देश में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेक की कोविशील्ड के अलावा अब रूस की स्पूतनिक वी वैक्सीन भी लगाई जाएगी। अगले सप्ताह से ये बाजार में उपलब्ध हो जाएगी। हालांकि ये वैक्सीन पहले से मौजूद दोनों वैक्सीन से थोड़ी महंगी होगी। स्पूतनिक-वी टीके की एक खुराक की कीमत 995.40 रुपये होगी।
आरडीआईएफ (रूसी प्रत्यक्ष निवेश फंड) के सीईओ किरिल दिमित्रीव ने कहा कि स्पूतनिक वी एक रूसी-भारतीय वैक्सीन है। इसके एक बड़े हिस्से का उत्पादन भारत में होगा। हमें भारत में इस साल वैक्सीन की 850 मिलियन खुराकों के उत्पादन की उम्मीद है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि भारत में जल्द ही स्पूतनिक लाइट वैक्सीन भी लाई जाएगी।
डॉ. रेड्डी लैब ने की आयात
ऐसा बताया जा रहा है कि स्पूतनिक वी का निर्माण भारत में होगा, इसलिए उसकी इतनी कीमत रखी गई है। भारत में कंपनी का आयात करने वाली कंपनी डॉ. रेड्डी लैब ने इसकी जानकारी दी। कंपनी ने बताया कि गुरुवार को इस टीके को सेंट्रल ड्रग्स लेबोरेटरीज से मंजूरी मिल गई थी।
बता दें कि भारत में अबतक स्पूतनिक वी वैक्सीन के 1.5 लाख डोज उपलब्ध हैं। वहीं अभी तक देश में कोवैक्सीन और कोविशील्ड से ही टीकाकरण अभियान चल रहा है। केंद्र सरकार इन दोनों टीकों को 250 रुपये की कीमत में खरीदती है लेकिन इन दोनों वैक्सीन के निर्माताओं ने खुले बाजार और निजी अस्पतालों में अलग-अलग कीमत तय की हुई है।
आज हैदराबाद में एक व्यक्ति को लगी स्पूतनिक-वी
इस साल फरवरी में इस वैक्सीन के ट्रायल परिणामों को दि लांसेट में छापा गया था, जिसके बाद इसे सुरक्षित और प्रभावशाली बताया गया। हैदराबाद में आज (14 मई) को स्पूतनिक-वी टीके की पहली खुराक एक व्यक्ति को लगाई गई। डॉ. रेड्डी लैब ने जानकारी दी कि स्पूतनिक-वी वैक्सीन की पहली खेप 1 मई को भारत पहुंची थी।
कंपनी ने बताया कि अभी टीके की और खेप आयात द्वारा मंगाई जाएगी। हालांकि आगे इसे भारतीय साझेदार कंपनियों के द्वारा गी उत्पादित किया जाएगा। हालांकि कंपनी ने आगे कहा कि जब यह टीका भारत में बनने लगेगा तो इसके दाम कम हो सकते हैं।
दो महीनों में 3.6 करोड़ खुराक मिलने की उम्मीद
डॉ. रेड्डीज लैब ने शुक्रवार को कोविड-19 की वैक्सीन स्पूतनिक-वी को भारतीय बाजार में सादे ढंग से पेश किया, और दवा कंपनी के वरिष्ठ कार्यपालक दीपकसपरा ने पहला टीका लगवाया। डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने एक वक्तव्य में कहा कि स्थानीय स्तर पर इसका उत्पादन शुरू होने के बाद दाम में कुछ कमी आ सकती है।
डॉ. रेड्डीज के सीईओ ब्रांड बाजार (भारत और उभरते बाजार) एमवी रमना ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मौजूदा कीमतें आरडीआईएफ (रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष) से आयातित कीमत पर आधारित हैं। हम विभिन्न राज्य सरकारों के साथ चर्चा कर रहे हैं, हालांकि अभी मात्रा तय नहीं हुई है... हम आरडीआईएफ के साथ चर्चा कर रहे हैं।
हमें उम्मीद है कि दो महीनों में आरडीआईएफ से 3.6 करोड़ खुराकें मिलेंगी। मेरे पास साझा करने के लिए बहुत स्पष्ट मासिक योजना नहीं है। उन्होंने वैक्सीन की कीमत को सही ठहराते हुए कहा कि इसे आयात और लोगों तक पहुंचाने की लागत के आधार पर तय किया गया है।
