूखा प्रसाद ही मंदिर में चढ़ा सकेंगे। मंदिर न्याय की ओर से मुख्य प्रवेश द्वार पर चार ब्लॉक बनाए हैं। इनमें भंडारों को आयोजन किया जाएगा। मंदिर परिसर के भीतर सफाई व्यवस्था का जिम्मा 50 सेवादारों को सौंपा गया है। इसके अलावा मेला परिसर 100 अन्य सफाई सेवादार तैनात रहेंगे।
कानून व्यवस्था होगी चाकचौबंद
मेला परिसर में सुरक्षा को लेकर चाक चौबंद व्यवस्था की गई है। मेला परिसर में करीब छह दर्जन सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाएगी। इसके अलावा पुलिस और होमगार्ड के 300 जवान तैनात किए जाएंगे। यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए मेला परिसर से एक किमी की दूरी पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
मांस और मछली की बिक्री पर प्रतिबंध
त्रिलोकपुर में दो अप्रैल से मनाए जाने वाले चैत्र नवरात्र मेले में मांस और मछली की बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा। उपायुक्त रामकुमार गौतम ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। उन्होंने कहा कि 16 अप्रैल तक मनाए जाने वाले चैत्र नवरात्र मेले के दौरान मेला क्षेत्र त्रिलोकपुर में किसी भी प्रकार का मांस और मछली विक्रय की दुकानें नहीं लगेंगी। कालाअंब से त्रिलोकपुर तक सड़क के साथ लगती मांस और मछली की दुकानों में विक्रेताओं को केवल दुकान के अंदर ही पर्दे में मांस और मछली को विक्रय करना होगा। इस क्षेत्र में मांस और मछली की बिक्री पर मेला अवधि के दौरान पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
कालाअंब (सिरमौर)। महामाया बालासुंदरी मंदिर परिसर त्रिलोकपुर में चैत्र नवरात्र मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मंदिर की साज-सज्जा को फाइनल टच दिया जा रहा है। मेले में इस बार श्रद्धालु क्यूआर कोड और स्वैपिंग मशीन से मंदिर में दान कर सकेंगे।
मंदिर न्यास समिति ने पहली बार ऐसी व्यवस्था की है। इस व्यवस्था को मेले के दौरान जेब कतरों से निजात और सुरक्षा की दृष्टि से लागू किया गया है। मंदिर न्यास के मुताबिक माता बालासुंदरी के कपाट पहले नवरात्र से सुबह पांच बजे मुख्य आरती के दर्शनों के लिए खोले जाएंगे, जो रात्रि दस बजे तक खुले रहेंगे। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए आगामी नवरात्र के अगले दिनों में मंदिर के कपाट खुलने और बंद होने के समय में परिवर्तन स्थिति अनुसार किया जाएगा।
मंदिर न्यास समिति की सहायक प्रबंधक सुषमा ने बताया कि चैत्र नवरात्र मेले को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जिला प्रशासन की ओर से जारी दिशानिर्देशों के मुताबिक ही श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस बार क्यूआर कोड और स्वैपिंग मशीन से भी श्रद्धालु दान कर सकेंगे। इसके अलावा सुरक्षा, सफाई को विशेष प्रबंधन किए गए हैं।
सुबह शाम होगी मुख्य आरती
नवरात्र मेले के दौरान मंदिर में सुबह और शाम दो समय मुख्य आरती होगी। इसमें भक्त परिवार के राजेश गुप्ता, वैकुंठ गुप्ता और शिवम गुप्ता के परिवार के सदस्य शामिल होंगे।
भंडारों के लिए बनाए चार ब्लाक
मंदिर परिसर में कोरोना नियमों का पालन करना आवश्यक रहेगा। श्रद्धालुओं को मास्क पहनकर ही मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। नारियल चढ़ाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। श्रद्धालु केवल सूखा प्रसाद ही मंदिर में चढ़ा सकेंगे। मंदिर न्याय की ओर से मुख्य प्रवेश द्वार पर चार ब्लॉक बनाए हैं। इनमें भंडारों को आयोजन किया जाएगा। मंदिर परिसर के भीतर सफाई व्यवस्था का जिम्मा 50 सेवादारों को सौंपा गया है। इसके अलावा मेला परिसर 100 अन्य सफाई सेवादार तैनात रहेंगे।
कानून व्यवस्था होगी चाकचौबंद
मेला परिसर में सुरक्षा को लेकर चाक चौबंद व्यवस्था की गई है। मेला परिसर में करीब छह दर्जन सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाएगी। इसके अलावा पुलिस और होमगार्ड के 300 जवान तैनात किए जाएंगे। यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए मेला परिसर से एक किमी की दूरी पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
मांस और मछली की बिक्री पर प्रतिबंध
त्रिलोकपुर में दो अप्रैल से मनाए जाने वाले चैत्र नवरात्र मेले में मांस और मछली की बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा। उपायुक्त रामकुमार गौतम ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। उन्होंने कहा कि 16 अप्रैल तक मनाए जाने वाले चैत्र नवरात्र मेले के दौरान मेला क्षेत्र त्रिलोकपुर में किसी भी प्रकार का मांस और मछली विक्रय की दुकानें नहीं लगेंगी। कालाअंब से त्रिलोकपुर तक सड़क के साथ लगती मांस और मछली की दुकानों में विक्रेताओं को केवल दुकान के अंदर ही पर्दे में मांस और मछली को विक्रय करना होगा। इस क्षेत्र में मांस और मछली की बिक्री पर मेला अवधि के दौरान पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।