विस्तार
देश में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेक की कोविशील्ड के अलावा अब रूस की स्पूतनिक वी वैक्सीन भी लगाई जाएगी। अगले सप्ताह से ये बाजार में उपलब्ध हो जाएगी। हालांकि ये वैक्सीन पहले से मौजूद दोनों वैक्सीन से थोड़ी महंगी होगी। स्पूतनिक-वी टीके की एक खुराक की कीमत 995.40 रुपये होगी।
आरडीआईएफ (रूसी प्रत्यक्ष निवेश फंड) के सीईओ किरिल दिमित्रीव ने कहा कि स्पूतनिक वी एक रूसी-भारतीय वैक्सीन है। इसके एक बड़े हिस्से का उत्पादन भारत में होगा। हमें भारत में इस साल वैक्सीन की 850 मिलियन खुराकों के उत्पादन की उम्मीद है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि भारत में जल्द ही स्पूतनिक लाइट वैक्सीन भी लाई जाएगी।
डॉ. रेड्डी लैब ने की आयात
ऐसा बताया जा रहा है कि स्पूतनिक वी का निर्माण भारत में होगा, इसलिए उसकी इतनी कीमत रखी गई है। भारत में कंपनी का आयात करने वाली कंपनी डॉ. रेड्डी लैब ने इसकी जानकारी दी। कंपनी ने बताया कि गुरुवार को इस टीके को सेंट्रल ड्रग्स लेबोरेटरीज से मंजूरी मिल गई थी।
बता दें कि भारत में अबतक स्पूतनिक वी वैक्सीन के 1.5 लाख डोज उपलब्ध हैं। वहीं अभी तक देश में कोवैक्सीन और कोविशील्ड से ही टीकाकरण अभियान चल रहा है। केंद्र सरकार इन दोनों टीकों को 250 रुपये की कीमत में खरीदती है लेकिन इन दोनों वैक्सीन के निर्माताओं ने खुले बाजार और निजी अस्पतालों में अलग-अलग कीमत तय की हुई है।
आज हैदराबाद में एक व्यक्ति को लगी स्पूतनिक-वी
इस साल फरवरी में इस वैक्सीन के ट्रायल परिणामों को दि लांसेट में छापा गया था, जिसके बाद इसे सुरक्षित और प्रभावशाली बताया गया। हैदराबाद में आज (14 मई) को स्पूतनिक-वी टीके की पहली खुराक एक व्यक्ति को लगाई गई। डॉ. रेड्डी लैब ने जानकारी दी कि स्पूतनिक-वी वैक्सीन की पहली खेप 1 मई को भारत पहुंची थी।
कंपनी ने बताया कि अभी टीके की और खेप आयात द्वारा मंगाई जाएगी। हालांकि आगे इसे भारतीय साझेदार कंपनियों के द्वारा गी उत्पादित किया जाएगा। हालांकि कंपनी ने आगे कहा कि जब यह टीका भारत में बनने लगेगा तो इसके दाम कम हो सकते हैं।
दो महीनों में 3.6 करोड़ खुराक मिलने की उम्मीद
डॉ. रेड्डीज लैब ने शुक्रवार को कोविड-19 की वैक्सीन स्पूतनिक-वी को भारतीय बाजार में सादे ढंग से पेश किया, और दवा कंपनी के वरिष्ठ कार्यपालक दीपकसपरा ने पहला टीका लगवाया। डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने एक वक्तव्य में कहा कि स्थानीय स्तर पर इसका उत्पादन शुरू होने के बाद दाम में कुछ कमी आ सकती है।
डॉ. रेड्डीज के सीईओ ब्रांड बाजार (भारत और उभरते बाजार) एमवी रमना ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मौजूदा कीमतें आरडीआईएफ (रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष) से आयातित कीमत पर आधारित हैं। हम विभिन्न राज्य सरकारों के साथ चर्चा कर रहे हैं, हालांकि अभी मात्रा तय नहीं हुई है... हम आरडीआईएफ के साथ चर्चा कर रहे हैं।
हमें उम्मीद है कि दो महीनों में आरडीआईएफ से 3.6 करोड़ खुराकें मिलेंगी। मेरे पास साझा करने के लिए बहुत स्पष्ट मासिक योजना नहीं है। उन्होंने वैक्सीन की कीमत को सही ठहराते हुए कहा कि इसे आयात और लोगों तक पहुंचाने की लागत के आधार पर तय किया गया है।